UPTET - टीईटी - TET
- बढ़ती संख्या देख शासनादेश को लागू करने की तैयारी
- आठ महीने में बढ़ गए 50 लाख बेरोजगार
जितेंद्र कुमार उपाध्याय, लखनऊ
आप अपना कोई व्यवसाय कर रहे हैं या निजी प्रतिष्ठान में नौकरी करते हैं। इसके बावजूद आपने बेरोजगारी भत्ते का आवेदन कर दिया है, तो आपके लिए बुरी खबर है। सरकार ऐसे बेरोजगारों पर जांच का चाबुक चलाने जा रही है। जांच के बाद यदि आय सीमा 36 हजार से अधिक पाई गई तो उन्हें भत्ते की अगली किस्त नहीं दी जाएगी और यदि वह भत्ता ले चुके हैं तो रकम वापस भी ली जा सकती है। जांच की जिम्मेदारी जिलाधिकारियों को दी गई है।
बेरोजगारी भत्ता योजना-2012 के तहत बढ़ती बेरोजगारों की कतार कम होने का नाम नहीं ले रही है। प्रदेश में प्रतिदिन 14 से 18 हजार बेरोजगार भत्ते के लिए आवेदन कर रहे हैं। इसकी वजह से प्रशिक्षण एवं सेवायोजन विभाग के कर्मचारी व अधिकारी परेशान हैं। बेरोजगारों के पंजीकरण पर गौर करें तो दिसंबर में प्रदेश में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या करीब 20 लाख थी। जनवरी से 20 सितंबर तक यह संख्या बढ़कर करीब 70 लाख हो गई है। वहीं दूसरी ओर वर्ष 2012-13 के लिए नौ लाख बेरोजगारों को भत्ता देने के मुख्यमंत्री की घोषणा के सापेक्ष अब तक 6.81 लाख बेरोजगार आवेदन कर चुके हैं।
सूत्रों की माने जो आवेदकों की लंबी लाइन को रोकने की तैयारी शुरू हो गई है। बेरोजगारी भत्ता योजना-2012 के शासनादेश के सापेक्ष सभी जिलाधिकारियों को भत्ते के लिए आवेदन करने वालों की जांच की जिम्मेदारी दे दी गई है। जिलाधिकारी ऐसे बेरोजगारों की जांच करेंगे जो जिनके बारे में बेरोजगार न होने बात सामने आएगी। यदि वे बेरोजगार नहीं हैं तो उसने 36000 वार्षिक आय का प्रमाण पत्र कैसे बनवा लिया? क्या उसकी जांच की गई? जांच में दोषी पाए गए अधिकारियों के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी। तहसील में आय प्रमाण पत्र बनाने के दौरान लगने वाली रिपोर्ट के आधार पर ही आय प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। इसके बावजूद यदि बेरोजगारों का आय प्रमाण पत्र बनाने में लापरवाही की जा रही है तो अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है। अधिकारी जहां कुछ कहने से बच रहे हैं वहीं इस बारे में प्रमुख सचिव श्रम एवं सेवायोजन शैलेश कृष्ण से फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनका फोन नहीं उठा।
Source - Jagran
20-9-2012
संशो::बेरोजगारों की जांच करेंगे जिलाधिकारी
- बढ़ती संख्या देख शासनादेश को लागू करने की तैयारी
- आठ महीने में बढ़ गए 50 लाख बेरोजगार
जितेंद्र कुमार उपाध्याय, लखनऊ
