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सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर शिक्षक भर्ती की तैयारी शुरू ***चुनावी गणित में भावी शिक्षकों पर भी डोरे *** :----

Monday 30 April 2012

टीईटी चयन मामले की सुनवाई दो मई को


टीईटी चयन मामले की सुनवाई दो मई को

: 
विसं, इलाहाबाद : टीईटी में चयनित 72,800 अभ्यर्थियों की नियुक्ति पर रोक के मामले में सुनवाई करते हुए इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अरुण टण्डन ने दो मई की तिथि नियत की है। याची अधिवक्ता आलोक यादव का कहना है कि उप्र. बेसिक शिक्षा सेवा नियमावली 1981 के तहत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को ही नियुक्ति का अधिकार है। नियम के विपरीत चयन बोर्ड ने सभी बीएसए की तरफ से नियुक्ति अधिसूचना जारी की है। याची का यह भी कहना है कि शासनादेश के तहत चयन की विज्ञप्ति स्वयं उस शासनादेश के विपरीत है। चयन का आधार शैक्षिक योग्यता को मानक बनाया जाएगा न कि टीईटी के प्राप्तांक को।
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Source- Jagran
30-4-2012

UPTET- Final Hearing / Disposal (यूपी टीईटी स्टे पर अंतिम सुनवाई आज)


 3  लाख लोगो के लिए आज का दिन  एतिहासिक होगा

 For Final Hearing/Disposal
 WRIT - A                                
 155. DF    76039/2011 YADAV KAPILDEV LAL BAHADUR      ALOK KUMAR YADAV         
                                                       RAJESH YADAV
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       K.S. KUSHWAHA
 WITH WRIA- 76355/2011 SARASWATI SRIVASTAVA            SAROJ YADAV              
                       Vs. THE STATE OF U.P. AND OTHE  C.S.C.                   
                       -RS                             C.N.TRIPATHI
                                                       R.A.AKHTAR
 WITH WRIA- 76392/2011 SHIVANI                         ABHISHEK SRIVASTAVA      
                       Vs. THE STATE OF U.P. AND OTHE  C.S.C.                   
                       -RS                             RAJEEV JOSHI
                                                       C.N.TRIPATHI
 WITH WRIA- 76595/2011 SABA ANJUM & OTHERS             INDRASEN SINGH TOMAR     
                                                       AMIT KUMAR SRIVASTAVA
                       Vs. STATE OF U.P. & ANOTHER     C.S.C.                   
                                                       K.S. KUSHWAHA
 WITH WRIA- 1442/2012  VASUDEV CHAURASIA & OTHERS      RAVINDRA PRAKASH SRIV.   
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       AKHILESH KUMAR
                                                       R.A. AKHTAR
 WITH WRIA- 75392/2011 VIJAY KUMAR TRIPATHI & ANOTHER  AJOY KUMAR BANERJEE      
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       K.A. USMANI
 WITH WRIA- 2614/2012  MAHESH CHANDRA                  BHUPENDRA PAL SINGH      
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       S.S. BHADAURIYA
 WITH WRIA- 2608/2012  MOHD. SADAB                     SYED IRFAN ALI           
                                                       MOHD. NAUSHAD
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       ILLEGIBLE
 WITH WRIA- 6826/2012  VIMLESH KUMAR                   ALOK KUMAR YADAV         
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       R.S. PRASAD
                                                       R.A. AKTAR
 WITH WRIA- 17607/2012 PAWAN KUMAR                     BHAWESH PRATAP SINGH     
                       Vs. STATE OF U.P. & ANOTHER     C.S.C.                   
                                        For Orders
 
केस की फाइल 155 नंबर पर लगी है 
 
संभवतः दोपहर 2 बजे तक परिणाम आ जाना चाहिए|

Sunday 29 April 2012

नियुक्ति की मांग को लेकर डटे टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी

 
चारबाग स्टेशन पर घण्टों मची रही अफरा-तफरी
लखनऊ (एसएनबी)। टीईटी परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर मेरिट बनाकर नियुक्ति प्रक्रिया को तत्काल शुरू करने की मांग को लेकर शनिवार को हजारों की संख्या में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी राजधानी पहुंचे। अभ्यर्थियों ने धरना स्थल पहुंचकर अनशन शुरू कर दिया है तथा वे मुख्यमंत्री से वार्ता की जिद पर अड़े हैं। इस दौरान प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों ने उन्हें धरना स्थल से हटाने का प्रयास किया लेकिन टीईटी अभ्यर्थी डटे रहे। भारी भीड़ के कारण चारबाग स्टेशन पर घण्टों अफरा-तफरी मची रही। ज्ञात हो गत दिनों टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के बैनर तले बड़ी संख्या में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने टीईटी परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर मेरिट बनाकर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की मांग को लेकर आमरण अंशन शुरू किया था जो आश्वासन के बाद समाप्त हो गया। मोर्चा को सदस्य सुरेश मणि त्रिपाठी ने बताया कि गत पांच अप्रैल को मुख्यमंत्री से हुई वार्ता के दौरान आश्वासन मिला था कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी बनाकर 21 दिनों में पूर्व में जारी विज्ञप्ति के अनुसार नियुक्ति प्रक्रिया के निर्देश दिये जाएंगे। उन्होंने बताया कि निर्धारित अवधि पूरी हो चुकी है तथा अभी तक नियुक्ति के लिए किसी भी तरह के निर्देश नहीं दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि एनसीटीई द्वारा नियुिक्त प्रक्रिया के लिए दिया गया समय भी धीरे-धीरे पूरा होने की कगार पर पहुंच गया है। उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के पास मात्र जून माह तक ही समय रह गया है लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है जिससे अभ्यर्थियों में आक्रोश व्याप्त है। पूर्व में जारी विज्ञप्ति के अनुसार टीईटी परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर मेरिट बनाकर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की मांग को लेकर शनिवार को प्रात: सात बजे से ही हजारों अभ्यर्थियों की भीड़ चारबाग रेलवे स्टेशन पर एकत्र हो गयी। बड़ी संख्या में इनकी मौजूदगी से चारबाग स्टेशन पर भी अफरा-तफरी मची रही। इसके बाद जब वे धरना स्थल की ओर कूच करने लगे तो उनकी पुलिस बल के साथ नोकझोंक भी हुई। लगभग ग्यारह बजे के बाद अभ्यर्थी धरना स्थल पहुंचे तथा अनशन पर बैठ गये। इतनी बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों के धरना-स्थल पहुंचने पर यहां का माहौल गरम हो गया तथा धरना-स्थल छावनी में तबदील हो गया। इस दौरान धरना स्थल पर भी प्रशासन व पुलिस अधिकारियों द्वारा अभ्यर्थियों पर दबाव बनाकर हटाने की कोशिश की गयी लेकिन अभ्यर्थी डटे रहे। शाम के समय स्थिति तनावपूर्ण हो गयी लेकिन नियंतण्रमें रही। बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों के एकत्र हो जाने से धरना स्थल पर उन्हें पेयजल सहित भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अभ्यर्थियों को पीने के लिए एक टैंकर पानी की व्यवस्था भी की गयी लेकिन वह भी ऊंट के मुंह में जीरा साबित हुई। हालांकि देर रात तक अभ्यर्थी धरना स्थल पर ही डटे रहे। उनका कहना है कि बिना निर्णय वह वापस नहीं जाएंगे। क्ष्/द्रऊ
धरना स्थल पर शुरू किया आमरण अनशन, प्रशासन ने की दबाव बनाने की कोशिश छावनी में तब्दील हुआ धरना-स्थल

Source- rashtriyasahara

वार्ता के आश्वासन पर माने टीईटी अभ्यर्थी


मांगों को लेकर बेरोजगारों का प्रदर्शन


लखनऊ, 28 अप्रैल (जागरण संवाददाता): अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने एक बार फिर अपनी मांगों के समर्थन में सड़क पर उतरकर आवाज बुलंद की। प्रदेश के कोने-कोने से राजधानी पहुंचे अभ्यर्थी शनिवार सुबह चारबाग स्टेशन पर एकत्र हुए। अभ्यर्थियों की भीड़ को देखकर स्टेशन प्रशासन के भी हाथ पांव-फूल गए। आनन-फानन में अभ्यर्थियों को स्टेशन से हटाने की कवायद शुरू की गई। वाहन कम पड़ गए तो अभ्यर्थियों की पैदल कतार बनाकर विधान भवन स्थित धरना स्थल पहुंचाया गया। रात नौ बजे डीआइजी द्वारा आश्वासन दिया गया कि दो मई को मुख्यमंत्री से वार्ता कराई जाएगी, इसके बाद धरना समाप्त हो गया।
टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का कहना है कि जबतक टीईटी के प्राप्तांकों को मेरिट का आधार बनाकर नियुक्ति नहीं की जाती, आंदोलन चलता रहेगा। शासन से इस बाबत लिखित आश्वासन मिले और विज्ञप्ति जारी की जाए कि चयन प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। अभ्यर्थियों ने इन्हीं मांगों को लेकर शनिवार को यहां विधान भवन के सामने धरना देने की तैयारी की। सुबह से ही चारबाग पर अभ्यर्थियों के आने के सिलसिला शुरू हो गया।
अभ्यर्थियों की भीड़ इतनी बढ़ गई कि उन्हें संभालना मुश्किल हो गया। चारबाग पर ही अभ्यर्थियों ने धरना और सभा शुरू कर दी। रेलवे स्टेशन पर इतनी भीड़ एकजुट होने पर पुलिस-प्रशासन ने अभ्यर्थियों को यहां से हटाने की कवायद शुरू की। अभ्यर्थियों को पुलिस ने गाड़ियों से विधान भवन भेजना शुरू किया। गाड़ियां कम पड़ीं तो अभ्यर्थियों की लंबी कतार बनाकर विधान भवन की तरफ मोड़ दिया गया। अभ्यर्थी हाथों में तख्तियां लिए और नारेबाजी करते हुए विधानभवन पहुंचे। कई बार पुलिस और अभ्यर्थियों के बीच तीखी झड़प भी हुई।

Source- Jagran
29-4-2012

Saturday 28 April 2012

टीईटी अभ्यर्थियों का प्रदर्शन आज

टीईटी अभ्यर्थियों का प्रदर्शन आज

लखनऊ। टीईटी अभ्यर्थियों में सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इसी क्रम में अपनी मांगों को लेकर 28 अप्रैल को प्रदेश भर के अभ्यर्थी लखनऊ में धरना-प्रदर्शन करेंगे।
इस सम्बन्ध में यूपी टीईटी संघर्ष मोर्चा के बदायूं जिले से जिलाध्यक्ष पवन कुमार सिंह ने को बताया, ‘राज्य सरकार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में गुनहगारों को सजा देने के बजाय रोजगार की आस लगाये बैठे टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले लाखों बेरोजगारों को सजा देने पर तुली हुई है। एक तरफ सरकार बेरोजगारों की हितैषी होने का दावा कर रही है तो टीईटी मुद्दे पर आंखें बंद किए हुए है। नियुक्ति का विज्ञापन रद्द किए जाने के आदेश की आलोचना करते हुए उन्होंने टीईटी अभ्यर्थियों से राजधानी लखनऊ पहुंचकर आंदोलन को सफल बनाने का आह्वान किया।’

Source- Neowebnews
27-4-2012

Friday 27 April 2012

UPTET (SARKARI NAUKRI)- अभी और हटेंगे घोटालेबाजों के चेहरे से नकाब

अभी और हटेंगे घोटालेबाजों के चेहरे से नकाब


कानपुर, नगर प्रतिनिधि : 72 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के घोटाले में अभी दलाल, शिक्षा विभाग के अफसर और कुछ लिपिकों के नाम भी सामने आ सकते हैं। यह संकेत शिक्षा विभाग में जांच कर लौटी एंटी करप्शन टीम ने दिये। टीम के मुताबिक तीन-चार माह में जांच पूरी होने की संभावना है।
पिछले वर्ष 13 नवंबर को आयोजित टीईटी परीक्षा का परिणाम 25 नवंबर को घोषित किया गया था। परीक्षा में सवालों को लेकर परिणाम में कई बार संशोधन हुआ, इसके बाद भी हेरफेर किया गया। सूत्रों के मुताबिक रमाबाई नगर पुलिस ने तत्कालीन शिक्षानिदेशक संजय मोहन और उनके दामाद धीरज गर्ग के यहा छानबीन में इलाहाबाद से टीईटी घोटाले का कनेक्शन मिला है। चुनाव के पहले रमाबाईनगर पुलिस ने तत्कालीन डीजीपी अतुल कुमार को अवगत करा दिया था। जांच के बाद संजय मोहन समेत आधा दर्जन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। शुक्रवार को विजिलेंस की एंटी करप्शन टीम ने जिला विद्यालय निरीक्षक एवं संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय में परीक्षा प्रक्रिया व परीक्षा केंद्रों के निर्धारण को समझने के साथ शासनादेश भी देखा। साथ ही तीन लिपिकों के बारे में भी पूछताछ की। हालांकि एंटी करप्शन टीम जांच की बात कहकर अपने पत्ते नहीं खोल रही है। इनकी संलिप्तता खंगालने के बाद सुबूत के साथ पुलिस इन पर हाथ डालेगी।
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'डीआईओएस और संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय में अधिकारियों एवं लिपिकों से पूछताछ की। मामले में आधी विवेचना हो चुकी है, तीन-चार माह में पूरी होने की संभावना है। '
- एके सिंह, इंस्पेक्टर एंटी करप्शन (विजिलेंस)

Source- Jagran
27-4-2012

UPTET(sarkari naukri)-टीईटी अभ्यर्थियों से लखनऊ कूच का आह्वान

टीईटी अभ्यर्थियों से लखनऊ कूच का आह्वान

 

