BTET - टीईटी - TET
निज संवाददाता, सेमापुर (कटिहार) : शिक्षक योग्यता पास अभ्यर्थियों में शिक्षक बन पाने को लेकर संशय की स्थिति है। टीईटी के परिणाम आने के बाद सीट से कम रिजल्ट को देखकर अभ्यर्थियों में शिक्षक बनने की जो उम्मीद थी वह बहाली प्रक्रिया को देखकर समाप्त हो गयी। उत्तीर्ण अभ्यर्थी नवीन कुमार चौधरी, राजकुमार साह, विपिन कुमार, बालकृष्ण पटेल आदि ने बताया कि टीईटी परीक्षा के समय नियमावली में सरकार ने स्पष्ट कुछ भी नहीं किया। रिजल्ट के बाद शिक्षा मंत्री पीके शाही द्वारा सबकी बहाली सुनिश्चित है की बात कही गई, लेकिन बहाली प्रक्रिया से शिक्षक बन पाना आसान नहीं है। अभ्यर्थियों को नौ हजार नियोजन इकाई से आवेदन की प्रक्रिया के कारण एक ही अभ्यर्थी का नाम कई जगह मेधा सूची में होगा। वहीं सभी जगह आवेदन करने में खर्च भी बढ़ गया है। सभी जगह मेधा सूची के प्रकाशन को देख पाना आसान नहीं है फिर काउंसलिंग की प्रक्रिया में भी अतिरिक्त खर्च होगा। सरकार द्वारा पुरानी व्यवस्था से मुखिया, सचिव व प्रमुख आदि के पौ बारह है। कई अभ्यर्थी तो गरीबी के कारण एक-दो जगह आवेदन देकर संतोष कर लेने में भलाई समझ रहे हैं। सरकार को अभ्यर्थी को सभी नियोजन इकाई में आवेदन देने की व्यवस्था ना करके जिला में आवेदन लेकर वहीं से मेधा बना नियोजन इकाई को भेज देना था। इससे गड़बड़ी की गुंजाइश भी नहीं होती एवं छात्र भी परेशान नहीं होता।
Source - Jagran
20-9-2012
BIHAR TET - टीईटी उत्तीर्ण छात्रों में शिक्षक बन पाने को लेकर संशय की स्थिति
निज संवाददाता, सेमापुर (कटिहार) : शिक्षक योग्यता पास अभ्यर्थियों में शिक्षक बन पाने को लेकर संशय की स्थिति है। टीईटी के परिणाम आने के बाद सीट से कम रिजल्ट को देखकर अभ्यर्थियों में शिक्षक बनने की जो उम्मीद थी वह बहाली प्रक्रिया को देखकर समाप्त हो गयी। उत्तीर्ण अभ्यर्थी नवीन कुमार चौधरी, राजकुमार साह, विपिन कुमार, बालकृष्ण पटेल आदि ने बताया कि टीईटी परीक्षा के समय नियमावली में सरकार ने स्पष्ट कुछ भी नहीं किया। रिजल्ट के बाद शिक्षा मंत्री पीके शाही द्वारा सबकी बहाली सुनिश्चित है की बात कही गई, लेकिन बहाली प्रक्रिया से शिक्षक बन पाना आसान नहीं है। अभ्यर्थियों को नौ हजार नियोजन इकाई से आवेदन की प्रक्रिया के कारण एक ही अभ्यर्थी का नाम कई जगह मेधा सूची में होगा। वहीं सभी जगह आवेदन करने में खर्च भी बढ़ गया है। सभी जगह मेधा सूची के प्रकाशन को देख पाना आसान नहीं है फिर काउंसलिंग की प्रक्रिया में भी अतिरिक्त खर्च होगा। सरकार द्वारा पुरानी व्यवस्था से मुखिया, सचिव व प्रमुख आदि के पौ बारह है। कई अभ्यर्थी तो गरीबी के कारण एक-दो जगह आवेदन देकर संतोष कर लेने में भलाई समझ रहे हैं। सरकार को अभ्यर्थी को सभी नियोजन इकाई में आवेदन देने की व्यवस्था ना करके जिला में आवेदन लेकर वहीं से मेधा बना नियोजन इकाई को भेज देना था। इससे गड़बड़ी की गुंजाइश भी नहीं होती एवं छात्र भी परेशान नहीं होता।
Source - Jagran
20-9-2012
7 comments:
obc(ph) gurank=59.11,Acd=254,Tet=97 science group kya chance hai
obc(ph) gurank=59.11,Acd=254,Tet=97 science group kya chance hai
G8
Hello priyanka ji,HERE KRISHNA PAL SINGH aap kaha se ho?
Unknown ji priyanka teri sister hai. Gandi najar se mat dekh re.
Rajeev to kya priyanka teri maa h kya?sory re mai nahi janta tha...ab tere hisab se to mai tera MAMA hu..aur MAMA se aise nahi baat karte re
Rajeev tu apni sister ko gandi najar se dekhta h mujhe nahi pata tha? Tujhe is SOCIETY me rahne ka koi hak nahi, tu master kya banega, teri thinking to peon ke bhi layak nahi h RE
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