आप अपना कोई व्यवसाय कर रहे हैं या निजी प्रतिष्ठान में नौकरी करते हैं। इसके बावजूद आपने बेरोजगारी भत्ते का आवेदन कर दिया है, तो आपके लिए बुरी खबर है। सरकार ऐसे बेरोजगारों पर जांच का चाबुक चलाने जा रही है। जांच के बाद यदि आय सीमा 36 हजार से अधिक पाई गई तो उन्हें भत्ते की अगली किस्त नहीं दी जाएगी और यदि वह भत्ता ले चुके हैं तो रकम वापस भी ली जा सकती है। जांच की जिम्मेदारी जिलाधिकारियों को दी गई है।
बेरोजगारी भत्ता योजना-2012 के तहत बढ़ती बेरोजगारों की कतार कम होने का नाम नहीं ले रही है। प्रदेश में प्रतिदिन 14 से 18 हजार बेरोजगार भत्ते के लिए आवेदन कर रहे हैं। इसकी वजह से प्रशिक्षण एवं सेवायोजन विभाग के कर्मचारी व अधिकारी परेशान हैं। बेरोजगारों के पंजीकरण पर गौर करें तो दिसंबर में प्रदेश में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या करीब 20 लाख थी। जनवरी से 20 सितंबर तक यह संख्या बढ़कर करीब 70 लाख हो गई है। वहीं दूसरी ओर वर्ष 2012-13 के लिए नौ लाख बेरोजगारों को भत्ता देने के मुख्यमंत्री की घोषणा के सापेक्ष अब तक 6.81 लाख बेरोजगार आवेदन कर चुके हैं।
सूत्रों की माने जो आवेदकों की लंबी लाइन को रोकने की तैयारी शुरू हो गई है। बेरोजगारी भत्ता योजना-2012 के शासनादेश के सापेक्ष सभी जिलाधिकारियों को भत्ते के लिए आवेदन करने वालों की जांच की जिम्मेदारी दे दी गई है। जिलाधिकारी ऐसे बेरोजगारों की जांच करेंगे जो जिनके बारे में बेरोजगार न होने बात सामने आएगी। यदि वे बेरोजगार नहीं हैं तो उसने 36000 वार्षिक आय का प्रमाण पत्र कैसे बनवा लिया? क्या उसकी जांच की गई? जांच में दोषी पाए गए अधिकारियों के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी। तहसील में आय प्रमाण पत्र बनाने के दौरान लगने वाली रिपोर्ट के आधार पर ही आय प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। इसके बावजूद यदि बेरोजगारों का आय प्रमाण पत्र बनाने में लापरवाही की जा रही है तो अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है। अधिकारी जहां कुछ कहने से बच रहे हैं वहीं इस बारे में प्रमुख सचिव श्रम एवं सेवायोजन शैलेश कृष्ण से फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनका फोन नहीं उठा।
Source - Jagran
20-9-2012
Good mrng
ReplyDeletePichale vigyapan ka paisa kaise wapas hoga.
ReplyDeleteMERA EK JANNE WALA PECHLI TET MAI PHEL HOGAYA THA PHIR BHI WAH COURT KE CHAKER LAGATA HAI VAH KABHI TET KI BAT KARTA HAI KABHI ECD.KI MAINE USASE PUCHA VAHA AISA KIU KER RAHA HAI TO VAH BOLA KICHAHTA HAI MAI NATO TET SE OUR NA HI ECD.SE BHARTI CHAHTA HAI
ReplyDeleteRakesh humara 63.12% hai .gen sci male. Hoga ki nhi.