टीईटी अभ्यर्थियों से लखनऊ कूच का आह्वान
सम्भल : टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक में टीईटी परीक्षा पास अभ्यर्थियों का चयन कर उन्हें सर्विस दिलाने की मांग को लेकर लखनऊ कूच करने का आह्वान किया गया।
टीईटी संघर्ष मोर्चा की सरदार भगत सिंह पार्क में हुई बैठक में मुरादाबाद के जिला महासचिव प्रियंक त्यागी ने सभी टीईटी संघर्ष मोर्चा के अभ्यर्थियों से शुक्रवार को लखनऊ कूच करने का आह्वान किया।
कहा कि लखनऊ में समस्त टीईटी अभ्यर्थी अंतिम लड़ाई को सफल बनाने हेतु संघर्ष करेंगे। साथ ही, सरकार से जल्द से जल्द टीईटी परीक्षा पास अभ्यर्थियों का चयन कर उन्हें सर्विस दिलाने की अपील की जाएगी।
इस दौरान महीपाल सिंह, मो. तसलीम, अंशुल सक्सेना, तौकीर अहमद, रामवीर सिंह, मो. हिलाल, जफरउल्ला खान, सौरभ गुप्ता, सुनील कुमार, आनंद कुमार, लोकेश कुमार, काविंद्र सिंह, कीर्ति रमन, शशिकांत सिंह, भरत मिश्रा, अजीत सिंह, प्रदीप, महेंद्र प्रजापति आदि रहे।

Source- Jagran
26-4-2012

UPTET (sarkari naukri)- लखनऊ में प्रदर्शन करेंगे टीईटी अभ्यर्थी

लखनऊ में प्रदर्शन करेंगे टीईटी अभ्यर्थी


बदायूं : टीईटी अभ्यर्थियों में सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है। 28 अप्रैल को प्रदेश भर के अभ्यर्थी लखनऊ में धरना-प्रदर्शन करेंगे।
यूपी टीईटी संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष पवन कुमार सिंह ने यह जानकारी देते हुए कहा कि राज्य सरकार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में गुनहगारों को सजा देने के बजाय रोजगार की आस लगाये बैठे टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले लाखों बेरोजगारों को सजा देने पर तुली हुई है। एक तरफ सरकार बेरोजगारों की हितैषी होने का दावा कर रही है तो टीईटी मुद्दे पर आंखें बंद किए हुए है। नियुक्ति का विज्ञापन रद्द किए जाने के आदेश की आलोचना करते हुए उन्होंने टीईटी अभ्यर्थियों से लखनऊ पहुंचकर आंदोलन को सफल बनाने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि 27 अप्रैल को सायं 4.30 बजे बदायूं रेलवे स्टेशन पर अभ्यर्थी एकत्रित होंगे।

Source- Jagran
26-4-2012

Thursday 26 April 2012

UPTET- Final Hearing / Disposal (यूपी टीईटी स्टे पर अंतिम सुनवाई 30-4-2012)


  For Final Hearing/Disposal
 WRIT - A                                
 155. DF    76039/2011 YADAV KAPILDEV LAL BAHADUR      ALOK KUMAR YADAV         
                                                       RAJESH YADAV
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       K.S. KUSHWAHA
 WITH WRIA- 76355/2011 SARASWATI SRIVASTAVA            SAROJ YADAV              
                       Vs. THE STATE OF U.P. AND OTHE  C.S.C.                   
                       -RS                             C.N.TRIPATHI
                                                       R.A.AKHTAR
 WITH WRIA- 76392/2011 SHIVANI                         ABHISHEK SRIVASTAVA      
                       Vs. THE STATE OF U.P. AND OTHE  C.S.C.                   
                       -RS                             RAJEEV JOSHI
                                                       C.N.TRIPATHI
 WITH WRIA- 76595/2011 SABA ANJUM & OTHERS             INDRASEN SINGH TOMAR     
                                                       AMIT KUMAR SRIVASTAVA
                       Vs. STATE OF U.P. & ANOTHER     C.S.C.                   
                                                       K.S. KUSHWAHA
 WITH WRIA- 1442/2012  VASUDEV CHAURASIA & OTHERS      RAVINDRA PRAKASH SRIV.   
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       AKHILESH KUMAR
                                                       R.A. AKHTAR
 WITH WRIA- 75392/2011 VIJAY KUMAR TRIPATHI & ANOTHER  AJOY KUMAR BANERJEE      
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       K.A. USMANI
 WITH WRIA- 2614/2012  MAHESH CHANDRA                  BHUPENDRA PAL SINGH      
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       S.S. BHADAURIYA
 WITH WRIA- 2608/2012  MOHD. SADAB                     SYED IRFAN ALI           
                                                       MOHD. NAUSHAD
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       ILLEGIBLE
 WITH WRIA- 6826/2012  VIMLESH KUMAR                   ALOK KUMAR YADAV         
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       R.S. PRASAD
                                                       R.A. AKTAR
 WITH WRIA- 17607/2012 PAWAN KUMAR                     BHAWESH PRATAP SINGH     
                       Vs. STATE OF U.P. & ANOTHER     C.S.C.                   
                                        For Orders

Wednesday 25 April 2012

UPTET- टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला कैंडिल मार्च

टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला कैंडिल मार्च



टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला कैंडिल मार्च
अंबेडकरनगर, टीईटी संघर्ष मोर्चा की जिला इकाई ने कैंडिल मार्च कर मेरिट के आधार पर नियुक्ति की मांग शासन से की। कलेक्ट्रेट परिसर में मंगलवार को संपन्न बैठक में वक्ताओं ने गत दिनों लखनऊ में बसपा शासनकाल में शहीद साथियों को श्रद्धांजलि देते हुए ईश्वर से शक्ति प्रार्थना के माध्यम से मांगी। बैठक व कैंडिल मार्च में जिलाध्यक्ष अनिल वर्मा, देवेंद्र कुमार, सुरेंद्र यादव, विवेक वर्मा, देवेश, सुरेश यादव, शिवेंद्र विक्रम सिंह, शिवकुमार, आलोक पांडेय आदि शामिल थे। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष व संचालन सर्वेश यादव ने किया।

Source- Jagran
24-4-2012

Tuesday 24 April 2012

UPTET- टीईटी पर सार्थक पहल करे सरकार

टीईटी पर सार्थक पहल करे सरकार


बलिया : यूपी टीईटी पास अभ्यर्थियों की रविवार को कंपनी बाग में हुई बैठक में नियुक्ति प्रक्रिया पर विचार-विमर्श किया गया। अपने अध्यक्षीय संबोधन में नागेन्द्र यादव ने कहा कि यदि सरकार वास्तव में शिक्षकों के चयन के प्रति पारदर्शिता लाने की मंशा रखती है तो जांच में टीईटी के प्रथम रिजल्ट को ही आधार बनाकर उसमें की गई गड़बड़ियों को पकड़ सकती है। सरकार के पास जांच के लिए अनेकों दस्तावेज, माध्यम तथा साधन हैं। जरूरत है सार्थक पहल की। सत्तापक्ष को लाखों बेरोजगारों के हित को देखते हुए निर्णय लेना होगा। बैठक में रविशंकर यादव, कमालुद्दीन, राजेश पाण्डेय, विद्यानंद चौहान, अमितेश गुप्त, संतोष पाठक आदि मौजूद रहे। संचालन सुरेन्द्र यादव ने किया।

Source- Jagran
23-4-2012

UPTET- टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन कर दिया धरना

टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन कर दिया धरना


टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन कर दिया धरना
बिजनौर : नौकरी दिलाने की मांग को लेकर टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने रविवार को प्रदर्शन कर सांकेतिक धरना दिया। आंदोलित अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी कि शीघ्र उन्हें नियुक्ति नहीं दिलाई गई, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी एसोसिएशन के बैनर ताले रविवार को दोपहर एजाज अली पार्क में एकत्र हुए अभ्यर्थियों ने नियुक्ति दिलाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया और बाद में सांकेतिक धरना दिया। धरनास्थल पर हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि नौकरी नहीं मिलने से उन्हें मानसिक और आर्थिक दबाव का सामना करना पड़ रहा है। वक्ताओं ने दो टूक कहा कि शासन ने उन्हें नौकरी देने की जगह व्यवस्था खत्म करने की कोशिश की, तो वे सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे। प्रदर्शन व धरने पर बैठने वालों में शोभित, अनुराज, प्रयाग रघुवेन्द्र कुमार, खुर्शीद, इदरीस, दर्शनपाल सिंह, अवनीश कुमार, क्षेयस्कर, राकेश, मोहम्मद यामीन, मोहम्मद साभिव आदि उपस्थित रहे।

Source- Jagran
23-4-2012

विशिष्ट बीटीसी व टीईटी ने कर दी बीएड की छुंट्टी

विशिष्ट बीटीसी व टीईटी ने कर दी बीएड की छुंट्टी

 
कानपुर, शिक्षा संवाददाता: अर्थशास्त्र के मुताबिक जिस वस्तु की मांग बढ़ती है, उसकी कीमत भी बढ़ती है। पिछले कुछ सालों तक बीएड में मांग व आपूर्ति का यही नियम लागू रहा तो ग्राफ आसमान पर था। लेकिन विशिष्ट बीटीसी पर रोक लगी और शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) लागू हुई तो बीएड का ग्राफ कई पावदान नीचे खिसक गया। इस बार पौने दो लाख से अधिक अभ्यर्थी कम हो गये हैं। इससे निजी कालेजों की सांस फूली हुई है।
विशिष्ट बीटीसी में मेरिट से सीधे चयन व छह माह प्रशिक्षण के बाद लगभग 28 हजार रुपये मासिक वेतन की नौकरी। हाईस्कूल से स्नातक तक प्राप्तांक प्रतिशत ठीक हो तो किसी तरह बीएड करके विशिष्ट बीटीसी का लाभ मिलना तय था। इसी माध्यम से करीब एक लाख शिक्षक शिक्षिकाओं की नियुक्तियां भी हुईं। ऐसे में बीएड का ग्राफ इतना चढ़ा कि हर साल कालेजों में 20 से 25 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई और संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या साढ़े पांच लाख तक पहुंच गयी। प्रबंधन कोटे की सीटों पर सीधे प्रवेश के लिए सवा लाख से दो लाख रुपये तक के रेट खुले। काउंसलिंग से प्रवेशित छात्रों से भी अतिरिक्त शुल्क वसूला गया पर बेहतर मेरिट पाने के चक्कर में वे खामोश रहे। विशिष्ट बीटीसी प्रक्रिया खत्म होते ही अभ्यर्थियों का बीएड के प्रति मोह बिखरने लगा। इसी सत्र में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने शिक्षक बनने के लिए पात्रता परीक्षा (टीईटी) लागू कर दी। अर्थात अब बीएड करने के बाद टीईटी नहीं तो बीएड बेकार। इस व्यवस्था से जुगाड़ करके बीएड में अच्छे अंक पाने वाले अभ्यर्थियों की सांस फूलने लगी। उन्हें टीईटी क्वालीफाई कर लेने का आत्मविश्वास नहीं था, इसलिए उन्होंने भी बीएड से मुंह मोड़ लिया। इधर शासन ने पिछले सत्र में निजी कालेजों के लिए बीटीसी के द्वार खोल दिये। चूंकि बीटीसी से तुरंत नौकरी मिलती है इसलिए तमाम छात्र-छात्राएं बीएड छोड़कर बीटीसी की ओर मुड़ गये।
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बीएड का ग्राफ
बीते सत्र में कालेज : 980
बीते सत्र में सीटें : 1.10 लाख
इस बार सीटें बढ़ीं : शून्य
बीते सत्र में अभ्यर्थी : 5.26 लाख
इस बार अभ्यर्थी : 3.49 लाख
अभ्यर्थी घटे : 1.77 लाख
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बीएड डिग्रीधारियों के लिए नौकरी के अवसर घटे हैं। पहले से ही लाखों बीएड बेरोजगार हैं। शुल्क भी कम नहीं है। इसीलिए बीएड अभ्यर्थियों की संख्या कम हो रही है।
- प्रो. अशोक कुमार, कुलपति सीएसजेएम
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निजी बीटीसी खुलने, टीईटी लागू होने तथा विशिष्ट बीटीसी पर रोक के चलते बीएड के प्रति मोह घटा है। पहले अच्छी मेरिट वाले सीबीएसइ व आइसीएसइ बोर्ड से इंटर कर अंग्रेजी माध्यम से स्नातक बड़ी संख्या में बीएड की ओर आये थे, लेकिन अब वे पीछे हट गये हैं।
- विनय त्रिवेदी, अध्यक्ष उप्र. स्ववित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन

Source- Jagran
23-4-2012

B.Ed- 95 फीसदी अभ्यर्थियों ने दी बीएड प्रवेश परीक्षा

95 फीसदी अभ्यर्थियों ने दी बीएड प्रवेश परीक्षा





लखनऊ। राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, फैजाबाद द्वारा आयोजित की गई बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा राजधानी में सकुशल संपन्न हो गई। किसी भी सेंटर से अनियमितता या अव्यवस्था की शिकायत नहीं आई। प्रशासन ने परीक्षा में व्यवधान की किसी भी संभावना को रोकने के लिए कई स्तरों पर तैयारी की थी, जिसका असर परीक्षा के दौरान देखने को मिला। राजधानी में लगभग 95 फीसदी अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। लखनऊ में बीएड प्रवेश परीक्षा 52 केंद्रों पर दो पालियों में आयोजित की गई। परीक्षा के लिए 26389 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। पहली पाली सुबह 8 से 11 बजे तक तथा दूसरी पाली दोपहर 1 से 4 बजे तक की थी। परीक्षा में महज पांच फीसदी अभ्यर्थी अनुपस्थिति रहे। एपी सेन डिग्री कॉलेज में एक महिला अभ्यर्थी के फोटो को लेकर संदेह की स्थिति उत्पन्न हो गई। अभ्यर्थी ने फार्म में जो फोटो लगाई थी और उसके वास्तविक चेहरे में अंतर दिख रहा था। समन्वयक ने इस मसले पर आयोजक फैजाबाद विश्वविद्यालय से बातचीत की। उनके निर्देश पर महिला अभ्यर्थी का फिंगर प्रिंट लेकर उसे परीक्षा में बैठने की इजाजत दी और इसकी रिपोर्ट फैजाबाद विश्वविद्यालय को दे दी गई। प्रदेशभर के 25 शहरों में परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें 3.75 लाख अभ्यर्थी पंजीकृत थे। हालांकि राजधानी में पिछली वर्ष की अपेक्षा अभ्यर्थियों की संख्या लगभग 16 हजार कम रही। पिछले वर्ष 42 हजार से अधिक अभ्यर्थी पंजीकृत थे। अवध विश्वविद्यालय फैजाबाद के रजिस्ट्रार एसके शुक्ला ने बताया कि 21 मई को परीक्षाफल जारी होने की उम्मीद है जबकि 1 जून से काउंसलिंग शुरू हो जाएगी। 

