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सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर शिक्षक भर्ती की तैयारी शुरू ***चुनावी गणित में भावी शिक्षकों पर भी डोरे *** :----

Monday 25 June 2012

टीईटी अभ्यर्थी नियुक्ति को सड़कों पर उतरेंगे

टीईटी अभ्यर्थी नियुक्ति को सड़कों पर उतरेंगे
सहारनपुर : टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने मेरिट के आधार पर नियुक्ति के लिए सड़कों पर उतरकर संघर्ष का निर्णय लिया है। बैठक कर उन्होंने प्रदेश सरकार की नीयत पर शक जताया और हक के लिए सुप्रीम कोर्ट जाने का संकल्प भी दोहराया।
रविवार को गांधी पार्क में हुई टीईटी(उत्तीर्ण)संघर्ष मोर्चा की बैठक में अध्यक्ष संजय कुमार ने कहा कि टीईटी की मेरिट के आधार पर 72 हजार 825 शिक्षक भ‌र्त्ती की जो प्रक्रिया बसपा सरकार द्वारा तैयार की गई थी, उस पर सपा सरकार की ओर से विरोधाभासी बयान आ रहे हैं। पिछले दिनों कन्नौज में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तथा विधानसभा में बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी के बयानों में एकरूपता नहीं है। राजनैतिक भाषा का प्रयोग करते बयानों में केवल अभ्यर्थियों की मदद की बात कही गई। मामले में सरकार की नीयत साफ नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार वास्तव में अभ्यर्थियों की मदद करना चाहती है तो उसे अपनी नीति और नीयत साफ रखनी चाहिए। बैठक में सरकार द्वारा विज्ञापन की शर्तो के आधार पर भ‌र्त्ती प्रक्रिया पूरी न करने पर सड़कों पर उतरकर संघर्ष का निर्णय लिया गया।
अभ्यर्थियों ने हक के लिए सुप्रीम कोर्ट जाने का संकल्प भी दोहराया। इस दौरान बबलू सिंह, मुकेश कुमार, अनिल कुमार, विक्रम सिंह, अंकित शर्मा, प्रदीप पोड़वाल, रोहित, सुधीर कुमार, शिव चरण सिंह, पंकज कुमार, देवेन्द्र कुमार, प्रदीप कुमार आदि मौजूद रहे।

Source- Jagran
24-6-2012

Saturday 23 June 2012

UPTET- शिक्षकों के अंतर जनपदीय तबादलों को हरी झंडी

बेसिक शिक्षा विभाग ने जारी किया शासनादेश
जागरण ब्यूरो, लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित स्कूलों के शिक्षकों की उनकी मर्जी के मुताबिक एक से दूसरे जिलों में तबादले की मुराद जल्द पूरी होगी। मायावती सरकार ने परिषदीय शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादलों की जिस प्रक्रिया को शुरू करने का फैसला किया था, उसे अमल में लाने के लिए सपा सरकार ने हरी झंडी दिखा दी है। बेसिक शिक्षा विभाग ने इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया है।
शासनादेश में कहा गया है कि वर्ष 2012 में किसी भी जिले में उतनी ही संख्या में शिक्षकों का तबादला किया जाए जिससे कि जिले से बाहर जाने और आने वाले शिक्षकों की संख्या में विसंगति न पैदा हो। तबादलों के लिए हर जिले में श्रेणीवार प्राथमिकता सूची बनायी जाएगी और उसे वेबसाइट पर प्रदर्शित किया जाएगा ताकि शिक्षकों को यह पता चल सके कि प्राथमिकता सूची में वे कहां हैं। यदि चालू वर्ष में 72,825 शिक्षकों की नियुक्ति की कार्यवाही होती है तो किसी जिले से उतने ही अध्यापक स्थानांतरित किए जाएंगे जितने वहां नियुक्त हों। 31 दिसंबर 2011 तक जिन शिक्षकों के आवेदन प्राप्त हो चुके हैं उन पर अगले साल जून तक 60,000 स्नातक शिक्षामित्रों के समायोजन के बाद भी तबादले की कार्यवाही संभव हो सकेगी। शासनादेश में यह भी कहा गया है कि तबादले करने के बाद यह भी समीक्षा की जाए कितने प्रतिशत शिक्षकों के स्थानांतरण उनके अनुरोध के अनुसार हो पाये। ऐसी रणनीति भी बना ली जाए ताकि पिछड़े क्षेत्रों की शिक्षा पर विपरीत प्रभाव डाले बिना बचे हुए आवेदन पत्रों पर भी तबादले की कार्यवाही की जा सके।
मायावती सरकार ने पिछले साल शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादलों के लिए उप्र बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली, 1981 के नियम-21 में संशोधन किया था। शासन ने यह तय किया था कि अंतर जनपदीय तबादलों के लिए पांच श्रेणियां बनाई जाएंगी जिसमें शिक्षिकाओं को वरीयता दी जाएगी। यह भी तय किया था कि शिक्षकों की वरिष्ठता के आधार पर तबादले किए जाएंगे। पहली वरीयता उन शिक्षिकाओं को दी जाएगी जिन्होंने विवाह के कारण तबादले के लिए आवेदन किया है। दूसरी वरीयता उन शिक्षिकाओं को दी जाएगी जो गृह जिले से भिन्न जिले में जाना चाहती हैं। तीसरी वरीयता उन शिक्षिकाओं को दी जाएगी जो गृह जिलों में तबादले चाहती हैं। चौथी वरीयता पर वे पुरुष शिक्षक होंगे जो गृह जिले से भिन्न जिले में स्थानांतरण चाहते हैं। पांचवीं वरीयता पर वे पुरुष शिक्षक होंगे जो गृह जिलों में तबादले के इच्छुक हैं। तबादलों के लिए शिक्षकों से 31 दिसंबर 2011 तक आवेदन मांगे गए थे लेकिन इस बीच चुनाव आचार संहिता लागू हो जाने के कारण इन पर अमल नहीं हो पाया था।

