टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक रविवार को टाउनहाल परिसर में आयोजित की गई। बैठक में जहां अभ्यर्थियों ने नियुक्ति को लेकर आंदोलन की रणनीति तय की वहीं चेतावनी दी कि यदि 20 जुलाई तक नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं हुई तो मोर्चा उग्र आंदोलन को बाध्य होगा।
बैठक को संबोधित करते हुए मोर्चा के प्रदेश संरक्षक गोरखनाथ सिंह ने कहा कि कन्नौज में मुख्यमंत्री ने निकाय चुनाव तक हमें शांत रहने की नसीहत दी थी। अब जबकि निकाय चुनाव खत्म होने वाला है व न्यायालय में लंबित तारीख शुरू होने वाली है। ऐसे में मोर्चा ने तय किया है कि वह न्यायालय में सरकार के रुख को देखते हुए आगे की रणनीति तय करेगा।
गौरीशंकर पाठक ने कहा कि सरकार के सकारात्मक रुख के कारण टीईटी अभ्यर्थी अपनी नियुक्ति प्रक्रिया प्रारंभ होने के प्रति आशान्वित हैं। बावजूद इसके यदि अभ्यर्थियों के साथ अन्याय करने की कोशिश की गई तो अभ्यर्थी आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 20 जुलाई तक नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं हुई तो मोर्चा आर-पार की लड़ाई लड़ने को बाध्य होगा। पवन यादव ने सरकार से मूल विज्ञापन के आधार पर अभ्यर्थियों की नियुक्ति करने की मांग की।
बैठक की अध्यक्षता चन्द्र प्रकाश कुशवाहा व संचालन संदीप कुशवाहा ने किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से अनुराग मल्ल, रघुवंश शुक्ला, आत्म प्रकाश मिश्र, अरुण कुमार सिंह, अश्विनी यादव, वसीम अख्तर, संजय प्रसाद, अशोक कुमार, हरेन्द्रपुरी, अमरदेव सिंह, विकास चंद्र तिवारी, रामभगत गुप्ता, संतोष कुशवाहा, विष्णुदेव सिंह, घनश्याम यादव, रत्नेश त्रिपाठी, प्रमोद पटेल, सोमनाथ विश्वकर्मा, रामसेवक, बालेन्दु तिवारी, प्रकाश नाथ तिवारी, अमित उपाध्याय, मुकेश यादव, रामईश्वर, राजन त्रिपाठी, मुन्ना विश्वकर्मा, अमरदेव सिंह, मदन यादव, नित्यानंद सिंह, अनिल कुमार, दुर्गाशरण मिश्र, नवीन कुमार पाण्डेय, रमेश चन्द्र शर्मा, रोहित कुमार, गोपाल सैनी, राजीव गुप्ता तथा अमिताभ मिश्रा आदि सहित अनेक अभ्यर्थी मौजूद थे।
Source- Jagran
1-7-2012
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