Source-Amar Ujala
23-4-2012

Monday 23 April 2012


UPTET- भीख मांगकर किया टीईटी अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन

भीख मांगकर किया टीईटी अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन


बाराबंकी, शिक्षक पद पर भर्ती की मांग को लेकर टीईटी अभ्यर्थियों ने रविवार को सड़क पर भीख मांगकर व सफाई कर विरोध प्रदर्शन किया। ग्राम्य विकास मंत्री को मांगपत्र सौंपा।
टीईटी संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की बैठक माध्यमिक शिक्षक की जिलाध्यक्ष नीता अवस्थी के आवास पर हुई। इसके बाद यहां से निकले अभ्यर्थियों ने नगर की मुख्य सड़क पर झाडू लेकर सफाई व भीख मांगकर विरोध प्रकट किया। अभ्यर्थी ग्राम्य विकास मंत्री स्वतंत्र प्रभार अरविंद कुमार सिंह गोप के आवास पर पहुंचे मांग पत्र सौंपा। मुकेश शर्मा ने कहा कि मेधावी छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखकर सत्तर हजार शिक्षकों की चयन प्रक्रिया के लिए पूर्व में निकाले गए विज्ञापन में शासन स्तर पर जो निर्णय लिया गया है वहीं सर्वोपरि है। चयन का आधार टीईटी की मैरिट को निरस्त न कर नियुक्ति की जाए। प्रदर्शन करने वालों में विनोद वर्मा, उमाशंकर यादव, आशीष शुक्ला, जितेंद्र वर्मा, संदीप वर्मा, रजनीश वर्मा, यज्ञेश नारायन बैसवार, आलोक वर्मा, हरिहर, विशाल गुप्ता, नरेंद्र यादव, सरिता शुक्ला, वीरेश गुप्ता, विजय तिवारी, धीरज कुमार, संदीप कुमार यादव, रीना वर्मा, उमाशंकर यादव, विशाल गुप्ता सहित कई लोग शामिल रहे। प्रदर्शन के पश्चात नई कार्यकारिणी का गठन भी किया गया।

Source- Jagran
23-4-2012

UPTET- टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला जागरुकता जुलूस

टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला जागरुकता जुलूस



टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला जागरुकता जुलूस
मधुबन (मऊ) : टीईटी बेरोजगारों ने अपनी मांगों के समर्थन में स्थानीय बाजार में जागरुकता अभियान के तहत जुलूस निकालकर राजधानी चलने का आह्वान किया। टीईटी संघर्ष मोर्चा के नेतृत्व में राजीव यादव, सत्येन्द्र कुमार, सुरेश यादव, राजकुमार, चन्दन कुमार, मुनीर अहमद, जफर अंसारी सहित दर्जनों अभ्यर्थी मोटर साइकिल जुलूस से पूरे बाजार का भ्रमण किये।
इसके पश्चात हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा कि आगामी 24 अप्रैल को टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी राजधानी कूच करेंगे। वहां सरकार से मांग करेंगे कि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को तत्काल शुरु किया जाये। शिक्षक भर्ती में चयन का आधार टीईटी मेरिट को ही बनाया जाये तथा किसी भी दशा में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को निरस्त न किया जाये। यदि ऐसा हुआ तो टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी सड़क पर उतरकर आन्दोलन चलाने का कार्य करेंगे।

Source-Jagran
22-4-2012

UPTET SARKARI NAUKRI- टीईटी अभ्यर्थियों ने निकाला विरोध जुलूस

टीईटी अभ्यर्थियों ने निकाला विरोध जुलूस

: 

टीईटी अभ्यर्थियों ने निकाला विरोध जुलूस
देवरिया : नियुक्ति को लेकर टीईटी अभ्यर्थियों ने सरकार से दो-दो हाथ करने का मन बना लिया है। रविवार को जनपद के टीईटी अभ्यर्थियों ने जहां साइकिल जुलूस निकाला वहीं विरोध में मुख्य सचिव जावेद उस्मानी का पुतला फूंक अपना आक्रोश जताया। अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी कि यदि चयन प्रक्रिया बदली तो वे आंदोलन तेज करने को बाध्य होंगे।
तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार टीईटी अभ्यर्थी पहले टाउनहाल पर एकत्र हुए और फिर बैठक की। इसके उपरांत अभ्यर्थियों ने मोटर साइकिल जुलूस निकाला जो शहर के मालवीय रोड, मोतीलाल रोड, जलकल रोड, भटवलिया चौराहा होते हुए राघव नगर स्थित हनुमान मंदिर पहुंचकर समाप्त हुआ। इस दौरान अभ्यर्थियों ने सुभाष चौक पर मुख्य सचिव जावेद उस्मानी का पुतला फूंका।
पुतला दहन के पश्चात आयोजित सभा को संबोधित करते हुए टीईटी संघर्ष मोर्चा के गोरखनाथ सिंह ने कहा कि एक तरफ जहां केन्द्र सरकार नवोदय विद्यालयों में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को सीटेट को आधार बनाकर बतौर शिक्षक नियुक्ति कर रही है वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकार टीईटी विरोधी कार्य कर रही है। श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने टीईटी अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया था कि उनके साथ पूरा न्याय किया जाएगा। जबकि मुख्य सचिव टीईटी अभ्यर्थियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते हुए चयन प्रक्रिया बदलने पर आमादा हैं।
शालिनी चौधरी ने कहा कि यदि सरकार टीईटी के प्राप्तांकों के आधार पर नियुक्ति प्रक्रिया जल्द आरंभ नहीं करती तो हम सभी पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी।
सभा की अध्यक्षता चन्द्र प्रकाश कुशवाहा व संचालन संदीप कुशवाहा ने किया। इस अवसर पर विनीता वर्मा, रघुवंश शुक्ला, विकास पाण्डेय, गौरीशंकर पाठक, अश्वनी यादव, गोरखनाथ यादव, अनुराग मल्ल, जन्मेजय सिंह, मनोज यादव, दिनेश चौहान, रघुवंश मणि, श्रीनिवास कुशवाहा, शमशेद अहमद, अनुपम मद्धेशिया, प्रियरंजन, रूपेश कुमार वर्नवाल, विष्णुदेव यादव, ईश्वर प्रसाद, कृष्ण कुमार सिंह, सस्वती राम त्रिपाठी, शाहिद अली अंसारी, अभिमन्यु कुमार मद्धेशिया, वेद प्रकाश चौहान, राकेश कुमार, अशोक कुमार, जय प्रकाश, शैलेष मणि त्रिपाठी, संजय कुमार सिंह, मनोज मिश्रा, गिरीश मिश्र, जितेन्द्र सैनी, संदीप पटवा, संतोष चौबे, दीपक सिंह, अरविन्द मिश्र, घनश्याम सैनी, प्रदीप कुमार, दीनानाथ जायसवाल, प्रमोद सिंह, अशोक कुमार, प्रज्ञानंद, विजय शंकर चौरसिया, अश्वनी मिश्र, योगेन्द्र कुमार, नन्हें शाही, श्रीनिवास राजभर, अंजनी पाण्डेय तथा रामानंद कुशवाहा आदि मौजूद थे।

Source- Jagran
22-4-2012

UPTET SARKARI NAUKRI- टीईटी उत्तीर्ण ने समस्याओं पर किया विमर्श

टीईटी उत्तीर्ण ने समस्याओं पर किया विमर्श

 

टीईटी उत्तीर्ण ने समस्याओं पर किया विमर्श
संतकबीर नगर:
उत्तर प्रदेश टीईटी उ‌र्त्तीण अभ्यथियों की बैठक जूनियर हाईस्कूल खलीलाबाद में रविवार को हुई। इस दौरान समस्याओं पर व्यापक विचार विमर्श किया गया। साथ ही टीईटी अभ्यर्थी संत कबीर अंगद चौरसिया तथा बुलन्दशहर के महेन्द्र सिंह के निधन पर दो मिनट का मौन रखा गया।
अपने संबोधन में महामंत्री देवेन्द्र राय ने कहा कि मुख्य सचिव जावेद उस्मानी की अध्यक्षता में बनी हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट नकल माफियाओं के कूकृत्यों को बढ़ावा देने वाली है। उन्होंने ऐसा क्यों किया? स्पष्टीकरण करने की यह मोर्चा मांग करता है। न जाने किस स्वार्थ वश प्रदेश सरकार नौनिहालों के भविष्य को अकुशल हाथों में सौंपना चाह रही है। टीईटी मेरिट के आधार पर चयन को हाईकोर्ट ने उचित ठहराया है। उपाध्यक्ष अभिषेक श्रीवास्तव ने कहा कि चयन प्रक्रिया में नब्बे फीसदी कार्य हो चूका है। ऐसे में चयन का आधार बदलना न्यायोचित नही है। इस दौरान सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि चयन प्रक्रिया बदली गयी तो न्यायालय की शरण ली जायेगी।
बैठक में एन.डी. त्रिपाठी, राजकुमार चौधरी, सतीश विश्वकर्मा, धर्मेन्द्र पाल, शाह आलम, मु.शालिब, ज्ञानप्रकाश द्विवेदी, ऋषिकेश मिश्र, रामजीवन, विद्या, पवन गुप्ता, योगेन्द्र कुमार, विपिन राज, कृष्ण कुमार, कमलेश यादव, रईसखान, अब्दुल्लाह अंसारी, मो.अशफाक, दिनेश मिश्र, अशोक गुप्ता, पंकज गौतम, संतोश सिंह, अलोक कुमार पाठक, रामधनी शर्मा, संदीप ओझा, सुनील पाण्डेय, जाकिर अली, शिवकुमार आदि मौजूद रहे।

Source- Jagran
23-4-2012

UPTET SARKARI NAUKRI- टीईटी अभ्यर्थियों ने निकाला विरोध जुलूस

टीईटी अभ्यर्थियों ने निकाला विरोध जुलूस

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टीईटी अभ्यर्थियों ने निकाला विरोध जुलूस
देवरिया : नियुक्ति को लेकर टीईटी अभ्यर्थियों ने सरकार से दो-दो हाथ करने का मन बना लिया है। रविवार को जनपद के टीईटी अभ्यर्थियों ने जहां साइकिल जुलूस निकाला वहीं विरोध में मुख्य सचिव जावेद उस्मानी का पुतला फूंक अपना आक्रोश जताया। अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी कि यदि चयन प्रक्रिया बदली तो वे आंदोलन तेज करने को बाध्य होंगे।
तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार टीईटी अभ्यर्थी पहले टाउनहाल पर एकत्र हुए और फिर बैठक की। इसके उपरांत अभ्यर्थियों ने मोटर साइकिल जुलूस निकाला जो शहर के मालवीय रोड, मोतीलाल रोड, जलकल रोड, भटवलिया चौराहा होते हुए राघव नगर स्थित हनुमान मंदिर पहुंचकर समाप्त हुआ। इस दौरान अभ्यर्थियों ने सुभाष चौक पर मुख्य सचिव जावेद उस्मानी का पुतला फूंका।
पुतला दहन के पश्चात आयोजित सभा को संबोधित करते हुए टीईटी संघर्ष मोर्चा के गोरखनाथ सिंह ने कहा कि एक तरफ जहां केन्द्र सरकार नवोदय विद्यालयों में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को सीटेट को आधार बनाकर बतौर शिक्षक नियुक्ति कर रही है वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकार टीईटी विरोधी कार्य कर रही है। श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने टीईटी अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया था कि उनके साथ पूरा न्याय किया जाएगा। जबकि मुख्य सचिव टीईटी अभ्यर्थियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते हुए चयन प्रक्रिया बदलने पर आमादा हैं।
शालिनी चौधरी ने कहा कि यदि सरकार टीईटी के प्राप्तांकों के आधार पर नियुक्ति प्रक्रिया जल्द आरंभ नहीं करती तो हम सभी पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी।
सभा की अध्यक्षता चन्द्र प्रकाश कुशवाहा व संचालन संदीप कुशवाहा ने किया। इस अवसर पर विनीता वर्मा, रघुवंश शुक्ला, विकास पाण्डेय, गौरीशंकर पाठक, अश्वनी यादव, गोरखनाथ यादव, अनुराग मल्ल, जन्मेजय सिंह, मनोज यादव, दिनेश चौहान, रघुवंश मणि, श्रीनिवास कुशवाहा, शमशेद अहमद, अनुपम मद्धेशिया, प्रियरंजन, रूपेश कुमार वर्नवाल, विष्णुदेव यादव, ईश्वर प्रसाद, कृष्ण कुमार सिंह, सस्वती राम त्रिपाठी, शाहिद अली अंसारी, अभिमन्यु कुमार मद्धेशिया, वेद प्रकाश चौहान, राकेश कुमार, अशोक कुमार, जय प्रकाश, शैलेष मणि त्रिपाठी, संजय कुमार सिंह, मनोज मिश्रा, गिरीश मिश्र, जितेन्द्र सैनी, संदीप पटवा, संतोष चौबे, दीपक सिंह, अरविन्द मिश्र, घनश्याम सैनी, प्रदीप कुमार, दीनानाथ जायसवाल, प्रमोद सिंह, अशोक कुमार, प्रज्ञानंद, विजय शंकर चौरसिया, अश्वनी मिश्र, योगेन्द्र कुमार, नन्हें शाही, श्रीनिवास राजभर, अंजनी पाण्डेय तथा रामानंद कुशवाहा आदि मौजूद थे।