Source- Jagran
23-6-2012

टीईटी अभ्यर्थियों को जल्द मिलेगी नियुक्ति

देहरादून, जागरण ब्यूरो:
रोजगार की राह देख रहे 2253 टीईटी अभ्यर्थियों के लिए राहत की खबर है। चुनाव आचार संहिता के चलते नियुक्ति पर लगी रोक हटाने के लिए महकमे ने निर्वाचन आयोग के दर पर गुहार लगाई है। आयोग से मंजूरी मिली तो सितारगंज उप चुनाव की आचार संहिता के चलते थमी नियुक्ति प्रक्रिया रफ्तार पकड़ सकेगी।
टीईटी अभ्यर्थियों के पद बढ़ाने की मुख्यमंत्री की घोषणा में कई पेच फंसने के बाद सरकार को इस मामले में रोलबैक करना पड़ा है। चयन प्रक्रिया के बीच में शिक्षा के अधिकार एक्ट के तहत शिक्षक और छात्र के 1:30 के अनुपात में पद बढ़ाने के मामले में सरकार को कदम पीछे खींचने पड़े हैं। विधानसभा के बजट सत्र के दौरान कांग्रेस विधायक की मांग पर मुख्यमंत्री ने टीईटी से भरे जा रहे प्राइमरी शिक्षकों के पद बढ़ाने की घोषणा की थी। इस घोषणा पर मंथन के बाद नियुक्ति प्रक्रिया में पेच फंसने के अंदेशे के साथ ही वित्तीय हालत के चलते इस मामले को मुख्यमंत्री ने शिक्षा मंत्रालय की ओर खिसका दिया है। नियुक्तियों में अड़ंगा नहीं लगे, इसके चलते मंत्रालय ने एहतियात बरतते हुए फिलवक्त पहले से घोषित 2253 पदों पर नियुक्ति करने का फैसला किया है। शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने इसकी पुष्टि की।
उधर, नियुक्ति प्रक्रिया सितारगंज उप चुनाव की आचार संहिता के चलते थमी हुई है। सरकार ने अपनी ओर से इसके लिए समाधान तलाश किया है। निर्वाचन आयोग से नियुक्ति प्रक्रिया में ढील देने को कहा गया है। इस मामले में महकमे का तर्क है कि नियुक्ति प्रक्रिया बीते दिसंबर माह से चल रही है। बीच में अदालत के फैसले की वजह से यह प्रक्रिया रुकी रही। अब फैसला आने के बाद इस प्रक्रिया पर रोक हट गई है। लिहाजा नियुक्ति प्रक्रिया की अनुमति दी जाए। उम्मीद की जा रही है कि आयोग से अनुमति मिल जाएगी। ऐसा हुआ तो चुनाव के दौरान ही नियुक्ति प्रक्रिया चालू की जा सकेगी।

Source- Jagran
23-6-2012

Wednesday 20 June 2012

टीईटी घोटाले का एक और आरोपी गिरफ्तार

रमाबाई नगर, कार्यालय संवाददाता : उप्र शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में अभ्यर्थियों के चयन के नाम पर वसूली के मामले में अकबरपुर पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी से की गई पूछताछ में पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। पुलिस ने आगे की तफ्तीश के लिए रिमांड पर लेने की बात कही है।
बताते चलें कि 31 दिसंबर 2011 को अकबरपुर पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 8673000 रुपये बरामद किए थे। पूछताछ में सभी ने टीईटी चयन परीक्षा में उत्तीर्ण कराने के नाम पर उक्त धनराशि वसूलने की बात कही थी। पुलिस ने 6 जनवरी 2012 को रैकेट के चार सदस्यों तथा 11 जनवरी को साक्षरता एसोसिएट प्रोग्राम कोआर्डिनेटर नरेंद्र प्रताप सिंह व उनके सहयोगी गोमती नगर लखनऊ के रामशंकर मिश्रा को गिरफ्तार किया था। इन दोनों के कब्जे से भी पांच लाख रुपया बरामद हुआ था। इसके बाद पुलिस ने टीईटी घोटाले के मुख्य सूत्रधार शिक्षा निदेशक संजय मोहन को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की थी। मामले में अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। वहीं अकबरपुर कोतवाली में दर्ज मुकदमे में वीपी सिंह उर्फ पुष्पराज निवासी समसपुर सुरानी थाना सरधना मेरठ वांछित चल रहा था। सोमवार रात पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर रूरा टेंपो स्टैंड पर वाहन का इंतजार कर रहे वीपी सिंह को गिरफ्तार कर लिया। अकबरपुर कोतवाल दिनेश त्रिपाठी ने बताया पकड़ा गया युवक टीईटी प्रकरण में वांछित चल रहा था। युवक ने भर्ती प्रक्रिया में अभ्यर्थियों को पास कराने के लिए मेरठ तक जाल फैलाने की बात स्वीकारी है। आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।

Source- Jagran
20-6-2012

टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की जल्द भर्ती की मांग उठी

टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की जल्द भर्ती की मांग उठी
फैजाबाद, भर्ती प्रक्रिया शीघ्र शुरू किए जाने की मांग को लेकर टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की बैठक में गुलाबबाड़ी में हुई। रविवार को हुई इस बैठक की अध्यक्षता अनिल कुमार मौर्य तथा संचालन अमृतांश श्रीवास्तव ने की।
बैठक में मौजूद अभ्यर्थियों ने टीईटी भर्ती प्रक्रिया में विलंब से फिरोजाबाद में देशराज नामक अभ्यर्थी द्वारा की गई आत्महत्या के मामले में दो मिनट का मौन रखकर शोक व्यक्त किया गया। इस मौके पर अवधेश सिंह, संतोष कुमार सिंह, सुनील सिंह, अल्पना पांडेय, जितेंद्र वर्मा, भीमदेव मिश्र, राकेश पांडेय, अजय पांडेय, जनार्दन पांडेय, सुरेंद्र मौर्य, संतोष वर्मा, इरफान, संतोष सिंह, अनिल यादव व संजय पांडेय आदि मौजूद रहे।

