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Tuesday, 7 August 2012

UPTET- न्याय की लड़ाई का टीईटी बेरोजगारों ने लिया संकल्प

न्याय की लड़ाई का टीईटी बेरोजगारों ने लिया संकल्प



न्याय की लड़ाई का टीईटी बेरोजगारों ने लिया संकल्प
बस्ती : टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगार संघर्ष मोर्चा के बैनर तले मंगलवार को गांधी कला भवन के सभागार में एकत्रित हुए। बैठक में बेरोजगारों ने संकल्प लिया कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
बैठक में मोर्चा के जिलाध्यक्ष विवेक प्रताप सिंह ने कहा कि यह लड़ाई नौकरी के लिए ही नहीं वरन 2.70 लाख टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों को न्याय दिलाने के लिए शुरू की गई है। इसके लिए संगठन के साथ एकजुट होकर सड़क से न्यायालय तक की लड़ाई लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि धांधली हुई है तो देश की सबसे बड़ी एजेंसी से जांच कराकर इसमें लिप्त लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए। जांच और प्रमाण के बिना यदि इसे निरस्त करके प्रति छात्र पांच हजार रुपये हजम करने की नीयत प्रदेश सरकार की है तो यह घोर अन्याय है और इसके लिए अपनी आवाज न्यायालय तक पहुंचाएंगे।
विनय पाडेय ने कहा कि यह लड़ाई नौकरी की ही नहीं टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों के आत्मसम्मान की भी है।
इस अवसर पर रमेश पांडेय, नितिन शुक्ल, अवनीश त्रिपाठी, शेषमणि, रमेश चंद्र, मुकुल कुमार, विनय कुमार, कौशलानंद पाठक, अनूप कुमार सिंह, श्याम लाल चौधरी, हरी प्रसाद त्रिपाठी, नीरज कुमार श्रीवास्तव, सुनील गुप्त, बृजेंद्र प्रताप सिंह, महावीर यादव, राजेश कुमार यादव, राम चरन व उमाशंकर अग्रहरि सहित तमाम लोग मौजूद रहे।


टीईटी : पुचकार और दुत्कार में फंसी प्रक्रिया


सहारनपुर: इन दिनों टीईटी की प्रक्रिया पुचकार और दुत्कार के बीच फंस गई है। उच्च प्राथमिक परीक्षा में उत्तीर्ण रहे अभ्यर्थी सरकारी जूनियर स्कूलों में नियुक्त नहीं हो सकेंगे। वहीं प्राथमिक परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की आस अब हाईकोर्ट के फैसले पर टिकी है। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा क ा पूरे मामले में सरकार से विश्वास उठ चुका है।
प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत आने वाले परिषदीय प्राथमिक व जूनियर स्कूलों में शिक्षकों की भ‌र्त्ती टीईटी के द्वारा ही हो सकेगी।
नवंबर-2011 में टीईटी परीक्षा कराई गई थी। प्राथमिक परीक्षा में 2.70 लाख तथा उच्च प्राथमिक में 2.13 लाख से अधिक अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे। मंडल में प्राथमिक परीक्षा में 12 हजार तथा उच्च प्राथमिक आठ हजार से अधिक अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे।
झंझावतों से निकली प्रक्रिया
टीईटी प्रक्रिया को प्रदेश सरकार द्वारा निरस्त न करने का निर्णय लेने के बाद गत माह टीईटी को पात्रता परीक्षा की श्रेणी में शामिल किया गया है जबकि उच्च प्राथमिक परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए सरकारी जूनियर स्कूलों में नियुक्ति का रास्ता बंद कर दिया। जिले में सहायता प्राप्त प्राइमरी-जूनियर स्कूलों की संख्या 40 है। केवल सहायता प्राप्त व प्राइवेट स्कूलों में ही ये अभ्यर्थी भ‌र्त्ती के पात्र होंगे। बता दें कि सरकारी जूनियर स्कूलों में शिक्षकों की सीधी भ‌र्त्ती का प्रावधान नही है इनमें केवल पदोन्नति से शिक्षकों की नियुक्ति होती है। ऐसे में टीईटी उच्च प्राथमिक परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थी स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
सरकार से नही उम्मीद
टीईटी(उत्तीर्ण) संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष संजय कुमार का कहना है कि टीईटी की मेरिट के आधार पर नियुक्ति के लिए संघ संघर्षरत है। उच्च प्राथमिक परीक्षा में उत्तीर्ण रहे अभ्यर्थियों से सरकार ने छल किया है टीईटी को पात्रता की श्रेणी में शामिल कर तो उम्मीदों पर पानी ही फेर दिया है। परेशान अभ्यर्थियों को अब हाईकोर्ट से ही न्याय की उम्मीद है।