Source-Jagran
22-4-2012

टीईटी अभ्यर्थियों ने उठाई मांग

टीईटी अभ्यर्थियों ने उठाई मांग

 
टीईटी अभ्यर्थियों ने उठाई मांग
महराजगंज:
रविवार को सदर बीआरसी परिसर में टीईटी एकता संघर्ष मोर्चा के लोगों ने बैठक कर तैनाती की मांग उठाई। इन लोगों ने जावोद उस्मानी की अध्यक्षता वाली हाई पावर कमेटी के जांच रिपोर्ट की तारीफ करते हुए हर्ष व्यक्त किया और जल्द से जल्द तैनाती की बात कही।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष महेंद्र कुमार वर्मा ने कहा कि पूर्व में जारी विज्ञप्ति के अनुसार चयन का आधार टीईटी प्राप्तांक मेरिट था। चयन का आधार शैक्षिक मेरिट को बनाए जाने का कड़ा विरोध किया जाएगा। शासन स्तर तक इसके लिए आंदोलन किया जाएगा। जिला उपाध्यक्ष ब्रिजेश यादव ने कहा कि यदि राज्य सरकार शिक्षक चयन के आधार को शैक्षिक मेरिट के अनुसार करना चाहती है तो पहले यूपी बोर्ड की माध्यमिक परीक्षा में हो रही अंधाधुन नकल पर नियंत्रण किया जाना चाहिए। उसके बाद शैक्षिक मेरिट के बारे में विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि जल्द हमारी तैनाती नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
इस मौके पर राजकुमार, हरि प्रकाश, राकेश अग्रहरी, प्रिंस कुमार शुक्ला, रामनरेश, कमलेश, कैलाश, अंगद सिंह, संतोष, विनय, आनंद, मनोज, यशपाल, संतोष समेत तमाम लोग मौजूद रहे।

Source- Jagran
22-4-2012

Saturday 21 April 2012

फैसले से हाई मैरिट वालों को झटका

इलाहाबाद/ वरिष्ठ संवाददाता

उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी -टीईटी ) को भर्ती परीक्षा की बजाय अर्हता परीक्षा ही रखे जाने के सरकार के फैसले ने इस परीक्षा मे हाई मैरिट पाने वाले अभ्यर्थियोँ को तगड़ा झटका लगा है । अब टीईटी में सफल अभ्यर्थी सरकार को कोर्ट में खींचने का मन बना रहे हैं ।

टीईटी में सफल अभ्यर्थियोँ का कहना है कि 23 अप्रैल को हाई पावर कमेटी की एक और बैठक होनी है । यदि इस बैठक मे फैसले पर अन्तिम मुहर लगा दी जाती है तो इसके खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाएँगे । सफल अभ्यर्थियोँ का तर्क है कि एकेडमिक रिकार्ड के आधार पर नियुक्ति मे सबसे बड़ी अड़चन मानक को लेकर होगी ।

Source- Hindustan
20-4-2012

Wednesday 18 April 2012

उच्च प्राथमिक स्कूलों में अनुदेशकों के 41307 पद स्वीकृत

लखनऊ, जाब्यू : शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत 100 से अधिक नामांकन वाले उच्च प्राथमिक स्कूलों में कला, स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा व कार्य शिक्षा के लिए अंशकालिक अनुदेशकों के 41307 पद स्वीकृत किये गए हैं। बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी ने विभागीय अधिकारियों को इन पदों को भरने के लिए शीघ्र ही नीति निर्धारित करने का निर्देश दिया है।
मंत्री ने बताया कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत वित्तीय सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों में 25 प्रतिशत सीटों पर वंचित और निर्धन वर्ग के बच्चों को प्रवेश दिलाया जाना है।
इस पर होने वाले व्यय की प्रतिपूर्ति राज्य सरकार करेगी। इस मकसद से वंचित और दुर्बल वर्ग को राज्य सरकार द्वारा परिभाषित किया जाएगा ताकि नये सत्र में गरीब बच्चों को इसका लाभ मिल सके।

Source- Jagran
18-4-2012

टीईटी के रिजल्ट पर आज हो सकता है फैसला

टीईटी के रिजल्ट पर आज हो सकता है फैसला
लखनऊ (ब्यूरो)। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2011 के रिजल्ट पर फैसला बुधवार को होने की उम्मीद है। मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने हाई पावर कमेटी की बैठक बुलाई है। इसमें टीईटी जांच रिपोर्ट को रखा जाएगा। गौरतलब है कि टीईटी में धांधली का आरोप है। रमाबाई नगर की पुलिस को जांच में भारी गड़बड़ी मिली थी। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से टीईटी पास अभ्यर्थियों का एक प्रतिनिधि मंडल मिला था। उन्होंने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हाई पावर कमेटी बना कर तीन हफ्ते में रिपोर्ट मांगी है। बताया जाता है कि मुख्य सचिव बुधवार को बैठक के बाद अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंप देंगे। 
 
Source- Amar Ujala
18-4-2012

Monday 16 April 2012

टीईटी अभ्यर्थियों में निराशा

इटावा : टीईटी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले पक्का तालाब पर कैंडल मार्च निकाला गया। मोर्चा के पदाधिकारियों ने प्रार्थना सभा का आयोजन भी किया और दो टीईटी अभ्यर्थियों की मौत पर श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
अध्यक्ष वैभव यादव ने कहा कि टीईटी भर्ती निरस्त होने की खबरों को सुनकर अभ्यर्थियों में निराशा फैल गयी है। बीएड छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष शारिक निसार ने कहा कि सभी बीएड अभ्यर्थियों ने कठिन परिश्रम करके टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण की है इसके लिए प्रदेश सरकार को शिक्षक भर्ती के संबंध में उचित निर्णय लेना चाहिए। अतुल श्रीवास्तव, गजेंद्र तिवारी ने सभी से संघर्ष जारी रखने की अपील की। मोहन यादव, शिव शंकर पाण्डेय, विपुल, हरेंद्र प्रताप, विजय ने भी विचार व्यक्त किए।
अभ्यर्थियों ने ज्ञापन दिया
भरथना, अप्र : टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने नियुक्ति कराये जाने को लेकर सांसद प्रेमदास कठेरिया को ज्ञापन सौंपा। सांसद ने भरोसा दिया कि उनकी मांगों को वे मुख्यमंत्री तक पहुंचायेंगे।
इससे पहले तिलक रोड पर एक बैठक में अभ्यर्थियों ने टीईटी अभ्यर्थी संत कबीरनगर के आनंद भदौरिया तथा बुलंदशहर के महेंद्र सिंह की मौत पर शोक व्यक्त किया। इन दोनों ने आत्महत्या कर ली। इन अभ्यर्थियों का कहना था कि टीईटी उत्तीर्ण करने के बाद उन्हें जो नौकरी से उम्मीद जगी थी। वर्तमान सरकार उस पर पानी न फेर दे। इसलिए वह लोग ज्ञापन दे रहे हैं। ज्ञापन देने वालों में मो. परवेज, शिवेंद्र यादव आदि प्रमुख थे।
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whiteSource- Jagran
16-4-2012

टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला कैंडिल मार्च

टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला कैंडिल मार्च


टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला कैंडिल मार्च
मुरादाबाद : टीईटी संघर्ष मोर्चा ने शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में हो रही देरी के विरोध में अंबेडकर पार्क से कैंडल मार्च निकाला। साथ ही ब्रेन हेमरेज से हुई दो साथियों की मौत पर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
मोर्चा के जिलाध्यक्ष शहजाद हुसैन ने बताया कि परीक्षा रद्द होने की खबर पढ़कर संत कबीर नगर निवासी अंगद चौरसिया व बुलंदशहर निवासी महेंद्र को इतना आघात लगा कि ब्रेन हेमरेज से उनकी मौत हो गई। उन्होंने आरोप लगाया कि टीईटी को जबरन रद्द कराने की कोशिश की जा रही है। अधिकारी अपनी गर्दन बचाने को निर्दोषों को बलि का बकरा बना रहे हैं। माध्यमिक शिक्षा परिषद के पूर्व निदेशक के पास से केवल 167 अभ्यर्थियों की सूची पकड़ी गई है। अधिकारी इसे आधार बनाकर पूरी परीक्षा निरस्त कराने की तैयारी कर रहे हैं, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ अधिकारी शिक्षा माफियाओं को लाभ पहुंचाने को एकेडमिक मेरिट प्रक्रिया से भर्ती कराना चाहते हैं। मोर्चा ने जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्य सचिव को इस संबंध में एक ज्ञापन भी भेजा है।
Source- Jagran
16-4-2012

टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने निकाला कैंडिल मार्च

टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने निकाला कैंडिल मार्च


टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने निकाला कैंडिल मार्च
मऊ : टीईटी संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में टीईटी उत्तीर्ण दर्जनों युवकों ने रविवार की सायं नगर में कैण्डिल मार्च निकाला। इस दौरान लोगों ने नियुक्ति प्रक्रिया जल्द शुरु करने के संबंध में नारेबाजी भी की। जुलूस सोनीधापा से रोडवेज होते हुये गाजीपुर तिराहे तक गया।
इसके पूर्व यात्रा के उद्देश्यों पर चर्चा की गयी। कहा कि बुलन्दशहर में भर्ती प्रक्रिया लंबित होने के कारण दो टीईटी उत्तीर्ण असमय काल कवलित हो गये। इस यात्रा के माध्यम से सरकार का ध्यान आकृष्ट कराना चाहते हैं कि यदि तत्काल भर्ती प्रक्रिया चालू नहीं की गयी तो न जाने कितने लोग जो भर्ती की उम्मीद में बैठे हैं, मानसिक अवसाद के शिकार हो जायेंगे। इस दौरान अशोक कुमार, सदानन्द, ऊषा यादव, योगेन्द्र यादव, सुनीता सिंह, प्रभुनाथ कुमार, सुफेर राम, अशोक यादव, वीर बहादुर सिंह आदि मौजूद रहे।
दी आत्मदाह की चेतावनी
नदवासराय (मऊ) : टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की नियुक्ति के बाबत कोई निर्णय न होने से हजारों नौजवान मानसिक प्रताड़ना के शिकार हो रहे हैं। शासन द्वारा जल्द इस बाबत कोई निर्णय नहीं लिया गया तो टीईटी संघर्ष मोर्चा लखनऊ में आत्मदाह करने को विवश जायेगा। उक्त बातें कस्बे में टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक में संगठन के अध्यक्ष सुनील गावस्कर ने कही। संजय सिंह, सुबाष मौर्या, मुकेश भारती, सुनील शर्मा, सुबाष तिवारी, अरविन्द पाण्डेय, अच्छेलाल चौहान, तबरेज जमाल, राजकुमार राजभर, बृजेन्द्र आदि मौजूद रहे।

Source- Jagran
15-4-2012

टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला कैंडिल मार्च

टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला कैंडिल मार्च


टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला कैंडिल मार्च
सीतापुर, टीईटी मोर्चा की एक बैठक की रमेश चंद्र यादव की अध्यक्षता में नेहरू पार्क लोहारबाग सीतापुर में हुई। बैठक में टीईटी के पास अंगद चौरसिया, संत कबीर नगर तथा महेंद्र सिंह बुलंदशहर के शिक्षक भर्ती प्रक्रिया विलंब होने के कारण मानसिक अवसाद से ग्रस्त होकर ब्रेन हेमरेज से मृत्यु हो गई। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए एक शोकसभा का दो मिनट का मौन रखा गया तथा नेहरू पार्क से लालबाग तक कैंडिल मार्च निकाला।
बैठक को संबोधित करते हुए अनूप श्रीवास्तव ने कहा कि हमारे टीईटी अभ्यर्थियों की मृत्यु के दोषी वर्तमान सरकार है। शिक्षक भर्ती में देरी होने के कारण कारण दोनों की मृत्यु हुई। सरकार को मृतक परिवार को 20-20 लाख का मुआवजा दे। बैठक को दिलीप श्रीवास्तव, जिलाध्यक्ष सर्वेश जोशी आदि ने संबोधित किया।
इस अवसर पर राजेश मिश्रा, विवेक, नरेंद्र सिंह, काव्य शर्मा, अमित, रामप्रताप, कृष्ण प्रकाश, रामसागर, इरफान अंसारी, प्रदीप, विवेक मिश्रा, भारती मिश्रा, नाहिद अख्तर, आरिफ अंसारी, सालिहा, श्रीकांत भास्कर, राजीव कुमार, संदीप कुमार, ओमप्रकाश, संदीप त्रिपाठी, संजीव आदि उपस्थित थे।

Source- Jagran
15-4-2012

टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला कैंडिल मार्च

टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला कैंडिल मार्च


टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला कैंडिल मार्च
सीतापुर, टीईटी मोर्चा की एक बैठक की रमेश चंद्र यादव की अध्यक्षता में नेहरू पार्क लोहारबाग सीतापुर में हुई। बैठक में टीईटी के पास अंगद चौरसिया, संत कबीर नगर तथा महेंद्र सिंह बुलंदशहर के शिक्षक भर्ती प्रक्रिया विलंब होने के कारण मानसिक अवसाद से ग्रस्त होकर ब्रेन हेमरेज से मृत्यु हो गई। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए एक शोकसभा का दो मिनट का मौन रखा गया तथा नेहरू पार्क से लालबाग तक कैंडिल मार्च निकाला।
बैठक को संबोधित करते हुए अनूप श्रीवास्तव ने कहा कि हमारे टीईटी अभ्यर्थियों की मृत्यु के दोषी वर्तमान सरकार है। शिक्षक भर्ती में देरी होने के कारण कारण दोनों की मृत्यु हुई। सरकार को मृतक परिवार को 20-20 लाख का मुआवजा दे। बैठक को दिलीप श्रीवास्तव, जिलाध्यक्ष सर्वेश जोशी आदि ने संबोधित किया।
इस अवसर पर राजेश मिश्रा, विवेक, नरेंद्र सिंह, काव्य शर्मा, अमित, रामप्रताप, कृष्ण प्रकाश, रामसागर, इरफान अंसारी, प्रदीप, विवेक मिश्रा, भारती मिश्रा, नाहिद अख्तर, आरिफ अंसारी, सालिहा, श्रीकांत भास्कर, राजीव कुमार, संदीप कुमार, ओमप्रकाश, संदीप त्रिपाठी, संजीव आदि उपस्थित थे।