Source- Jagran
18-6-2012

टीईटी से मिल सकती है राहत

जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : शिक्षक पात्रता परीक्षा को शिक्षकों की नियुक्ति की अनिवार्य योग्यता बनाए जाने के नियम से शिक्षा मित्रों को राहत मिल सकती है। उत्तर प्रदेश निश्शुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार नियमावली, 2011 के तहत अध्यापकों की नियुक्ति के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा को अनिवार्य योग्यता घोषित किया गया है।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के निदेशक महेंद्र सिंह ने शिक्षा मित्रों को टीईटी परीक्षा से छूट देने का प्रस्ताव शासन को भेजा है। प्रस्ताव में कहा गया है कि शिक्षामित्र निश्शुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम के आने से पूर्व एक जुलाई वर्ष 2001 से कार्य कर रहे हैं। इसलिए शिक्षामित्रों के लिए अध्यापक बनने की अनिवार्य योग्यता टीईटी न निर्धारित की जाए। प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के प्रदेश मंत्री अनिल यादव ने बताया कि शिक्षामित्रों को अगस्त से अप्रशिक्षित शिक्षक वेतनमान दिए जाने का प्रस्ताव भी शासन स्तर पर विचाराधीन है। गौरतलब है कि इस वक्त प्रदेश भर में लगभग एक लाख 70 हजार शिक्षामित्र कार्यरत हैं। इनमें से साठ हजार का प्रशिक्षण भी प्रारंभ हो चुका है।

Source- Jagran
17-6-2012

Tuesday 19 June 2012

टीईटी छात्रों ने किया हाइवे जाम





फीरोजाबाद। टीईटी में सफल छात्र की आत्महत्या करने की घटना के बाद आस पास के जनपदों के भी टीईटी के छात्र फीरोजाबाद में एकत्र हुए और जुलूस निकालकर सुभाष चौक पर जाम लगा दिया। यह लोग मृतक छात्र के परिजनों की आर्थिक सहायता करने, परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने, भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग कर रहे थे। साथ ही डीएम को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे, इसी मांग को लेकर सड़क पर यह लेट गए। बाद में पुलिस ने बल प्रयोग कर हाइवे से हटाया।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत इलाहाबाद, कानपुर, आगरा, मथुरा, उन्नाव, गाजीपुर, लखनऊ और अन्य जनपदों से छात्राओं का क्रम सुबह 10 बजे से शुरू हो गया। सभी छात्र गांधी पार्क में एकत्र हो गए और नारेबाजी करते हुए हाइवे पर पहुंचे और सुभाष तिराहे पर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान छात्र प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। छात्र फीरोजाबाद निवासी देशराज द्वारा आत्महत्या करने के लिए दोषी प्रदेश सरकार को बता रहे थे। छात्राओं के धरना प्रदर्शन की खबर पर सिटी सर्किल के थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। धरने का नेतृत्व कर रहे मथुरा से आए टीईटी संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष जावेद अली ने कहा कि प्रदेश सरकार की प्रदेश सरकार की तानाशाही के चलते एक छात्र ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। सिटी मजिस्ट्रेट राकेश कुमार मालपाणी ने छात्राओं की बात को सुनते हुए उनसे ज्ञापन देने की बात कही, लेकिन छात्र डीएम को ज्ञापन देने की बात कहने लगे। बात नहीं बनी तो छात्र हाइवे पर लेट गए। पुलिस ने छात्रों को बल प्रयोग कर हाइवे से हटा दिया। छात्रों के आंदोलन की खबर पर एडीएम प्रमोद कुमार शर्मा, क्षेत्राधिकारी सदर सुभाष शाक्य भी मौके पर पहुंच गए। बाद में छात्रों ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर धरना समाप्त कर किया। इस अवसर पर राजेश प्रताप(बरेली), मंयक तिवारी (एटा), शिवकुमार (इलाबाहाद), देवदत्त (बदायूं) मौजूद रहे।

मृतकाश्रित को मिले आर्थिक सहायता
फीरोजाबाद(ब्यूरो)। छात्रों ने आंदोलन से पूर्व मृतक देशराज के पिता को सुभाष तिराहे पर बुला लिया। छात्रों ने सिटी मजिस्ट्रेट से मुलाकात करते हुए मृतक के पिता को आर्थिक सहायता तथा एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाने की बात रखी। सिटी मजिस्ट्रेट ने आश्वासन दिया कि वह मुख्यमंत्री राहतकोष परिजनों को आर्थिक सहायता दिलाई जाएगी।

लाठी तो मंजिल आसान
फीरोजाबाद (ब्यूरो)। सुभाष तिराहे पर धरना दे रहे छात्र जब आक्रोशित हुए तो खाकी भी तैश में आ गई। कह दिया कि आंदोलन की कोई जानकारी पहले से प्रशासन को नहीं दी गई। रोड जाम किया तो लाठियां खाओगे।
वाक्या करीब 2.35 का है। अधिकारियों के ना आने पर छात्रों ने हाइवे को जाम कर दिया था। पुलिस ने बल प्रयोग कर उनको सुभाष तिराहे पर चबूतरे पर बैठा दिया। इसके बाद छात्रों का पारा चढ़ा तो खाकी भी तैश में आ गई। यहां तक कह दिया कि अब हाइवे जाम किया तो सड़क पर डलकर लाठियां खाओंगे तो छात्रों ने इसका जवाब भी बढ़ी शालीनता से जवाब देते हुए कहा कि जितनी लाठी उतनी मंजिल आसान। 