Source- Jagran
7-8-2012

3 comments:

sunil kumar tiwari sunlkmrr@gmail.com said...

EK TARAF TO SARKAR 125000 B.ED. DEGREE DHARAK PER YEAR PAIDA KARTI HAI AUR 5 SAL ME 70000 TEACHAER KI VACANCY NIKALTI HAI JABKI WAH EK TEST B.ED. ENTRANCE ME LE CHUKI HOTI HAI FIR BHI WAH TET K TEST K BAAD ACADEMIC MERIT BANATI HAI IS TARAH TO SARKAR TET BEROJGARON KI FAUJ KHADI KAR DEGI.

AISE ME B.ED. KEWAL NAM KI DEGREE RAH JAYEGI JISME SABHI KE LAKHON RUPAYE KHARCH HO CHUKE HAIN.

2 TEST (B.ED. AND TET) K BAAD ACADEMIC MERIT BANANE KA KOI AUCHITYA NAHIN RAH JATA BUT EK KAHAWAT HAI KI "ANDHE PEESEN KUTTE KHAYEN" U.P. GOVT. PAR FIT BAITHTI HAI. YE SARKAR TEST VIRODHI HAI B.T.C. KA TEST S.P. GOVT. NE HI KHATM KIYA THA.

TET KO MATR 90 NUMBER KA TEST BANA DENE SE EDUCATION OF QUWALITY KA AIM POORA NAHIN HO SAKTA.

SIKSHHA MITRON KO TET SE CHHOOOT DEKAR WAH TET KO HALKE ME LENE K SANKET PAHLE HI DE CHUKI HAI.

UPPER PRIMARY ME SARKAR NE THENGA DIKHA HI DIYA HAI.

Shabbir hussain said...

Cm akhilesh yadav urf mhd bin tuglak urf moorkh raja.sala handicaped baisakhi ka sahara leta h.

umashankar said...

असन्तुलित मानसिकता का परिचय दे रही है उ॰प्र॰ सरकार-
प्राथ॰ शिक्षक भर्ती मामले मेँ अभी तक कोई ठोस निर्णय न लेकर उ॰प्र॰ सरकार अपनी असंतुलित मानसिकता का परिचय दे रही है। पता नहीँ इस मामले मेँ उ॰प्र॰ सरकार अपने एक निर्णय पर कायम क्योँ नहीँ हो पा रही है। सरकार कैबिनेट के शैक्षिक योग्यता के आधार पर भर्ती के फैसले पर अडिग नहीँ रह पाई और कोर्ट मेँ शैक्षिक योग्यता के साथ टीईटी के प्राप्तांकोँ को शिक्षक भर्ती प्रक्रिया मेँ सम्मिलित करने की बात को कहा है। इससे एक बात तो तय है कि केवल शैक्षिक योग्यता के आधार पर शिक्षकोँ की भर्ती संभव नहीँ है, भर्ती प्रक्रिया मेँ टीईटी के प्राप्तांकोँ उचित महत्व दिया जाएगा। इसके लिए अध्यापक सेवा नियमावली मेँ संशोधन करने की बात सरकार द्वारा कही गयी है। सरकार को अपना पक्ष 27 अगस्त या इसके पूर्व उच्च न्याया॰ मेँ रखना है परन्तु अन्तिम निर्णय कोर्ट को ही लेना है। देखना यह है कि सरकार टीईटी के प्राप्तांकोँ को कितना महत्व देती है यदि उच्च न्याया॰ सरकार द्वारा प्रस्तुत पक्ष से संन्तुष्ट न हुआ तो शिक्षक भर्ती टीईटी के प्राप्तांकोँ के आधार पर करने का निर्णय दे सकता है।
UMASHANKAR
9058749811
MORADABAD