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15-4-2012

टीईटी अभ्यर्थियों ने साथियों को दी श्रद्धांजलि

टीईटी अभ्यर्थियों ने साथियों को दी श्रद्धांजलि


टीईटी अभ्यर्थियों ने साथियों को दी श्रद्धांजलि
बुलंदशहर : महेंद्र सिंह और अंगद चौरसिया की याद में टीईटी अभ्यर्थियों ने राजेंद्र बाबू पार्क में शोकसभा कर दोनों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद कालाआम स्थित शहीद चौक तक कैंडल मार्च निकाला। इस मौके पर अभ्यर्थियों ने दोनों की मौत का जिम्मेदार प्रदेश सरकार के गैरजिम्मेदाराना रवैये को बताया।
टीईटी अभ्यर्थी अरविंद शर्मा ने रविवार को कहा कि समस्त अभ्यर्थी भर्ती प्रक्रिया के लंबित होने के कारण मानसिक तनाव में जी रहे हैं। इसी के चलते महेंद्र सिंह और अंगद चौरसिया की मौत हुई है। अभ्यर्थी सुधा आर्य ने कहा कि महेंद्र सिंह को टीईटी प्राप्तांकों के आधार पर प्राथमिक शिक्षक बनने का पूर्ण विश्वास था, लेकिन प्रदेश सरकार के गैर जिम्मेदाराना बयानबाजी व उदासीनता के चलते 21 मार्च को उनका निधन हो गया। बता दें कि महेंद्र सिंह अहमदगढ़ के खुदादिया गांव के निवासी थे। आर्य ने कहा कि सरकार की चुप्पी की वजह से 11 अप्रैल को संतकबीरनगर जिले में अंगद चौरसिया की भी मौत हो गई। इस अवसर पर हरवेंद्र सिंह, देवेंद्र लोधी, रामवीर शर्मा, अमरपाल लोधी व राजीव चौधरी आदि अभ्यर्थी मौजूद रहे।

Source- Jagran
15-4-2012

टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने निकाला कैंडिल मार्च

टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने निकाला कैंडिल मार्च


टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने निकाला कैंडिल मार्च
मऊ : टीईटी संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में टीईटी उत्तीर्ण दर्जनों युवकों ने रविवार की सायं नगर में कैण्डिल मार्च निकाला। इस दौरान लोगों ने नियुक्ति प्रक्रिया जल्द शुरु करने के संबंध में नारेबाजी भी की। जुलूस सोनीधापा से रोडवेज होते हुये गाजीपुर तिराहे तक गया।
इसके पूर्व यात्रा के उद्देश्यों पर चर्चा की गयी। कहा कि बुलन्दशहर में भर्ती प्रक्रिया लंबित होने के कारण दो टीईटी उत्तीर्ण असमय काल कवलित हो गये। इस यात्रा के माध्यम से सरकार का ध्यान आकृष्ट कराना चाहते हैं कि यदि तत्काल भर्ती प्रक्रिया चालू नहीं की गयी तो न जाने कितने लोग जो भर्ती की उम्मीद में बैठे हैं, मानसिक अवसाद के शिकार हो जायेंगे। इस दौरान अशोक कुमार, सदानन्द, ऊषा यादव, योगेन्द्र यादव, सुनीता सिंह, प्रभुनाथ कुमार, सुफेर राम, अशोक यादव, वीर बहादुर सिंह आदि मौजूद रहे।
दी आत्मदाह की चेतावनी
नदवासराय (मऊ) : टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की नियुक्ति के बाबत कोई निर्णय न होने से हजारों नौजवान मानसिक प्रताड़ना के शिकार हो रहे हैं। शासन द्वारा जल्द इस बाबत कोई निर्णय नहीं लिया गया तो टीईटी संघर्ष मोर्चा लखनऊ में आत्मदाह करने को विवश जायेगा। उक्त बातें कस्बे में टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक में संगठन के अध्यक्ष सुनील गावस्कर ने कही। संजय सिंह, सुबाष मौर्या, मुकेश भारती, सुनील शर्मा, सुबाष तिवारी, अरविन्द पाण्डेय, अच्छेलाल चौहान, तबरेज जमाल, राजकुमार राजभर, बृजेन्द्र आदि मौजूद रहे।

Source- Jagran
15-4-2012

Sunday 15 April 2012

बीएड धारकों को मिले छूट-CM

बीएड धारकों को मिले छूट
मुख्यमंत्री ने शिक्षा का अधिकार कानून के तहत शिक्षकों की नियुक्ति में शिक्षक योग्यता परीक्षा (टीईटी) की अनिवार्यता से पैदा स्थिति को भी प्रधानमंत्री के सामने उठाया है। प्रदेश में लगभग 2.86 लाख शिक्षकों के पद खाली हैं। हर साल 12 हजार और रिक्त होने का आकलन है। प्रशिक्षित शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीसी) ने बीएड धारकों को छह माह का प्रशिक्षण देकर एक जनवरी, 2012 तक शिक्षक पद पर नियुक्ति की छूट दी थी। कानूनी अड़चनों के चलते यह काम पूरा नहीं हो सका। लिहाजा मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से इस छूट को बढ़ाकर 31 मार्च, 2015 तक करने की गुहार की है।

Friday 13 April 2012

UPTET STAY TILL 30-4-2012

Court No. - 33
Case :- WRIT - A No. - 76039 of 2011
Petitioner :- Yadav Kapildev Lal Bahadur
Respondent :- State Of U.P. & Others
Petitioner Counsel :- Alok Kumar Yadav,Rajesh Yadav
Respondent Counsel :- C.S.C.,K.S. Kushwaha
Hon'ble Arun Tandon,J.
In view of the order of the Division Bench of this Court dated
06.04.2012 passed in Appeal (Defective) No. 280 of 2012, let all
these matters be listed as the first case at 2 PM under the heading
of case for hearing on 30th April, 2012.
Interim order, if any, to continue till the next date of listing.
Order Date :- 13.4.2012

Shekhar

इलाहाबाद : इलाहाबाद हाईकोर्ट में सहायक अध्यापकों की भर्ती पर लगी रोक पर सुनवाई अब 30 अपै्रल को होगी। यह मामला न्यायमूर्ति अरुण टण्डन की अदालत में चल रहा है। मालूम हो कि सहायक अध्यापकों के भर्ती के लिए जारी विज्ञापन की वैधता को चुनौती दी गयी है। कहा गया कि जारी विज्ञापन को बेसिक शिक्षा परिषद ने जारी किया है, जबकि विज्ञापन बेसिक शिक्षा अधिकारी को विज्ञापन जारी करना चाहिये, क्योंकि बीएसए ही नियुक्ति प्राधिकारी है। न्यायालय ने पूर्व में ही स्थगन आदेश पारित किया था, यह विज्ञापन टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए थी।

Thursday 12 April 2012

कलयुग का सूचना तंत्र

कलयुग का सूचना तंत्र (आप किस पर करेंगे भरोसा )

सहारनपुर, जागरण संवाददाता : टीइटी के 'मायाजाल' को भेदने के लिए आलाअधिकारी माथापच्ची में जुटे हैं। परीक्षा रद करने को लेकर ऊहापोह की स्थिति है। अफसरों का मानना है कि यदि प्रक्रिया रद की गई तो इसका हाल भी बीटीसी-2001 जैसा हो जायेगा। इसमें सरकार को बड़ी कानूनी उलझनों का सामना करना पड़ सकता है। नए विकल्पों की तलाश में अधिकारी गुडवर्क में जुटे हैं और पूरा मामला प्रदेश सरकार के विचाराधीन है।
प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक पदों पर नियुक्ति का इंतजार कर रहे टीइटी अभ्यर्थी असमंजस से गुजर रहे हैं। नियुक्ति के लिए समस्त बेसिक शिक्षा अधिकारी की ओर से विज्ञापन जारी किया गया था, जिसे नियम विरुद्ध बताते हुए हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी। प्रक्रिया पर हाईकोर्ट द्वारा रोक लगाई गई है। दूसरी ओर टीइटी घोटाले में निदेशक माध्यमिक शिक्षा संजय मोहन सहित आधा दर्जन अन्य लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। घोटाले की जांच में कई और अधिकारियों के लपेटे में आने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
प्रक्रिया रद हुई तो बड़ा उलटफेर!
विभागीय सूत्रों के मुताबिक यदि टीइटी प्रक्रिया रद्द हुई तो बड़े उलटफेर की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। टीइटी का बीटीसी-2001 जैसा हश्र न हो, इसे ध्यान में रखते हुए आलाअधिकारी ऐसा फ्रेमवर्क तैयार करने में जुटे है कि मौजूदा प्रक्रिया को ही सिरे चढ़ा दिया जाए। इसके पीछे अफसरों का मानना है कि ऐसा किए जाने की स्थिति में भविष्य की बड़ी कानूनी उलझनों से बचा जा सकेगा। दूसरा यह कि काउंसलिंग के दौरान अभ्यर्थी से ओएमआर की तृतीय प्रति व टीइटी प्रमाणपत्र मूल रूप में मंगाया जाये तथा इंटरनेट पर घोषित रिजल्ट से उक्त प्रमाण-पत्र की जांच की जायेगी।
यह थी टीइटी परीक्षा
प्रदेश शासन द्वारा टीईटी का जिम्मा माध्यमिक शिक्षा परिषद को सौंपा था। 13 नवंबर को प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा प्रदेश के सभी मंडल मुख्यालयों पर कराई गई थी। प्राइमरी के घोषित रिजल्ट में 2.70 लाख से अधिक अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे। प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति के टीइटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में नौ जनवरी तक आवेदन पत्र मांगे गए थे। माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा जनवरी के दूसरे पखवाड़े में संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालयों से टीइटी प्रमाणपत्रों का वितरण कराया गया था।

Source- Jagran
7-4-2012 


लखनऊ, 11 अप्रैल (जागरण ब्यूरो) : मुख्य सचिव जावेद उस्मानी की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय समिति ने बुधवार को अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) और उससे जुड़ी 72,825 शिक्षकों की भर्ती से संबंधित पहलुओं पर प्रारंभिक चर्चा की। मुख्य सचिव ने समिति के सदस्यों से टीईटी और शिक्षक भर्ती प्रक्रिया से जुड़े नियम कायदे और इनमें बरती गईं विसंगतियों की जानकारी हासिल की। यह भी तय हुआ किइस विषय पर चर्चा करने के लिए 18 अप्रैल को फिर बैठक बुलायी जाए। समिति को अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को देनी है। बैठक में मुख्य सचिव को टीईटी के संदर्भ में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की अधिसूचना और प्रदेश में टीईटी के आयोजन के संदर्भ में राज्य सरकार के शासनादेशों से अवगत कराया गया। टीईटी के प्रश्नपत्र में कथित गड़बडि़यों को लेकर अभ्यर्थियों की दायर याचिकाओं और उन पर कोर्ट के निर्देश की भी उन्हें जानकारी दी गई। टीईटी के परीक्षा परिणामों में संशोधनों से भी उन्हें वाकिफ कराया गया। बैठक में मौजूद प्रमुख सचिव गृह आरएम श्रीवास्तव और पुलिस महानिदेशक एसी शर्मा ने टीईटी के परीक्षा परिणाम में की गई धांधली और तत्कालीन माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन और कुछ अन्य लोगों की संलिप्तता के बारे में मुख्य सचिव को बताया। उन्होंने पुलिस विवेचना के तथ्यों से भी मुख्य सचिव को अवगत कराया। बैठक में मुख्य सचिव ने कहा कि टीईटी और उससे जुड़ी शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया के बारे में जो भी निर्णय लेना है, उसके सभी पहलुओं पर और गंभीरता से विचार कर लिया जाए। उन्होंने यह भी जानना चाहा कि यदि परीक्षा को निरस्त करने का फैसला किया जाता है तो उसके लिए पुख्ता आधार क्या होंगे। इस बात पर भी मंथन हुआ कि यदि नए सिरे से परीक्षा करानी पड़े तो सुधार के लिहाज से पुरानी प्रक्रिया में क्या संशोधन अपेक्षित होंगे। इस संभावना पर भी विचार विमर्श हुआ कि यदि टीईटी को निरस्त किया जाता है तोक्या अभ्यर्थी अदालत का दरवाजा खटखटा सकते हैं। ऐसे अभ्यर्थियों की अनुमानित संख्या पर भी चर्चा हुई। अफसरों ने इस पर भी चर्चा की कि टीईटी और शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करनेकी स्थिति में यदि सरकार को अदालत में अपने पक्ष काबचाव करना पड़ा तो कोर्ट में उसकी दलील क्या होगी। बैठक में मुख्य सचिव के अलावा प्रमुख सचिव आरएम श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव न्याय जेडयू खान, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एसी शर्मा, सचिव बेसिक शिक्षा सुनील कुमार और सचिव माध्यमिक शिक्षा जितेंद्र कुमार भी मौजूद थे।

Source- Jagran
12-4-2012

UPTET STAY TILL 16-4-2012

कोर्ट नं ० - 33 
केस 64  नं०  पर  लगा है 

 64. DF    76039/2011 YADAV KAPILDEV LAL BAHADUR      ALOK KUMAR YADAV         
                                                       RAJESH YADAV
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       K.S. KUSHWAHA
 WITH WRIA- 76355/2011 SARASWATI SRIVASTAVA            SAROJ YADAV              
                       Vs. THE STATE OF U.P. AND OTHE  C.S.C.                   
                       -RS                             C.N.TRIPATHI
                                                       R.A.AKHTAR
 WITH WRIA- 76392/2011 SHIVANI                         ABHISHEK SRIVASTAVA      
                       Vs. THE STATE OF U.P. AND OTHE  C.S.C.                   
                       -RS                             RAJEEV JOSHI
                                                       C.N.TRIPATHI
 WITH WRIA- 76595/2011 SABA ANJUM & OTHERS             INDRASEN SINGH TOMAR     
                                                       AMIT KUMAR SRIVASTAVA
                       Vs. STATE OF U.P. & ANOTHER     C.S.C.                   
                                                       K.S. KUSHWAHA
 WITH WRIA- 1442/2012  VASUDEV CHAURASIA & OTHERS      RAVINDRA PRAKASH SRIV.   
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       AKHILESH KUMAR
                                                       R.A. AKHTAR
 WITH WRIA- 75392/2011 VIJAY KUMAR TRIPATHI & ANOTHER  AJOY KUMAR BANERJEE      
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       K.A. USMANI
 WITH WRIA- 2614/2012  MAHESH CHANDRA                  BHUPENDRA PAL SINGH      
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       S.S. BHADAURIYA
 WITH WRIA- 2608/2012  MOHD. SADAB                     SYED IRFAN ALI           
                                                       MOHD. NAUSHAD
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       ILLEGIBLE
 WITH WRIA- 6826/2012  VIMLESH KUMAR                   ALOK KUMAR YADAV         
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       R.S. PRASAD
                                                       R.A. AKTAR
 WITH WRIA- 51336/2010 SMT. MINTOO KUMARI              NARENDRA PRATAP SINGH    
                       Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS    C.S.C.                   
                                                       K.S. KUSHWAHA