Source- Amar Ujala
19-6-2012

प्राइमरी स्कूलों में नियुक्तिकी खुल गई राह


सहारनपुर : सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों के संबद्ध प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति की स्थिति साफ हो गई है। नियुक्ति को अनुमति का अधिकार शासन द्वारा एक बार फिर डीआईओएस को दे दिया गया है।
अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों का चयन व नियुक्ति की प्रक्रिया उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड इलाहाबाद द्वारा पूरी की जाती है। जिले में ऐसे स्कूलों की संख्या 81 है। इनमें से 11 स्कूल संबद्ध प्राइमरी है, जिनमें सात बालक व चार बालिकाओं के स्कूल हैं। संबद्ध प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों के करीब 60 पद स्वीकृत हैं। इनमें 20 से अधिक पद रिक्त चल रहे हैं।
टीईटी को किया गया संशोधित
प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए शासन द्वारा बेसिक शिक्षा परिषद की नियमावली में संशोधन किया गया था। इसके मुताबिक शिक्षकों की नियुक्ति का आधार टीईटी की मेरिट को कर दिया गया। विभागीय सूत्रों के मुताबिक बेसिक शिक्षा परिषद से सहायता प्राप्त प्राइमरी व जूनियर स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति का आधार टीईटी होगी। संबद्ध प्राइमरी स्कूलों में भी यही व्यवस्था लागू होगी।
नियुक्ति को मिलेगी अनुमति
जिला विद्यालय निरीक्षक शिवलाल का कहना है कि पहले नियुक्ति के लिए अनुमति शासन से लेनी होती थी लेकिन अब अनुमति स्कूल मैनेजमेंट को उनके स्तर से मिल सकेगी, इसके लिए स्कूल को नियुक्ति संबंधी सभी नियमों-उपनियमों आदि का पालन करना होगा।

Source- Jagran
17-6-2012

Friday 15 June 2012

18 से मिलेंगे टीईटी प्रमाणपत्र

इलाहाबाद : राजकीय इंटर कॉलेज में 18 जून से टीईटी प्रमाण पत्र मिलेंगे। अभ्यर्थी प्रत्येक कार्य दिवस में पूर्वाह्न 10 बजे से शाम चार बजे तक मूल प्रवेश पत्र के साथ आकर अपना प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकते हैं। प्रधानाचार्य सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि आयोग की परीक्षा होने के कारण 16 एवं 17 जून को प्रमाणपत्र का वितरण नहीं किया जा सकेगा।
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Source- Jagran
15-6-2012

मृतक आश्रितों को भी बिना टीईटी मास्टरी नहीं



इलाहाबाद : मृतक आश्रित कोटे के तहत प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए शिक्षक योग्यता परीक्षा (टीईटी) को अनिवार्य योग्यता घोषित किया गया है। शिक्षा के अधिकार अधिनियम की नियमावली के तहत यह नियम लागू किया गया है।
अप्रैल 2010 को शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू किया गया। उत्तर प्रदेश सरकार ने 27 जुलाई 2011 को इस अधिनियम के लिए नियमावली लागू की। इस नियमावली के संदर्भ में जारी एक शासनादेश के तहत 27 जुलाई 2011 के बाद किसी भी रूप में प्राथमिक शिक्षक की नियुक्ति के लिए टीईटी को अनिवार्य योग्यता माना गया है। इसी प्रकार मृतक आश्रित कोटे के तहत अध्यापक बने वह अभ्यर्थी जिन्होंने टीईटी की परीक्षा नहीं पास की है, के चयन को रद किए जाने की घोषणा की गई है। इस नियम के चलते कई शिक्षकों को अपनी नौकरी खोनी पड़ सकती है।
पूर्व व्यवस्था के अनुसार, मृतक आश्रित कोटे के तहत अध्यापक बनने वाले अभ्यर्थियों को सेवाकाल के दौरान ही बीटीसी की ट्रेनिंग दी जाती थी।
वर्जन
जिले में अब तक सोरांव में एक मामला संज्ञान में आया है। संबंधित अध्यापक का नियमानुसार वेतन रोकने और सेवामुक्ति के लिए नोटिस जारी करने की कार्रवाई प्रारंभ की गई हैं।
दिनेश कुमार यादव, बेसिक शिक्षा अधिकारी

Source- Jagran
15-6-2012

Thursday 14 June 2012

स्नातक शिक्षामित्रों के लिए टीईटी अनिवार्य नहीं


सैदपुर (गाजीपुर) : प्रशिक्षणरत स्नातक शिक्षामित्रों व बीटीसी प्रशिक्षणार्थियों के लिए टीईटी अनिवार्य नहीं है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान व प्रशिक्षण परिषद लखनऊ के निदेशक डॉ महेंद्र सिंह बुधवार को डायट पर पत्रकारों से मुखातिब थे।
उन्होंने कहा कि शिक्षामित्रों को भी दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बोले, इंग्लिश मीडियम व नर्सरी विद्यालयों की तर्ज पर प्राथमिक विद्यालयों में भी प्री-प्राइमरी शिक्षा दी जाएगी। साढे़ तीन साल के बच्चों का दाखिला लिया जाएगा। कक्षा एक से 10 तक की शिक्षा का आधार मजबूत करने के लिए शिक्षा को तीन स्तर बीएसए, डीआईओएस व डायट प्राचार्य के रूप में बांटा गया है। इन सभी की जिम्मेदारी है कि बेसिक व माध्यमिक शिक्षा को सशक्त बनाएं। उन्होंने कहा कि बीएड डिग्री धारकों का यदि चयन किया जाएगा तो उनके लिए क्वालिटी कंट्रोल की व्यवस्था होगी। साफ कहा कि टीईटी को पात्रता परीक्षा के रूप में रखा जाएगा। इससे संबंधित प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। उच्च न्यायालय यह मामला विचाराधीन है। इसके पूर्व उन्होंने बीटीसी 2010 व 11 बैच का निरीक्षण किया। प्रशिक्षणार्थियों से पूछताछ से संतुष्ट दिखे।

Source- Jagran
13-6-2012

कहां गुम हुए टीईटी के सांख्यिकी आंकड़े!



