प्रशिक्षित बेरोजगारों की टीईटी बाध्यता हो समाप्त
पौड़ी, जागरण कार्यालय: प्रशिक्षित बेरोजगारों ने प्रदेश सरकार से राज्य में टीईटी की बाध्यता समाप्त करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि टीईटी लागू करने से प्रदेश के तीस हजार से अधिक प्रशिक्षित बेरोजगारों का भविष्य अधर में लटक जायेगा।
मंगलवार को जेल पार्क में बीएड, बीपीएड व डीपीएड प्रशिक्षित बेरोजगारों की बैठक में वक्ताओं ने कहा कि टीईटी को 2015 तक छूट के बावजूद प्रदेश सरकार बेरोजगारों के साथ छलावा कर रही है। उन्होंने कहा कि टीईटी परीक्षा में 43 हजार परिक्षार्थियों में से मात्र 11 हजार परीक्षार्थी ही परीक्षा में उत्तीर्ण हुए। तीस हजार से अधिक प्रशिक्षित बेरोजगारों का भविष्य अधर में लटक गया है। ऐसे में प्रदेश सरकार को वर्ष 2006 में जारी विज्ञप्ति पर किए आवेदन पत्रों पर कार्य करना चाहिए। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि कांग्रेस सरकार के मंत्रियों ने चुनाव से पूर्व कहा था कि सत्ता में आने पर वे टीईटी व आयु सीमा की बाध्यता को समाप्त कर देंगे जिससे बेरोजगारों ने कांग्रेस का समर्थन किया, लेकिन प्रदेश सरकार ने अभी तक इस मुद्दे पर मौन रहने से प्रशिक्षित बेरोजगार अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। बैठक में जयप्रकाश डोभाल, विनोद डोभाल, दलवीर डंगवाल, प्रकाश नेगी, आलोक नैथानी, गणेश रावत, जसपाल रावत, कलावती डोभाल, कविता, कुसुमलता आदि ने विचार व्यक्त किए।
Source- Jagran
16-5-2012
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