टीईटी पर शासन की सधी चाल

लखनऊ, 11 अप्रैल (जागरण ब्यूरो) : मुख्य सचिव जावेद उस्मानी की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय समिति ने बुधवार को अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) और उससे जुड़ी 72,825 शिक्षकों की भर्ती से संबंधित पहलुओं पर प्रारंभिक चर्चा की। मुख्य सचिव ने समिति के सदस्यों से टीईटी और शिक्षक भर्ती प्रक्रिया से जुड़े नियम कायदे और इनमें बरती गईं विसंगतियों की जानकारी हासिल की। यह भी तय हुआ किइस विषय पर चर्चा करने के लिए 18 अप्रैल को फिर बैठक बुलायी जाए। समिति को अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को देनी है। बैठक में मुख्य सचिव को टीईटी के संदर्भ में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की अधिसूचना और प्रदेश में टीईटी के आयोजन के संदर्भ में राज्य सरकार के शासनादेशों से अवगत कराया गया। टीईटी के प्रश्नपत्र में कथित गड़बडि़यों को लेकर अभ्यर्थियों की दायर याचिकाओं और उन पर कोर्ट के निर्देश की भी उन्हें जानकारी दी गई। टीईटी के परीक्षा परिणामों में संशोधनों से भी उन्हें वाकिफ कराया गया। बैठक में मौजूद प्रमुख सचिव गृह आरएम श्रीवास्तव और पुलिस महानिदेशक एसी शर्मा ने टीईटी के परीक्षा परिणाम में की गई धांधली और तत्कालीन माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन और कुछ अन्य लोगों की संलिप्तता के बारे में मुख्य सचिव को बताया। उन्होंने पुलिस विवेचना के तथ्यों से भी मुख्य सचिव को अवगत कराया। बैठक में मुख्य सचिव ने कहा कि टीईटी और उससे जुड़ी शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया के बारे में जो भी निर्णय लेना है, उसके सभी पहलुओं पर और गंभीरता से विचार कर लिया जाए। उन्होंने यह भी जानना चाहा कि यदि परीक्षा को निरस्त करने का फैसला किया जाता है तो उसके लिए पुख्ता आधार क्या होंगे। इस बात पर भी मंथन हुआ कि यदि नए सिरे से परीक्षा करानी पड़े तो सुधार के लिहाज से पुरानी प्रक्रिया में क्या संशोधन अपेक्षित होंगे। इस संभावना पर भी विचार विमर्श हुआ कि यदि टीईटी को निरस्त किया जाता है तोक्या अभ्यर्थी अदालत का दरवाजा खटखटा सकते हैं। ऐसे अभ्यर्थियों की अनुमानित संख्या पर भी चर्चा हुई। अफसरों ने इस पर भी चर्चा की कि टीईटी और शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करनेकी स्थिति में यदि सरकार को अदालत में अपने पक्ष काबचाव करना पड़ा तो कोर्ट में उसकी दलील क्या होगी। बैठक में मुख्य सचिव के अलावा प्रमुख सचिव आरएम श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव न्याय जेडयू खान, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एसी शर्मा, सचिव बेसिक शिक्षा सुनील कुमार और सचिव माध्यमिक शिक्षा जितेंद्र कुमार भी मौजूद थे।

Source- Jagran
12-4-2012

टीईटी निरस्त करने पर नहीं बनी सहमति

लखनऊ। मुख्य सचिव जावेद उस्मानी की अध्यक्षता मेंबुधवार को हुई हाई पावर कमेटी की बैठक में शिक्षकपात्रता परीक्षा (टीईटी) 2011 को निरस्त किया जाने पर निर्णय नहीं हो सका। बैठक में यह तय किया गया कि रमाबाई नगर पुलिस कोे जांच के लिए टीईटी से संबंधित जो भी दस्तावेज की जरूरत हो, उसे उपलब्ध करा दिया जाए। मुख्य सचिवइस संबंध में फिर 18 अप्रैल को बैठक करेंगे। बताया जाता है कि इस संबंध में रमाबाई नगर पुलिस की जांच रिपोर्ट कोयदि आधार माना गया तो टीईटी को निरस्त करने की संस्तुति की जा सकती है।
बैठक में सबसे पहले रमाबाई नगर की पुलिस की ओर से इस संबंध में की गई जांच रिपोर्ट रखी गई। रिपोर्ट के मुताबिक टीईटीमें अंक बढ़ाने के लिए सुनियोजित तरीके से गिरोहबनाकर धांधली को अंजाम दिया गया। पुलिस को नई दिल्ली स्थित परीक्षा परिणाम बनाने वाली कंपनी एसके डेटा प्रिंटर के यहां छापेमारी के दौरान 4500 ऑसर शीट ऐसे मिले हैं जिसे फ्ल्यूड लगाकर अंक बढ़ाए गए हैं। जांच के दौरान धांधली के अन्य कई सुबूत भी मिले हैं। बैठक में तय किया गया कि टीईटी से जुड़े अन्य दस्तावेजों के साथ अधिकारियों को 18 अप्रैलको बुलाया जाए, इसके बाद कमेटी कोई निर्णय करेगी।
गौरतलब है कि मायावती सरकार ने यूपी में 72 हजार 825 शिक्षकों की भर्ती के लिए टीईटी आयोजित कराने की जिम्मेदारी माध्यमिक शिक्षा परिषद को दी थी। टीईटी रिजल्ट आने के बाद दिसंबर में अंक बढ़ाए जाने का खुलासा हुआ था। इस संबंध में रमाबाई नगर पुलिस ने तत्कालीन माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन को गिरफ्तार करलिया था। टीईटी पास अभ्यर्थी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलकर इस संबंध में निर्णय लेने काअनुरोध किया था। मुख्यमंत्री ने आश्वासन देते हुए कहा कि इस संबंध में न्याय संगत निर्णय किया जाएगा और मुख्य सचिवकी अध्यक्षता में हाई पावर कमेटी बना दी थी।
हाईकोर्ट में काउंटर लगाएगी सरकार
लखनऊ। टीईटी मामले में गिरफ्तार तत्कालीन माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन की जमानत पर हाईकोर्ट में 23 अप्रैल को सुनवाई है। सचिव बेसिकशिक्षा सुनील कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को हुई रिव्यू बैठक में तय किया गया कि विभाग इसके पहले अपना काउंटर दाखिल कर देगा।

Source- Amar Ujala
12-4-2012

Wednesday 11 April 2012

UPTET- सर्वे

प्रिय दोस्तों , आज हर जगह टीईटी एक चर्चा का विषय बना हुआ है कही पर भर्ती  के आधार को लेकर तो  कही पर टीईटी की पवित्रता को लेकर। इन समस्यायों को लेकर मैंने अपने ब्लॉग के माध्यम से पंद्रह दिनों में एक सर्वे कराया जिसमे लोगो से पूछा गया कि 
भर्ती का आधार होना चाहिए ?
1 - टीईटी अंक 
2 - एकेडेमिक अंक 
3 - टीईटी + एकेडेमिक अंक
4 - कोई राय नही 
 इस पर लोगो की राय इस प्रकार है 
66 % लोगो ने कहा टीईटी अंक 
10 % लोगो ने कहा एकेडेमिक अंक
23 % लोगो ने कहा टीईटी + एकेडेमिक अंक

दोस्तों यह केवल एक सर्वे है इसका भर्ती पर कोई प्रभाव नही  पड़ेगा ।क्योंकि भर्ती का 60 % भाग पूरा हो चूका है  इसलिए भर्ती में कोई बदलाव नही किया जा सकता है और यदि शासन  स्तर पर प्रक्रिया को बदला जाता है तो निश्चित ही इसे न्यायालय में चुनौती दी जाएगी और बीटीसी 2001  की तरह भर्ती पुराने विज्ञापन(टीईटी मेरिट) पर ही पूरी की जाएगी बस इस न्यायालय की प्रक्रिया  में समय कितना लगेगा यह बता पाना मुस्किल होगा

परिणाम-
 संभवता सरकार पुराने विज्ञापन पर ही भर्ती पूरी करेगी और जाँच कराकर दोषियों को बाहर का रास्ता दिखाएगी क्योकि इसके आलावा सरकार के पास और कोई विकल्प नही बचता है

   


Tuesday 10 April 2012

UPTET STAY TILL 13-4-2012


यूपी टीईटी स्टे पर अंतिम सुनवाई 13-4-2012  को होगी ।

 
 
 
123.       76039/2011 YADAV KAPILDEV LAL BAHADUR      ALOK KUMAR YADAV         
                                                       RAJESH YADAV
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       K.S. KUSHWAHA
 WITH WRIA- 76355/2011 SARASWATI SRIVASTAVA            SAROJ YADAV              
                       Vs. THE STATE OF U.P. AND OTHE  C.S.C.                   
                       -RS                             C.N.TRIPATHI
                                                       R.A.AKHTAR
 WITH WRIA- 76392/2011 SHIVANI                         ABHISHEK SRIVASTAVA      
                       Vs. THE STATE OF U.P. AND OTHE  C.S.C.                   
                       -RS                             RAJEEV JOSHI
                                                       C.N.TRIPATHI
 WITH WRIA- 76595/2011 SABA ANJUM & OTHERS             INDRASEN SINGH TOMAR     
                                                       AMIT KUMAR SRIVASTAVA
                       Vs. STATE OF U.P. & ANOTHER     C.S.C.                   
                                                       K.S. KUSHWAHA
 WITH WRIA- 1442/2012  VASUDEV CHAURASIA & OTHERS      RAVINDRA PRAKASH SRIV.   
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       AKHILESH KUMAR
                                                       R.A. AKHTAR
 WITH WRIA- 75392/2011 VIJAY KUMAR TRIPATHI & ANOTHER  AJOY KUMAR BANERJEE      
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       K.A. USMANI
 WITH WRIA- 2614/2012  MAHESH CHANDRA                  BHUPENDRA PAL SINGH      
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       S.S. BHADAURIYA
 WITH WRIA- 2608/2012  MOHD. SADAB                     SYED IRFAN ALI           
                                                       MOHD. NAUSHAD
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       ILLEGIBLE
 WITH WRIA- 6826/2012  VIMLESH KUMAR                   ALOK KUMAR YADAV         
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       R.S. PRASAD
 
 
http://www.allahabadhighcourt.in/causelist/courtA.jsp 
 
 
 
 
 

यूपी टीईटी स्टे को मिलेगी नयी तारीख - सूत्र

अब नयी तारीख 13 -4 -2012  हो सकती है

टीईटी अभ्यर्थियों ने कहा, सरकार सहमत है हमसे

बलिया: टीईटी पास लोगों की जनपद स्तरीय बैठक रविवार को कंपनी बाग में हुई। टीईटी पास प्रतिनिधि मंडल की मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ पांच अप्रैल को हुई सार्थक बैठक में 72 हजार शिक्षकों का चयन विज्ञप्ति में वर्णित टीईटी मेरिट के अनुसार करने के संबंध में रही झंडी मिलने के बाद सभी अभ्यर्थियों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव जावेद उस्मानी को निष्पक्ष जांच रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया है। इसके बाद चंद दोषियों को बाहर करते हुए शिक्षक भर्ती शुरू का दी जायेगी। अगले सप्ताह हाई कोर्ट का निर्णय पक्ष में आने के बाद सारी बाधाएं स्वत: समाप्त हो जाएंगी। भर्ती विज्ञापन जारी होने के दौरान हाईकोर्ट ने भी टीईटी मेरिट के विरुद्ध की गई याचिका को खारिज कर दिया था अब आधार बदलने का प्रश्न ही नहीं उठता है। सरकार के पास टीईटी मेरिट से चयन करना ही सर्वश्रेष्ठ विकल्प बचता है। बैठक में सभी टीईटी पास अभ्यर्थियों से आग्रह किया गया कि वे अफवाहों से दूर रहें तथा एकजुटता बनाए रखें। बैठक में कमलेश यादव, संजय पाण्डेय, राजेश पाण्डेय, सतीश सिंह, दिग्विजय पाठक, नागेन्द्र यादव, विकास कुमार, विद्या नंद चौहान, तबरेज आलम, रविशंकर यादव, मंजीत, कमालुद्दीन, नसीम अहमद, राजेश यादव, मुन्ना राम, शशि ओझा, अमित श्रीवास्तव, कौशल गुप्त आदि उपस्थित थे। अध्यक्षता सुरेन्द्र सिंह एवं संचालन सुशील पाण्डेय ने किया।

Source- Jagran
8-4-2012

टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने मंत्री को सौंपा पत्रक

दिलदारनगर : नोबेल सीनियर सेकेंड्री स्कूल में सोमवार को स्वागत समारोह का आयोजन किया गया। कबीना मंत्री ओपी सिंह ने क्षेत्र के विकास का वादा किया। वहीं टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने कबीना मंत्री ओपी सिंह को मांगपत्र सौंपा। मांगपत्र में सरकार से टीईटी आधारित प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया की बाधाओं को दूर करते हुए जल्द से जल्द भर्ती प्रक्रिया को शुरू करने की गुहार लगायी, जिससे बेरोजगार युवकों को रोजी-रोटी का सहारा मिल सके। समारोह में मैनेजर इम्तियाज अहमद खां, मतलूब खां, जमील खां, अबुल खैर आदि मौजूद रहे।
Source- Jagran
9-4-2012

विशिष्ट बीटीसी परीक्षाओं की फिर दस्तक!