सहारनपुर:टीईटी के साख्यिकी आंकड़ों का अभी तक खुलासा नहीं किया गया जो कई शंकाओं का जन्म दे रहा है।
प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा गत 13 नवंबर को मंडल स्तर पर टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) कराई गई थी। रिजल्ट 25 नवंबर को घोषित करने के बाद परिषद ने आज तक इसके सांख्यिकी आंकड़े जारी नहीं किए हैं। सूत्रों का कहना है कि आंकड़े जारी न करने के पीछे कोई बड़ा खेल हो सकता है। फरवरी में सामने आए घोटाले में तत्कालीन निदेशक माध्यमिक शिक्षा संजय मोहन को गिरफ्तार किया गया था। चुनाव बाद प्रदेश में सपा सरकार आने के साथ ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि अब टीईटी गड्ढे में चली जायेगी। हालांकि सरकार की ओर से प्रक्रिया को रद्द न करने के संकेत दिए गए हैं।
सांख्यिकी आंकड़ों से परहेज
माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा 25 नवंबर को घोषित रिजल्ट के मुताबिक प्राथमिक परीक्षा में 5 लाख 94 हजार 53 अभ्यर्थियों में से 2 लाख 70 हजार 806 तथा उच्च प्राथमिक परीक्षा में 5 लाख 19 हजार 665 में से 2 लाख 9 हजार 789 अभ्यर्थी सफल हुए थे। बाद में रिजल्ट में संशोधन का दौर चला और इसके बाद उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की संख्या में आंशिक परिवर्तन हुआ।
आंकड़ों से बड़ा उलटफेर
टीईटी प्रक्रिया के जानकार सूत्रों के मुताबिक सांख्यिकी आंकड़े जारी न करने के पीछे कई पेंच हैं। बताते हैं कि सामान्य, अन्य पिछड़ा वर्ग व अनुसूचित जाति/जनजाति के अभ्यर्थियों में कुछ वर्ग ऐसे हैं जो अपनी कैटेगिरी के रिक्त पदों के सापेक्ष परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं हो सके हैं। अभ्यर्थियों का आंकड़ा शिक्षक भ‌र्त्ती प्रक्रि या के अनुकूल नहीं है जो पूरे गणित को गड़बड़ा रहा है। सूत्रों का कहना है कि परीक्षा संस्था द्वारा आमतौर पर परीक्षा व रिजल्ट के सांख्यिकी आंकड़े जारी किए जाते हैं। लेकिन टीईटी में ऐसा न किया जाना नई शंकाओं को जन्म दे रहा है।
इन्होंने कहा...
टीईटी की परीक्षा बोर्ड ने कराया था, उसी ने रिजल्ट जारी किया, इसलिए वह संख्या उन्हीं के पास हो सकती है। मंडल स्तर पर इस विषय में कोई जानकारी उपलब्ध नही है।
जेडी, मंजू सिंह, मेरठ

Source- Jagran
12-6-2012

Monday 11 June 2012

केंद्र तक अपनी आवाज पहुंचाएंगे टीईटी अभ्यर्थी

केंद्र तक अपनी आवाज पहुंचाएंगे टीईटी अभ्यर्थी
देवरिया: टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक रविवार को टाउनहाल परिसर में आयोजित की गई। इसमें मोर्चा पदाधिकारियों ने आगे की रणनीति तय की। अभ्यर्थियों ने केंद्र तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए 12 जून को दिल्ली के जंतर-मंतर पर होने वाले एक दिवसीय धरने को सफल बनाने का संकल्प लिया।
बैठक को संबोधित करते हुए मोर्चा के प्रदेश संरक्षक गोरखनाथ सिंह ने कहा कि वाराणसी से मनोज कुमार मयंक द्वारा 20 मई को शुरू की गई पदयात्रा 12 जून को दिल्ली के जंतर-मंतर पहुंचेगी। जहां टीईटी अभ्यर्थियों द्वारा एक दिवसीय धरना दिया जाएगा। धरने के दौरान अभ्यर्थी केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल को ज्ञापन सौंपेंगे। श्री सिंह ने कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होती यह संघर्ष जारी रहेगा।
मोर्चा के रघुवंश शुक्ला ने कहा कि सरकार चारों तरफ से घिर चुकी है। उन्होंने कहा कि अभी सरकार की नीयत साफ नहीं है, लेकिन किसी भी हाल में हम अपने लक्ष्य को प्राप्त किए बिना चुप बैठने वाले नहीं हैं। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश कुशवाहा ने कहा कि हम सरकार के सामने घुटने टेकने वाले नहीं हैं। राजीव दीक्षित ने कहा कि लखनऊ में जो कुछ हुआ वह ऐतिहासिक था। अभ्यर्थियों के इस प्रदर्शन से सरकार पूरी तरह भयभीत हो चुकी है। उम्मीद है जल्द ही इसका सार्थक परिणाम दिखेगा। संचालन संदीप कुशवाहा ने किया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से राकेश मणि त्रिपाठी, पुण्डीकाक्ष शर्मा, पद्माकर, संतोष, हरेंद्रपुरी, विश्वकर्मा, चंद्रभूषण सिंह, अरविंद मिश्र, मनोज कुमार, रतेंद्र सिंह, शालिनी चौहारी, शैलेष मुन्ना विश्वकर्मा, श्याम रंजन, शैलेष कुमार पांडेय, मुन्ना विश्वकर्मा, हरेंद्र, रति शर्मा, अनिल कुमार, संतोष चौबे, रघुवंश मणि दूबे, विकास पाण्डेय, मनोज कुमार सिंह, यशवंत कुमार, संतोष कुमार आदि मौजूद थे।

Source- Jagran
10-6-2012

जंतर-मंतर पर कल अनशन करेंगे टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी

जंतर-मंतर पर कल अनशन करेंगे टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी
बुलंदशहर : शिक्षक पात्रता परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर नियुक्ति की मांग को लेकर वाराणसी से पैदल यात्रा कर आए दो सदस्यों का स्वागत किया गया। यहां से दल दिल्ली रवाना हुआ। सभी सदस्य मंगलवार को जंतर मंतर पर अनशन कर कपिल सिब्बल को ज्ञापन सौंपेंगे।
टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के दो सदस्य मयंक और रमेश कुमार वाराणसी से पैदल चलकर शुक्रवार रात बुलंदशहर पहुंचे। यहां मोर्चा के सदस्यों ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर मोर्चा की उपाध्यक्षा सुधा आर्य ने कहा कि जब तक पूर्व निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार नियुक्तियां नहीं होतीं, जब तक संघर्ष जारी रहेगा। शिक्षा सुधार समिति के सचिव अमरपाल लोधी ने कहा कि केंद्र एवं प्रदेश सरकार का सर्व शिक्षा अभियान तब तक विफल है, जब तक कि प्रदेश के प्रत्येक विद्यालय में योग्य शिक्षकों का अभाव रहेगा।
मोर्चे की सदस्या ज्योति वर्मा ने कहा कि यदि प्रदेश सरकार टीईटी के आधार पर शीघ्र भर्ती नहीं करती तो प्रदेश के लाखों टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी आमरण अनशन के लिए विवश होंगे। इसी मांग को लेकर पदयात्रियों का दल शनिवार को दिल्ली रवाना हुआ। यहां जंतर-मंतर पर मंगलवार को सभी सदस्य अनशन करेंगे। इसके बाद केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल को आठ सूत्रीय मांग पत्र सौंपेंगे। पदयात्रियों का स्वागत करने वालों में ऋषिपाल सिंह, रामौतार सिंह, कपिल कुमार, रामवीर शर्मा, सिद्धांत कटियार आदि शामिल रहे।
Source- Jagran
11-6-2012

Wednesday 6 June 2012

टीईटी अभ्यर्थी आंदोलन खत्म कर दें। उन्हें जल्द राहत मिलेगी।


Source-Amar Ujala
6-6-2012

टीईटी अभ्यर्थियों को मिलेगी राहत


 
- समिति की रिपोर्ट को मुख्यमंत्री अखिलेश ने दी हरी झंडी
- मुख्यमंत्री ने कहा, टीईटी अभ्यर्थी आंदोलन न करें, हम उनकी मदद करने जा रहे
लखनऊ, जाब्यू : प्रदेश सरकार ने शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को राहत देने का मन बना लिया है। इस मामले में गठित समिति की रिपोर्ट को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी हरी झंडी दे दी है। मंगलवार को कन्नौज में मुख्यमंत्री ने इसके स्पष्ट संकेत भी दिए। पत्नी डिंपल के नामांकन से पहले अपने संबोधन के दौरान उन्होंने युवाओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि टीईटी अभ्यर्थी आंदोलन न करें। हम उनकी मदद करने जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि टीईटी के परिणाम में हेराफेरी का मामला प्रकाश में आने के बाद सरकार ने इस मामले के लिए एक समिति का गठन कर दिया था। तब से आशंका जाहिर की जा रही थी कि यह परीक्षा रद भी की जा सकती है जिसको लेकर टीईटी अभ्यर्थी आंदोलनरत थे। टीईटी अभ्यर्थियों ने लखनऊ में कई बार जोरदार प्रदर्शन किया। इससे पहले सरकार विधानसभा में भी कह चुकी है कि प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से ही की जाएगी।
उधर शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) को लेकर अनिर्णय की स्थिति पर मंगलवार को विधानमंडल के दोनों सदनों में चिंता जतायी गई। विधान सभा में भाजपा के श्यामदेव राय चौधरी की ओर से सवाल किया गया कि क्या सरकार टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को सेवायोजित करने पर विचार कर रही है? सवाल के जवाब में बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री वसीम अहमद ने बताया कि यह मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। जब पूछा गया कि टीईटी के बारे में सरकार कब तक फैसला करेगी तो मंत्री ने कहा कि इस प्रकरण में सरकार को उच्च न्यायालय के फैसले का इंतजार है। शासन ने टीईटी के बारे में निर्णय किये जाने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति भी गठित की है। कोर्ट का फैसला आने के बाद शासन इस मामले में उचित निर्णय करेगा।
उधर विधान परिषद में भाजपा के डॉ.नैपाल सिंह, यज्ञदत्त शर्मा व अन्य सदस्यों ने टीईटी के उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के बारे में सरकार की ओर से कोई फैसला न किये जाने की सूचना देते हुए कार्यस्थगन की पेशकश की। उनका कहना था कि सरकार की निष्क्रियता के कारण अभ्यर्थी आये दिन धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर हो रहे हैं जिससे स्थिति बिगड़ भी सकती है। इस पर सदन में मौजूद राजस्व मंत्री अंबिका चौधरी ने बताया कि सरकार जल्दी से जल्दी शिक्षकों की नियुक्तियां करना चाहती है। यह मामला जटिल है। इसलिए सरकार इस प्रकरण के सभी पहलुओं पर गंभीरता से विचार कर रही है। शीघ्र ही सरकार इस मसले पर समुचित निर्णय करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार अपने घोषणा पत्र में किये गए सभी वादों को तीन साल में पूरा करेगी। इस पर सभापति गणेश शंकर पांडेय ने कार्यस्थगन प्रस्ताव अस्वीकार कर कर शासन को आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश दिया।
शिक्षक दल के जगवीर किशोर जैन, हेम सिंह पुंडीर, ध्रुव कुमार त्रिपाठी व अन्य ने गृह जिलों से दूरस्थ जिलों में सेवारत परिषदीय शिक्षकों को अपने गृह या समीप के जिले के स्कूलों में स्थानांतरित किये जाने के बारे में सूचना दी। राजस्व मंत्री अंबिका चौधरी ने सदन को बताया कि ऐच्छिक जिलों में तबादलों के लिए सरकार ने शिक्षकों से आवेदन मांगे थे। शिक्षकों ने बड़ी संख्या में आवेदन किया है। दिक्कत यह है कि ज्यादातर शिक्षक ऐसे जिलों में तबादला चाहते हैं जहां उतने पद ही नहीं सृजित हैं। सरकार यथाशीघ्र इस पर निर्णय करेगी। तबादलों में महिला शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण को वरीयता दी जाएगी।