ReplyDeleterajeev sharma tujhko sab pta hai ki tera ho jayega,fir bhi puchte ho yaar kaise inshan ho,
ReplyDeletepahle vigyapan to ane do tab pta chalega ki marit kis prakar banegi,samjhme nhi ata kya chahte ho yaar tun
koi to btaoo gorakhpur mandal ka tet marsheet ab kha se milega
ReplyDeletekoi koi flat hi bol raha hai ki merri it flat hi banegi gunak system
ReplyDeleteis fake news kya ye sach hai plz jisko bhi authentic jaankari ho bataye
shubhra ji jab tak vigyapan nhi aa jta koi kuch nhi kah sakta hai,
ReplyDeleteshubhra ji jab tak vigyapan nhi aa jta koi kuch nhi kah sakta hai,
ReplyDeletesagar ji 15th amendment ki jo copy
ReplyDeleteuptet4you per lagi hai usme to gunak
system show ho raha hai
11वीं के विद्यार्थियों को मिलेंगे कैमरा वाले टैबलेट
ReplyDeleteरमण शुक्ला/अमर उजाला ब्यूरो-
अखिलेश सरकार सूबे के 2012-13 में दसवीं पासकर ग्यारहवीं में नामांकन कराने वाले विद्यार्थियों को कैमरा से लैस टैबलेट व लैपटॉप बांटेगी। शासन द्वारा लैपटॉप व टैबलेट खरीद के लिए निर्धारित मानक में कैमरा की सुविधा को भी शामिल किया गया है। इसी तरह लैपटॉप व टैबलेट में वाई-फाई और ब्लूटूथ की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
शासन ने टैबलेट की खरीद के लिए विशेषज्ञों की गठित समिति द्वारा स्पेसिफिकेशन निर्धारित किए जाने के बाद शासनादेश जारी करदिया है। अब शीघ्र ही शासन द्वारा खरीद प्रक्रिया के लिए नामित एजेंसी यूपी इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन की ओर से निर्धारित टेंडर जारी करने की तैयारी है।
करीब 10 इंच स्क्रीन वाले टैबलेट में टच स्क्रीन की सुविधा भी विद्यार्थियों को उपलब्ध होगी। थ्रीजी सपोर्टेड टैबलेट में 15 मीटर एरिया की वाई-फाई सुविधा भी मिलेगी। इसी तरह टैबलेट में तीन मेगा पिक्सल फ्रंट कैमरा और दो मेगा फिक्सल बैक कैमरा की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की कमजोर आपूर्ति व्यवस्था को देखते हुए 6 घंटे बैकअपवाली बैट्री उपलब्ध कराए जाने का प्रावधान किया गया है। टैबलेट में किसी तरह की तकनीकी खराबी आने पर विद्यार्थी इसे एक साल तक आपूर्ति करने वाली कंपनी द्वारा जिला स्तर पर खोले गए सर्विस सेंटर में जाकर सही करवा सकते हैं।
महत्वपूर्ण बात यह है कि सरकार ने टैबलेट आपूर्ति करने से पहले केन्द्र सरकार के प्रयोगशाला और स्पेसिफिकेशन कंपनी से मानक और गुणवत्ता की जांच कराने की शर्ते भी रखी है। टैबलेट में ऑडियो व वीडियो की अच्छी रिकार्डिंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी। की-बोर्ड रख-रखाव संबंधित सुविधा को ध्यान में रखते हुए अलग से विशेष चमड़े की कवर मुहैया होगी। ताकि सालों तक विद्यार्थी सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए टैबलेट को सुरक्षित रख सकें।
और क्या होगा खास
-एंड्रॉयड 4.0 आईसीएस
-8 जीबी इंटरनल फ्लैश मेमोरी
-32 जीबी मेमोरी एसडी कार्ड
-मल्टी कोर प्रोसेसर
-1 जीबी डीडीआर-3 रैम
-एक साल की वारंटी
-यूएसबी सपोर्ट
-जीपीआरएस के साथ तमाम आधुनिक सुविधाएं
subhra ji apne dekha hai,
ReplyDeletedekho kuch bhi ho abhi koi kuch nhi kah sakta,
Merit gunak ki banegi
ReplyDeleteBAHUT BHATTA - BHATTA GA RAHE THE AB BHUKTO.
ReplyDeleteBHATTE SE NAHI ROJGAR SE BHAL HO SAKTA HAI.
HUME BHATTE KA VIRODH KARNA CHAHIYE
Yar mera flat 238 gen art par kya hoga?plz reply me
ReplyDeleteDostoun, mere highschool marksheet mere nam ki spellin "JJUBAIR AHMAD" print h or baki sabhi cirtificates me "JUBAIR AHMAD" Print h. 10th me double 'J' h, koi problem to nai hogi.
ReplyDeleteAise log teacher banne ja rahe hain jinke gunank 65+ he
ReplyDeleteaur apne aap par wishwas nahi ke select honge ya nahi
waah re mere desh ke system