सहारनपुर, जागरण संवाददाता : विशिष्ट बीटीसी-2007 की परीक्षाओं की दस्तक ने प्रशिक्षुओं की बैचेनी बढ़ा दी है हालांकि जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के पास अभी तक परीक्षा की अधिकृत सूचना नही है। बीटीसी-2010 की परीक्षाएं माह के दूसरे पखवाड़े मे होंगी। माना जा रहा है कि विशिष्ट बीटीसी की परीक्षाएं माह के अंतिम सप्ताह में कराई जा सकती है।
प्रदेश में राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के माध्यम से दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षण कराया जाता है। चयन का आधार हाईस्कूल-स्नातक तक प्राप्तांकों को आधार मानकर मेरिट बनाई जाती है जबकि विशिष्ट बीटीसी के लिए चयन में स्नातक के साथ-साथ बीएड की डिग्री अनिवार्य थी। वर्ष 2007 की विशिष्ट बीटीसी प्रक्रिया अभी तक परवान नही चढ़ सकी है। जिले में करीब 1000 अभ्यर्थियों का प्रक्रिया में चयन हुआ था। जुलाई-2011 में प्रवेश पाने वाले अभ्यर्थियों का छह माह का प्रशिक्षण दिसंबर में पूरा हो चुका है। परीक्षाओं को लेकर ऊहापोह की स्थिति अभी तक साफ नही हो सकी है। सूत्रों के मुताबिक इनकी परीक्षाएं 27-28 अप्रैल को होने की संभावना है। डायट प्राचार्य संजय उपाध्याय के मुताबिक विशिष्ट बीटीसी-2007 की परीक्षा को कोई विभागीय सूचना नही मिली है। बीटीसी-2010 की परीक्षाएं 17-19 अप्रैल के बीच कराई जायेंगी।
कानूनी जंग के बाद मिले थे प्रवेश
वर्ष 1997 से पूर्व के बीएड डिग्रीधारकों को विशिष्ट बीटीसी-2007 की चयन प्रक्रिया के दौरान अलग कर दिया था। डायट से अभ्यर्थियों को कहा गया था कि उनकी बीएड की डिग्री एनसीटीई से मान्य नही है। बता दें कि एनसीटीई(राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद) का गठन वर्ष 1996-97 में हुआ था। अभ्यर्थियों ने न्याय के लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद(एससीईआरटी)में दस्तक दी थी। बाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद एससीईआरटी ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों को प्रवेश के निर्देश दिए थे। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान सहारनपुर व मुजफ्फरनगर में 25-25 अभ्यर्थियों को जुलाई-2011 में प्रवेश मिल सके थे। विशिष्ट बीटीसी-2007 की प्रक्रिया में चयनित अधिकांश अभ्यर्थियों को प्राइमरी स्कूलों में नौकरी मिल चुकी है। इन अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण के दौरान 2500 रुपये मासिक मानदेय भी मिला था। जुलाई 2011 में प्रवेश पाने वाले प्रशिक्षुओं को अभी तक मानदेय भी नसीब नही हुआ है।

Source- Jagran
9-4-2012

सामूहिक नकल में 75 प्रतिशत सरकारी-अर्द्धसरकारी

एटा। बोर्ड परीक्षाओं में राजकीय और सहायता प्राप्त संस्थाओं की छवि धूमिल हुई है। सामूहिक नकल के आरोप में चिह्नित परीक्षा केंद्रों में 75 प्रतिशत संस्थाएं सरकारी और अर्द्धसरकारी हैं। सामूहिक नकल की सर्वाधिक शिकायतें इन्हीं केंद्रों पर मिली हैं। जनपद में निरस्त हुई 27 केंद्राें की परीक्षा में 20 राजकीय और सहायता प्राप्त संस्थाएं हैं। वहीं, पूरी परीक्षा में पकड़े गए नकलचियों में से 50 प्रतिशत से अधिक इन्हीं केंद्रों पर दबोचे गए हैं।
शासन से लाखों रुपये मासिक का वेतन और सुविधाएं लेने वाली संस्थाओं पर विभागीय आदेशों की धज्जियां उड़ाने का आरोप है। शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन द्वारा शासन को भेजी गई रिपोर्ट के बाद तो जनपद के प्रतिष्ठित राजकीय और सहायता प्राप्त संस्थाआें की प्रतिष्ठा तार-तार हो गई। उन पर बोर्ड परीक्षाओं की सुचिता और पारदर्शिता भंग करने की शिकायतें हैं। सामूहिक नकल के आरोप में जनपद के निरस्त हुई 27 केंद्रों की परीक्षाआें में दो राजकीय, 18 सहायता प्राप्त संस्थाएं हैं। जबकि सचल दलों की नजर में केवल सात वित्तविहीन संस्थाएं ही दागी साबित हुई हैं। जबकि परीक्षा केंद्रों की सूची में सात राजकीय, 53 सहायता प्राप्त और 91 वित्तविहीन परीक्षा केंद्र शामिल हैं। वहीं, अभी तक पकड़े गए नकलचियों में से 50 प्रतिशत राजकीय और सहायता प्राप्त परीक्षा केंद्रों पर दबोचे गए हैं। बताते चलें कि शिक्षा अधिकारियों, सचल दलों और प्रशासनिक अधिकारियों की सर्वाधिक कार्रवाइयां सहायता प्राप्त परीक्षा केंद्रों पर ही रही हैं।

माध्यमिक शिक्षा परिषद ने पक्षपातपूर्ण कार्रवाई बताया
एटा (ब्यूरो)। माध्यमिक शिक्षक संघ और सहायता प्राप्त संस्थाओं के केंद्र व्यवस्थापकों ने इसे विभाग और प्रशासन की मिलीभगत एवं पक्षपातपूर्ण नीति बताया है। इनका आरोप है कि नकल के नाम पर सरेआम हो रही वसूली शिकायतों के बाद भी इन्हें नजर नहीं आ रही। वहीं, नकल रोकने वाली संस्थाओं और केंद्र व्यवस्थापकों को जानबूझकर बलि का बकरा बनाया गया है। आधा दर्जन संस्थाओं के नाम खोलते हुए संगठन ने मामले की शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी भेजी है। बताते चलें कि अवैध वसूली को लेकर आधा दर्जन संस्थाओं के विरुद्ध थानों में अभियोग पंजीकृत हुए, लेकिन विभाग ने यहां कोई कार्रवाई नहीं की है।
Source-Amar Ujala
10-4-2012

मुख्यमंत्री आवास जा रहे कंप्यूटर शिक्षक रोके गए

शिक्षकों ने मांगा समायोजन
पार्क रोड शिक्षा निदेशालय पर भी किया प्रदर्शन
जुलूस के साथ धरना स्थल पहुंचे शिक्षक
लखनऊ, 9 अप्रैल (जासं): माध्यमिक विद्यालयों में निजी कंपनियों की ओर से तैनात कंप्यूटर शिक्षकों ने रविवार को धरना दिया। शिक्षा विभाग में समायोजन की मांग को लेकर पहले पार्क रोड स्थित शिक्षा निदेशालय पर प्रदर्शन किया। सुनवाई न होने पर सभी शिक्षक जुलूस के साथ मुख्यमंत्री आवास जाने लगे लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने बैरियर पर ही उन्हें रोक लिया। पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद सभी शिक्षक विधान भवन के सामने धरना स्थल पहुंचे और जोरदार नारेबाजी की। शासन के निर्देश पर मौके पर पहुंचे जिला विद्यालय निरीक्षक उमेश त्रिपाठी ने शिक्षकों को उनकी मांग शासन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।
उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के कंप्यूटर प्रकोष्ठ के आह्वान पर पूर्वाह्न करीब 11 बजे शिक्षक अचानक पांच कालीदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच करने लगे तो सुरक्षाकर्मियों के हाथ पांव फूल गए। आनन-फानन बैरियर पर पहुंचकर सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया लेकिन शिक्षक मुख्यमंत्री से मुलाकात करने की जिद पर अड़े रहे। पुलिस अधिकारियों के आश्वासन के बाद वे जुलूस के रूप में धरना स्थल पहुंचे। संघ के प्रदेश संयोजक राम नारायण सिंह ने कहा कि शिक्षकों को कई महीने से वेतन नहीं मिल रहा है। पीएफ की कटौती होती है लेकिन जमा नहीं की जाती। निजी कंपनियों के प्रतिनिधि वेतन से ज्यादा काम लेते हैं। शासन के निर्देश पर मौके पर पहुंचे जिला विद्यालय निरीक्षक उमेश त्रिपाठी ने उनकी पांच सूत्री मांगों को शासन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। धरने में लक्ष्मीकांत यादव, राजेश सिंह, राजीव यादव, विजय गौतम, रितेश कुमार, सौरभ राठौर, सुनीता सिंह, शमा, अंजू रावत, धमेंद्र सिंह व सौरभ सिंह सहित सीतापुर, जौनपुर, आजमगढ़, बदायूं व मुरादाबाद सहित कई जिलों से आए शिक्षक शामिल हुए।
बढ़ी फीस कम करने की मांग
केंद्रीय शिक्षा बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त विद्यालयों द्वारा अभिभावकों से फीस के नाम पर धन उगाही के विरोध में सोमवार को मानववादी पार्टी ने विधान भवन के सामने धरना दिया। पार्टी अध्यक्ष यूआर अकेला के नेतृत्व में हुए धरने में कार्यकर्ताओं ने फीस का निर्धारण करने की सरकार से मांग की। धरने में धर्मदेव सिंह, जगन्नाथ आजाद, नागेंद्र सिंह, मु.छब्बन छेदीलाल पासवान समेत कई अभिभावक शामिल हुए।
आशा बहुओं का धरना
आशा बहुओं को 3600 रुपये प्रतिमाह वेतनमान देने समेत पांच सूत्री मांगों को लेकर सोमवार को विधानभवन के सामने धरना दिया। बालाजी आशा राष्ट्रीय किसान मजदूर लोक संघर्ष यूनियन के राष्ट्रीय संयोजक केशव सिंह के नेतृत्व में हुए धरने में आशा बहुओं ने टीकाकरण का बकाया भुगतान करने, जन्म मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने का जिम्मा देने समेत पांच सूत्री मांग की। धरने में अंजू चौधरी, मीनू, गायत्री, देवेंद्र, नीतू, शीला, माला, अंजू, गीता, मीरा देवी, अरुणा, सुमन व पुष्पा सहित दादरी, अलीगढ़ व गोंडा से आई कई आशा बहुएं शामिल हुई।

Source- Jagran
10-4-2012

निजी बीटीसी कॉलेज प्रबंधकों की मुख्यमंत्री से गुहार

बेसिक शिक्षा विभाग पर प्रशिक्षणार्थी न आवंटित करने का आरोप
-सत्र 2011-12 के शून्य होने की संभावना जतायी
लखनऊ, जागरण ब्यूरो : बीटीसी कोर्स संचालित करने के लिए राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) से मान्यताप्राप्त और राज्य सरकार से संबद्धताप्राप्त निजी कॉलेजों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र भेजकर गुहार लगायी है कि जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) द्वारा उन्हें प्रशिक्षणार्थी नहीं आवंटित किये गए हैं। ऐसे में निजी कॉलेजों के लिए बीटीसी सत्र 2011-12 के शून्य होने की संभावना बढ़ती जा रही है।
उप्र स्ववित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को बताया है कि जब इस सिलसिले में संगठन ने शासन, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक और डायट से संपर्क किया तो उसे बताया गया कि निजी कॉलेजों के लिए नये सत्र में बीटीसी का शुल्क निर्धारित नहीं किया जा सका है, इसलिए उन्हें प्रशिक्षणार्थी आवंटित नहीं किये जा सकते हैं। बाद में इस बाबत फिर पूछने पर बताया गया कि विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के कारण ऐसा नहीं किया जा सका है। एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी के मुताबिक बीती 14 मार्च को निदेशक एससीईआरटी ने सभी डायट को निर्देश दिया था कि जिन निजी बीटीसी कॉलेजों की संबद्धता का नवीनीकरण किया गया है, उन्हें शासन द्वारा पूर्व में निर्धारित फीस के आधार पर प्रशिक्षणार्थी आवंटित कर दिये जाएं। त्रिवेदी के मुताबिक निदेशक एससीईआरटी के इस निर्देश के एक महीने बाद भी कॉलेजों को प्रशिक्षणार्थी आवंटित नहीं किये गए हैं।

Source- Jagran
10-4-202

गुरुजी बनने के बाद भी नहीं गई नकल की आदत

प्रतापगढ़। शिक्षक बनने से कुछ कदम दूरी पर खड़े शिक्षामित्रों के प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा शनिवार को शहर के जीआईसी और जीजीआईसी में हुई। सचलदस्तों ने उन्हें गाइड और नोटबुक लेकर परीक्षा देते रंगेहाथ पकड़ लिया। इससे उन्हें शर्मिंदगी झेलनी पड़ी। खुलेआम नकल करते पकड़े जाने पर से उनकी योग्यता पर भी प्रश्नचिन्ह लग गया। इस दौरान दूरस्थ शिक्षा विधि से दो वर्षीय पाठ्यक्रम के प्रशिक्षण के लिए चयनित शिक्षामित्रों के पहले सेमेस्टर की परीक्षा शनिवार को दो पाली में हुई। जिले के 1108 शिक्षामित्रों में जीआईसी में छह सौ और जीजीआईसी में 508 शिक्षामित्रों ने परीक्षा दी। 80-80 अंक के दो प्रश्नपत्रों में प्रथम प्रश्नपत्र में विषयगत प्रश्न और दूसरे में सामान्य ज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे गए थे। बहुविकल्पीय, अतिलघु, लघु, दीर्घ उत्तरीय और विस्तृत उत्तरीय प्रश्नों का उत्तर देने में शिक्षामित्र पसीना-पसीना हो उठे। परीक्षा देने आए कुछ शिक्षामित्र बीटीसी प्रवेश परीक्षा की गाइड तो कुछ जनरल नालेज से संबंधित नोटबुक लेकर परीक्षा दे रहे थे। जीआईसी के उपप्रधानाचार्य डा. दयाराम मौर्य, संतोष मिश्र, राममणि दूबे, माधुरी दूबे के नेतृत्व में उड़न दस्ते ने शिक्षामित्रों की सघन तलाशी लेकर गाइड और नोटबुक बरामद किया। शिक्षामित्र अपने कृत्य से शर्मसार हो उठे। दोनों कालेजों में कोई भी परीक्षार्थी अनुपस्थित नहीं रहा।

Source- Amar Ujala
8-4-2012

Monday 9 April 2012

जुलाई में भरे जाएंगे शिक्षकों के डेढ़ लाख पद!