Source- Jagarn
5-6-2012

अब सरकारी स्कूलों में शुरू होगी स्मार्ट क्लास





Story Update : Tuesday, June 05, 2012    1:01 AM

लखनऊ। अब सरकारी स्कूल के बच्चे भी मानव अंगों के आंतरिक क्रियाकलापों को समझने के लिए सिर्फ किताबों और ब्लैक बोर्ड पर बनाए गए चित्रों पर निर्भर नहीं रहेंगे। निजी स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूलों में भी स्मार्ट क्लासेज शुरू होने जा रही है, जहां बच्चे प्रोजेक्टर के माध्यम से स्क्रीन पर विज्ञान के रहस्यों को बेहतर ढंग से समझ सकेंगे। इसके लिए स्कूल प्रधानाचार्य और शिक्षा विभाग संयुक्त रूप से प्रयास कर रहे हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक उमेश त्रिपाठी की मानें तो नए शैक्षणिक सत्र से इसकी शुरुआत हो जाएगी। प्रथम चरण में राजधानी के दस विद्यालयों के बच्चे स्मार्ट क्लास का फायदा उठा सकेंगे। स्मार्ट क्लासेज में बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षक ऑडियो-वीडियो की नवीनतम तकनीकों का इस्तेेमाल करेंगे। सरकार के स्वामित्व वाली शैक्षणिक संस्थाओं के सहयोग से ई-लर्निंग मैटेरियल विकसित की जाएगी। डीआईओएस उमेश त्रिपाठी ने बताया कि स्मार्ट क्लास शिक्षक और छात्र दोनों के लिए फायदेमंद होगी। इस नई तकनीक से जहां बच्चों को विजुअलाइजेशन के माध्यम से अवधारणाओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी, वहीं शिक्षक भी नई-नई तकनीक के जरिए विषय के बारे में अपडेट होंगे। डीआईओएस उमेश त्रिपाठी ने बताया कि राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य डॉ. जीपीएस भदौरिया के व्यक्तिगत प्रयासों से बच्चों को स्मार्ट क्लास का लाभ मिल रहा है। इसी तर्ज पर हुसैनाबाद इंटर कॉलेज, निशातगंज इंटर कॉलेज, बालिका इंटर कॉलेज इंदिरानगर, बालिका इंटर कॉलेज शाहमीना रोड, आश्रम पद्धति बालिका इंटर कॉलेज, स्वच्छकार आश्रम पद्धति इंटर कॉलेज, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पहाड़पुर, कन्या इंटर कॉलेज मलिहाबाद, बालिका इंटर कॉलेज सिंगार नगर और कन्या इंटर कॉलेज सरोसा-भरोसा के प्रधानाचार्यों के साथ भी मंथन की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि सप्ताह के अंत तक स्मार्ट क्लासेज शुरू करने के फैसले पर अंतिम मुहर लगा दी जाएगी।

नियुक्ति होने तक आंदोलन जारी रखेंगे टीईटी अभ्यर्थी



देवरिया:
टीईटी अभ्यर्थी मेरिट के आधार पर नियुक्ति होने तक आंदोलन जारी रखेंगे। प्रदेश सरकार मांगों को गंभीरता से नहीं ले रही, यही कारण है कि अब तक नियुक्ति में विलम्ब हो रहा है।
यह बातें उप्र टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के संरक्षक गोरखनाथ सिंह ने कही। वह रविवार को टाउनहाल में संघ की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गत 29 व 30 मई को लखनऊ में हुए लाठीचार्ज की निंदा करते हुए कहा कि जब तक नियुक्ति प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती आंदोलन अनवर जारी रहेगा। पुलिस की दमनात्मक कार्रवाई के आगे अभ्यर्थी किसी भी कीमत पर झुकने वाले नहीं हैं।
गौरीशंकर पाठक ने कहा कि हम टीईटी की प्रक्रिया बदलने नहीं देंगे और अंतिम सांस तक चयन के लिए लड़ाई लड़ेंगे। अनुराग मल्ल ने कहा कि नियुक्ति के लिए न्यायालय से लेकर सड़क तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। बैठक की अध्यक्षता करते हुए चंद्र प्रकाश कुशवाहा ने 29 व 30 मई को विधानसभा के सामने अपने हक का प्रदर्शन करने गए सभी अभ्यर्थियों के प्रति आभार प्रकट किया और आंदोलन जारी रखने का आह्वान किया।
बैठक का संचालन आत्म प्रकाश मिश्र ने किया। बैठक में प्रमुख रूप से दीपक सिंह, बृजेश दूबे, बालेंदु तिवारी, विकास पाण्डेय, अमरदीप सिंह, जगदीश यादव, यशवंत कुमार, रामानंद कुशवाहा, रामाश्रय यादव, रति शर्मा, गोरखनाथ यादव, श्री प्रकाश तिवारी, शचींद्र दूबे, रघुवंश मणि दूबे, केजी श्याम, हरीश भारती, प्रज्ञानंद, मुकेश यादव, सोमनाथ विश्वकर्मा आदि मौजूद थे।

