गलियों में राह ढूंढते रहे
जागरण
संवाददाता, लखनऊ : प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद यातायात को प्राथमिकता
पर लिया गया। एएसपी यातायात से लेकर आइजी और स्पेशल डीजी ट्रैफिक तक ने
सड़क पर आकर सुझाव दिए और सुधार की तमाम बातें कीं। गुरुवार को जब परीक्षा
की घड़ी आई तो सारी तैयारियां धरी रह गईं। सुबह दस बजे, जिस वक्त टीईटी
अभ्यर्थी विधान भवन के सामने जुटना शुरू हुए, तब तक यातायात पुलिस निश्चिंत
थी।
अपर पुलिस अधीक्षक यातायात अरविंद सेन बताते हैं कि विधान भवन के सामने
प्रदर्शन पर सिर्फ रॉयल होटल से हजरतगंज चौराहे के बीच का रास्ता बंद करना
पड़ता है और इस रास्ते के कई विकल्प मौजूद हैं, इसलिए प्रदर्शन को लेकर
पहले से अतिरिक्त इंतजाम करने का कोई औचित्य नहीं था, लेकिन टीईटी
अभ्यर्थियों ने जब चारबाग, केकेसी और बर्लिंगटन होटल चौराहे पर जाम लगा कर
प्रदर्शन शुरू किया तो हालात बेकाबू हो गए। गोरखपुर और कानपुर से आने वाले
वाहन इसमें उलझ गए। चारबाग से हजरतगंज चौराहे तक रास्ता रुका तो एक घंटे के
भीतर इस रास्ते के समानांतर गलियों में भी जाम लग गया। वाहन चालक रास्ता
तलाशने के लिए गलियों में समा गए। दोपहिया वाहनों तक फिर भी गनीमत थी लेकिन
संकरी गलियों में चौपहिया वाहन आमने-सामने अड़े तो चक्का जाम की नौबत आ
गई।
पैदल आने को हुए मजबूर
जागरण
संवाददाता, लखनऊ : चारबाग से हुसैनगंज, विधानसभा और हजरतगंज जाने वाले
मुसाफिरों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा। चारबाग से गोमतीनगर
जाने वाले बसें हुसैनगंज और विधानसभा होते हुए ही निकलती हैं। टीईटी
अभ्यर्थियों द्वारा लगाए गए जाम के बाद बसों को केकेसी से सदर के लिए मोड़
दिया गया।
चारबाग से विधानसभा आने के लिए मुसाफिरों को कोई साधन उपलब्ध नहीं हो सका।
राहगीरों को पैदल ही यह सफर तय करना पड़ा। यातायात की इस समस्या का फायदा
रिक्शेवालों ने खूब उठाया। लोगों से मनचाहे पैसे वसूले गए। रिक्शेवालों को
भी हजरतगंज पहुंचने के लिए कैसरबाग से होते हुए लंबा चक्कर लगाना पड़ा।
इससे बीस मिनट का सफर तय करने में कई घंटे लग गए। जगह-जगह यातायात का
डाइवर्जन होने से लोगों को खासी मुसीबत का सामना पड़ा।
छूटी यात्रियों की ट्रेनें
टीईटी अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के कारण लगे जाम ने कई यात्रियों की ट्रेन
छुड़वा दी। चारबाग से हजरतगंज तक वाहनों की लंबी लाइन लगने के कारण करीब सौ
यात्री अपनी ट्रेन नहीं पकड़ सकें। शताब्दी सहित सात ट्रेनों के इन सौ
यात्रियों को अपना टिकट करंट काउंटर पर निरस्त कराना पड़ा। जाम के कारण
ट्रेन 12003 शताब्दी एक्सप्रेस के 15 यात्रियों ने अपने टिकट रद कराए।
इसी तरह ट्रेन 13307 गंगा सतलज एक्सप्रेस, 13005 पंजाब मेल, 13049
हावड़ा-अमृतसर एक्सप्रेस, 14265 वाराणसी-देहरादून जनता एक्सप्रेस और 13009
दून एक्सप्रेस के करीब 85 यात्रियों ने अपने टिकट रद कराए। उधर जाम के कारण
सुबह आठ बजे से लखनऊ जंक्शन और चारबाग स्टेशन पर अफरातफरी मच गई थी।जागरण संवाददाता, लखनऊ : अपनी मांगों को लेकर सड़क पर आए अभ्यर्थियों को
चारबाग में ही रोकने में नाकाम रही पुलिस ने बर्लिग्टन चौराहे से उन्हें
हटाने के लिए भी कोई ठोस कदम नहीं उठाए।
अभ्यर्थियों को पुलिस धरना स्थल तक ले जाने का प्रयास कर रही थी, लेकिन
नाकाम रही। इसके बाद उसके पास कोई विकल्प नहीं बचा। अभ्यर्थियों को
बलपूर्वक हटाने के लिए अधिकारी ऊपर से निर्देश मिलने का इंतजार ही करते रह
गए। इस बीच प्रशासन व पुलिस के अफसरों ने कुछ अभ्यर्थियों को समझाने की
कोशिश की। उनसे अलग-अलग भी वार्ता की गई, लेकिन वे किसी भी सूरत में पीछे
हटने को राजी नहीं हुए। हालांकि इस दौरान कुछ अभ्यर्थियों के बीच आपस में
भी मतभेद हुए।
वहीं शाम पांच बजे के बाद से अभ्यर्थियों की संख्या लगातार कम होती गई। रात
10 बजे तक बड़ी संख्या में अभ्यर्थी तितर-बितर हो चुके थे। वहीं दिन भर की
डयूटी के बाद पीएसी कर्मी भी लगातार अधिकारियों से उन्हें बदले जाने की
मांग कर रहे थे।
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