बेसिक शिक्षा विभाग में रिक्त पद भरने को शुरू हुई पहल

सर्व शिक्षा अभियान ने शासन को सौंपी रिपोर्ट, सीएम करेंगे फैसला

इलाहाबाद। कोई तकनीकी अड़चन न आई तो पूरे तीन बरस बाद जुलाई में बेसिक शिक्षा विभाग को एक लाख 52 हजार नए शिक्षक मिल जाएंगे। रिक्त पड़े पदों पर भर्ती के लिए जो प्रस्ताव है, उसके मुताबिक जून के अंत तक आवेदन जमा किए जाएंगे और जुलाई में काउंसलिंग होगी। विभाग ने इसके लिए बेसिक तैयारी भी कर ली है। सर्व शिक्षा अभियान ने जिलेवार रिक्तियों का ब्योरा तैयार किया है, साथ ही यह भी कि शिक्षकों की कमी से कितने विद्यालयों में पढ़ाई प्रभावित हुई, कितने स्कूल खुल नहीं सके। विभाग ने रिपोर्ट में टिप्पणी की है कि प्राइमरी स्कूलों में सामान्य तरीके से पढ़ाई के लिए तत्काल एक लाख 52 हजार शिक्षकों की जरूरत है।
रिक्तियों और भर्ती से जुड़ी यह रिपोर्ट मुख्यमंत्री की पहल पर तैयार की गई है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विभाग के साथ हुई पिछली बैठक में रिक्तियों का विस्तृत ब्योरा बनाने के निर्देश दिए थे। मसलन, स्कूलों में बच्चों की संख्या के अनुपात में किन जिलों में कितने शिक्षकों की जरूरत है, तत्काल कितने शिक्षक रखे जाने जरूरी हैं, प्रशिक्षित शिक्षा मित्रों से कितने पद भरे जा सकते हैं। यह भी कि टीईटी सफल अभ्यर्थियों के चयन का आधार क्या हो और भर्ती से जुड़े जो मामले न्यायालय में लंबित हैं, उनकी स्थिति क्या है। रिपोर्ट तैयार करने वाले सर्व शिक्षा अभियान के बड़े अधिकारियों का कहना है कि एक लाख 52 हजार पदों पर भर्ती का जो ब्योरा तैयार किया गया है, उसे सभी विभागीय विवादों से अलग रखने की कोशिश की गई है। नाम न छापने की शर्त पर अधिकारी ने बताया कि निकाय चुनाव के कारण कोई तकनीकी अड़चन न आई तो 20 जुलाई तक शिक्षकों का चयन कर लिया जाएगा।
निदेशालय के जिम्मेदार अधिकारियों ने बताया कि रिपोर्ट मुख्यमंत्री की पहल पर तैयार की गई है और उन्हें ही भेज दी गई है। इस बारे में फिलहाल कुछ बोलने की छूट नहीं है लेकिन संभावना है कि अगले दस दिन में इसका प्रारूप घोषित कर दिया जाएगा।

Source: Amar Ujala (9-4-12)

मुख्यमंत्री के निर्णय को सराहा

जौनपुर: टीईटी छात्र संघर्ष मोर्चा की बैठक रविवार को टीडी कालेज स्थित मारुति मंदिर पर अजीत यादव की अध्यक्षता में हुई। बैठक में मेरिट के आधार पर चयन करने के मुख्यमंत्री के निर्णय की सराहना की गयी।
वक्ताओं ने कहा कि इस कार्य में अब विलम्ब न कर कार्यवाही शुरू होनी चाहिए। इस मौके पर पियूष, मृत्युंजय, अश्वनी मौर्य, मनोज सेठ, गया पाल, संतोष मौर्य, अरुण तिवारी, संतोष उपाध्याय, संजय सिंह, अक्षय शर्मा, राजेश यादव आदि उपस्थित थे। अगली बैठक 15 अपै्रल को होगी।

Source: Jagran (8-4-12)

सीएम के आश्वासन ने खिले अभ्यर्थियों के चेहरे

फैजाबाद, मुख्यमंत्री से मिले सकारात्मक आश्वासन के बाद टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की मायूसी कुछ कम हुई है। मुख्यमंत्री से न्याय मिलने की जगी उम्मीद ने उन्हें उत्साहित कर दिया है। रविवार को गुलाबबाड़ी में हुई टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की बैठक में मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित करने के साथ आंदोलन पर चर्चा की गई।
रविवार को गुलाबबाड़ी उद्यान में टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैठक हुई। बैठक में अभ्यर्थियों ने लखनऊ में हुए अनशन और उसके बाद मुख्यमंत्री के सकारात्मक रुख के बाद उपजी स्थितियों पर विस्तार से चर्चा की। वक्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि उत्तीण अभ्यर्थियों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं किया जाएगा। जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद आवश्यक कार्यवाही तत्काल शुरू करा दी जाएगी। न्यायालय में चल रहे इस प्रकरण को लेकर भी चर्चा बैठक में की गई। नौ अप्रैल को होने वाली सुनवाई के बारे में भी अभ्यर्थियों को बताया गया। बैठक की अध्यक्षता अनिल कुमार व संचालन अमृतांश श्रीवास्तव ने किया। बैठक में पंकज पाठक, निधि पांडेय, दिनेश सिंह, संतोष सिंह, नीतू पांडेय, पुष्पलता वर्मा, विपिन श्रीवास्तव, विवेक पांडेय व इरफान आदि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी मौजूद रहे।

Source: Jagran (8-4-12)

संघर्ष केलिए तैयार रहें अभ्यर्थी

देवरिया :
टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक रविवार को टाउनहाल परिसर में आयोजित की गई। बैठक में टीईटी अभ्यर्थियों ने एकजुटता दिखाते हुए साथियों से संघर्ष के लिए तैयार रहने का आह्वान किया।
बैठक को संबोधित करते हुए गोरखनाथ सिंह ने कहा कि वे सभी अभ्यर्थी बधाई के पात्र हैं जिन्होंने नियुक्ति प्रक्रिया के लिए लखनऊ स्थित विधानसभा के समक्ष आमरण अनशन किया। उनके इस अनशन में देवरिया से भी सैकड़ों अभ्यर्थियों ने लखनऊ पहुंचकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
रघुवंश शुक्ला ने कहा कि टीईटी अभ्यर्थियों को किसी भी हालत में टीईटी के प्राप्ताकों को मेरिट का आधार बना अतिशीघ्र नियुक्ति की जाए, अन्यथा पूरे प्रदेश में एक साथ आंदोलन शुरू किया जाएगा। रूपेश मिश्रा ने कहा कि संगठन को मजबूत करके ही लड़ाई लड़ी जा सकती है। सभी अभ्यर्थी हर प्रकार से मोर्चा को योगदान दें, ताकि न्यायालय से लेकर विधानसभा तक अपनी जीत सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि पूर्व विज्ञापन के आधार पर ही नियुक्ति हो
बैठक में प्रमुख रूप से अनुराग, मदन यादव, गौरीशंकर पाठक, प्रियरंजन, अवधेश यादव, राजन मिश्र, मनोज यादव, विकास पाण्डेय, हरेन्द्र पुरी, पद्माकर मणि, चन्द्रभूषण सिंह, अमरदेव सिंह, दीपक सिंह, गौरीनंदन, अरविन्द यादव, रामचन्द्र प्रजापति, शाहिद अली, रामानंद, रघुवंश शुक्ला, अरविन्द मिश्रा, गीता बंसल, घनश्याम, संतोष, आफताब आलम, विनीता, प्रदीप यादव, दुर्गाशरण, विजय सिंह, रतेन्द्र कुमार सिंह, सूर्य प्रकाश शर्मा, जय प्रकाश सिंह, दीनानाथ, मनोज गुप्ता, शचीन्द्र दूबे, जय प्रकाश यादव, देवेन्द्र प्रताप सिंह तथा बेचन चौहान आदि मौजूद थे।

Source: Jagran (8-4-12)

टीईटी अभ्यर्थियों ने कहा, सरकार सहमत है हमसे

बलिया: टीईटी पास लोगों की जनपद स्तरीय बैठक रविवार को कंपनी बाग में हुई। टीईटी पास प्रतिनिधि मंडल की मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ पांच अप्रैल को हुई सार्थक बैठक में 72 हजार शिक्षकों का चयन विज्ञप्ति में वर्णित टीईटी मेरिट के अनुसार करने के संबंध में रही झंडी मिलने के बाद सभी अभ्यर्थियों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव जावेद उस्मानी को निष्पक्ष जांच रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया है। इसके बाद चंद दोषियों को बाहर करते हुए शिक्षक भर्ती शुरू का दी जायेगी। अगले सप्ताह हाई कोर्ट का निर्णय पक्ष में आने के बाद सारी बाधाएं स्वत: समाप्त हो जाएंगी। भर्ती विज्ञापन जारी होने के दौरान हाईकोर्ट ने भी टीईटी मेरिट के विरुद्ध की गई याचिका को खारिज कर दिया था अब आधार बदलने का प्रश्न ही नहीं उठता है। सरकार के पास टीईटी मेरिट से चयन करना ही सर्वश्रेष्ठ विकल्प बचता है। बैठक में सभी टीईटी पास अभ्यर्थियों से आग्रह किया गया कि वे अफवाहों से दूर रहें तथा एकजुटता बनाए रखें। बैठक में कमलेश यादव, संजय पाण्डेय, राजेश पाण्डेय, सतीश सिंह, दिग्विजय पाठक, नागेन्द्र यादव, विकास कुमार, विद्या नंद चौहान, तबरेज आलम, रविशंकर यादव, मंजीत, कमालुद्दीन, नसीम अहमद, राजेश यादव, मुन्ना राम, शशि ओझा, अमित श्रीवास्तव, कौशल गुप्त आदि उपस्थित थे। अध्यक्षता सुरेन्द्र सिंह एवं संचालन सुशील पाण्डेय ने किया।

Source: Jagran (8-4-12)

टीईटी अभ्यर्थी बोले, वादा पूरा करें सीएम

बिजनौर : नियुक्ति दिलाने की मांग को लेकर टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने रविवार को एजाज अली पार्क में सांकेतिक धरना दिया। आंदोलित अभ्यर्थियों ने सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से विधानसभा चुनाव के दौरान किए वायदे को पूरा करने की अपील की।
जिला टीईटी एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह के नेतृत्व में रविवार को सुबह एजाज अली पार्क में जमा हुए टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन कर एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया। धरना स्थल पर हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा कि वे एक माह से अधिक समय से सड़कों पर न्याय मांगते फिर रहे हैं, लेकिन शासन उनकी सुध नहीं ले रहा है। नियुक्ति के विज्ञापन पर नौ अप्रैल को हाईकोर्ट में सुनवाई है। इसके बाद अगली रणनीति बनाकर आंदोलन किया जाएगा। धरने पर बैठने वालों में कपिल कांत, दर्शनपाल, खुर्शीद, नादिर, रचना चौधरी, सोवित कुमार, बिजेन्द्र सिंह, रघुवेन्द्र सिंह, प्रयाग कुमार, सत्यप्रकाश सिंह आदि ने विचार व्यक्त किये। कहा कि इस मामले में न्याय मिलने तक वे संघर्षरत रहेंगे।

Source: Jagran (8-4-12)

Sunday 8 April 2012

टीईटी के 'मायाजाल' को भेदने की तैयारी!

सहारनपुर, जागरण संवाददाता : टीइटी के 'मायाजाल' को भेदने के लिए आलाअधिकारी माथापच्ची में जुटे हैं। परीक्षा रद करने को लेकर ऊहापोह की स्थिति है। अफसरों का मानना है कि यदि प्रक्रिया रद की गई तो इसका हाल भी बीटीसी-2001 जैसा हो जायेगा। इसमें सरकार को बड़ी कानूनी उलझनों का सामना करना पड़ सकता है। नए विकल्पों की तलाश में अधिकारी गुडवर्क में जुटे हैं और पूरा मामला प्रदेश सरकार के विचाराधीन है।
प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक पदों पर नियुक्ति का इंतजार कर रहे टीइटी अभ्यर्थी असमंजस से गुजर रहे हैं। नियुक्ति के लिए समस्त बेसिक शिक्षा अधिकारी की ओर से विज्ञापन जारी किया गया था, जिसे नियम विरुद्ध बताते हुए हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी। प्रक्रिया पर हाईकोर्ट द्वारा रोक लगाई गई है। दूसरी ओर टीइटी घोटाले में निदेशक माध्यमिक शिक्षा संजय मोहन सहित आधा दर्जन अन्य लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। घोटाले की जांच में कई और अधिकारियों के लपेटे में आने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
प्रक्रिया रद हुई तो बड़ा उलटफेर!
विभागीय सूत्रों के मुताबिक यदि टीइटी प्रक्रिया रद्द हुई तो बड़े उलटफेर की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। टीइटी का बीटीसी-2001 जैसा हश्र न हो, इसे ध्यान में रखते हुए आलाअधिकारी ऐसा फ्रेमवर्क तैयार करने में जुटे है कि मौजूदा प्रक्रिया को ही सिरे चढ़ा दिया जाए। इसके पीछे अफसरों का मानना है कि ऐसा किए जाने की स्थिति में भविष्य की बड़ी कानूनी उलझनों से बचा जा सकेगा। दूसरा यह कि काउंसलिंग के दौरान अभ्यर्थी से ओएमआर की तृतीय प्रति व टीइटी प्रमाणपत्र मूल रूप में मंगाया जाये तथा इंटरनेट पर घोषित रिजल्ट से उक्त प्रमाण-पत्र की जांच की जायेगी।
यह थी टीइटी परीक्षा
प्रदेश शासन द्वारा टीईटी का जिम्मा माध्यमिक शिक्षा परिषद को सौंपा था। 13 नवंबर को प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा प्रदेश के सभी मंडल मुख्यालयों पर कराई गई थी। प्राइमरी के घोषित रिजल्ट में 2.70 लाख से अधिक अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे। प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति के टीइटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में नौ जनवरी तक आवेदन पत्र मांगे गए थे। माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा जनवरी के दूसरे पखवाड़े में संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालयों से टीइटी प्रमाणपत्रों का वितरण कराया गया था।

Source- Jagran
7-4-2012

BTC 2001 DETAILS

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