Source- Jagran
3-6-2012

टीईटी अभ्यर्थियों पर लखनऊ में लाठीचार्ज की निंदा



टीईटी अभ्यर्थियों पर लखनऊ में लाठीचार्ज की निंदा
सहारनपुर : टीईटी (उत्तीर्ण) संघर्ष मोर्चा की बैठक में लखनऊ विधानसभा के सामने प्रदर्शन कर रहे टीईटी अभ्यर्थियों पर किए गए लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा की गई।
गांधी पार्क में आयोजित बैठक में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि विधान सभा के चालू सत्र के दौरान टीईटी अभ्यर्थियों की नियुक्ति के मामले सरकार की नही टूट रही नींद को तोड़ने के लिए अब विधानसभा के भीतर इस मसले को उठाया जायेगा। अभ्यर्थियों की समस्याओं के समाधान के लिए क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से संपर्क किया जायेगा। बाद में मोर्चा प्रतिनिधि मंडल नगर विधायक राघव लखन पाल शर्मा तथा गंगोह विधायक प्रदीप चौधरी से मिले। साथ ही टीईटी अभ्यर्थियों की समस्याओं से अवगत करा इस मसले को विधानसभा में उठाने की मांग की। उन्होंने टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ंकी नियुक्ति टीईटी की मेरिट से ही कराने की मांग की। साथ यह निर्णय भी लिया गया कि सोमवार(आज) मोर्चा प्रतिनिधि मंडल एमएलसी हेम सिंह पुंडीर से मिलकर समस्याओं के निराकरण की मांग करेगा। इस अवसर पर संजय कुमार,मनोज यादव, नवीन कुमार, प्रदीप पोडवाल, विक्रम सिंह, शहजाद अहमद, सरवट अली आदि उपस्थित थे।

Source- Jagran
4-6-2012

Monday 4 June 2012

सपा का विरोध करेंगे टीईटी अभ्यर्थी




संवाददाता, महराजगंज: शासन द्वारा टीईटी अभ्यर्थियों को बार बार आश्वासन देकर नियुक्ति मामले को टाला जा रहा है। इसे लेकर अभ्यर्थियों में काफी आक्रोश है। अभ्यर्थियों ने टीईटी उत्तीर्ण एकता संघर्ष मोर्चा के बैनर तले बीआरसी सदर परिसर में बैठक कर नगरीय निकाय चुनाव में सपा समर्थित प्रत्याशियों का विरोध करने का निर्णय लिया है।
जिलाध्यक्ष महेन्द्र कुमार वर्मा ने कहा कि शासन द्वारा अब अभ्यर्थियों को अनावश्यक परेशान किया जा रहा है। इसलिए टीईटी मोर्चा संघ ने होने वाले निकाय चुनाव में सपा समर्थित उम्मीदवारों को पूरे प्रदेश में तन, मन, धन के साथ विरोध करके सबक सिखाएगा।
जिला उपाध्यक्ष ब्रजेश यादव ने कहा कि शासन को चारों तरफ से मजबूर कर दिया जाएगा, जिससे मजबूर होकर हमें अपना अधिकार देगी।
बैठक में रामकुमार पटेल, विजय कुमार, सुधीर कुमार चौहान, अमरेश कुमार वर्मा, कमलेश कुमार, त्रिभुवन नाथ गुप्त, हरिप्रकाश गुप्ता, अवधेश कुमार वर्मा, महेन्द्र प्रसाद यादव, प्रवीण पटेल, विजय लक्ष्मी पटेल, मदन यादव आदि लोग उपस्थित रहे।

Source- 4-6-2012

टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज से आक्रोश


 
रसड़ा (बलिया): टीईटी पास संघर्ष मोर्चा तहसील इकाई रसड़ा की साप्ताहिक बैठक रविवार को श्रीनाथ मठ परिसर में हुई जिसमें विधान सभा भवन के सामने टीईटी पास अभ्यर्थियों पर पुलिस द्वारा बदसलूकी व लाठी चार्ज का मुद्दा छाया रहा। वक्ताओं ने कहा कि अपना हक मांग रहे टीईटी बेरोजगारों पर बर्बर लाठी चार्ज शासन का भी नापाक चेहरा उजागर कर दिया है। चेतावनी दिया कि सरकार जितना भी जुल्म कर ले लेकिन हम इंसाफ मिलने तक संघर्ष जारी रखेंगे। बैठक मे निर्णय लिया गया कि शिक्षक भर्ती पक्रिया को यथावत व यथा शीघ्र पूरा किया जाय। विलम्ब पर और जोरदार ढंग से आन्दोलन के लिए तैयार रहने का आह्वान किया गया। बैठक को मंजीत सिंह, विद्यानन्द चौहान, अमित श्रीवास्तव, रवीन्द्र कुशवाहा, अनन्त गुप्ता, रणविजय सिंह, दिलीप चौहान, अमित सिंह, वेदप्रकाश, संजय सिंह, सनोज आदि ने भी इस घटना की भ‌र्त्सना किया। अध्यक्षता कौशल गुप्ता तथा संचालन मीडिया प्रभारी राहुल कुमार ने किया।

Source- Jagran
3-6-2012

Saturday 2 June 2012

UPTET-टीईटी अभ्यर्थियों ने नियुक्ति की मांग उठायी

नदवासराय (मऊ) : नियुक्ति की मांग उठाने वाले टीईटी अभ्यर्थियों पर राजधानी में मंगलवार को हुये लाठी चार्ज को असंवैधानिक बताते हुये छात्र, छात्राओं ने निन्दा की। प्रदेश सरकार को चेतावनी दिया कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को अविलंब नियुक्ति नहीं की गयी तो आगे अब उग्र आन्दोलन होगा।
गुरुकुल पब्लिक हायर सेकेन्ड्री स्कूल कोइरियापार पर शुक्रवार को बैठक कर टीईटी उत्तीर्ण छात्रों ने कहा कि सरकार द्वारा आश्वासन दिया जाता है पर इससे कुछ नहीं होने वाला है। अब हमें नियुक्ति की जरुरत है जिससे बेरोजगारी दूर हो अन्यथा बाध्य होकर प्रदेश भर के टीईटी पास, छात्र, छात्राएं सड़कों पर निकलेंगे। बैठक में अनिल यादव, हरेकृष्ण कन्नौजिया, बागीश यादव, प्रेमचंद यादव, मेनका मिश्रा, लालधर प्रजापति, संजय गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

Source- Jagran
1-6-2012

UTTAR PRADESH BUDGET 2012-13 FOR BASIC EDUCATION