, महराजगंज :
फरेंदा कस्बे में स्थित एमएस लारी इस्लामिया जूनियर हाईस्कूल में शिक्षकों की नियुक्ति का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। स्थिति यह है कि जुलाई 2011 से ही टीईटी अनिवार्य कर दी गई, लेकिन विद्यालय में 15 सितंबर 2011 को साक्षात्कार लेकर तीन शिक्षकों की नियुक्ति कर दी गई है।
इस बाबत फरेंदा निवासी जावेद अहमद खान ने जिलाधिकारी को प्रार्थनापत्र देकर पूरे प्रकरण की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग किया है।
जावेद अहमद खान ने लिखा है कि उत्तर प्रदेश में जुलाई 2011 में ही शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू हो गया है। यहां तक कि विभाग द्वारा इस बाबत बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भी पत्र देकर एक से आठ तक के सभी सरकारी व अर्ध सरकारी स्कूलों में अध्यापक पद पर नियुक्ति के लिए टीईटी अनिवार्य कर दिया था। इसके विपरीत सारे नियम कायदों को ताक पर रख कर इस विद्यालय में शिक्षकों का साक्षात्कार 15 सितंबर 2011 को दिखा कर 16 सितंबर से नियुक्ति कर दी गई। जबकि यहां पर कार्यरत एक भी शिक्षक ने टीईटी की परीक्षा को उत्तीर्ण नहीं किया है। जावेद अहमद खान ने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच के लिए उसने सभी अधिकारियों से गुहार भी लगाई, लेकिन महज कोरम पूरा कर पूरे मामले को निपटा दिया गया।
Source- Jagran
12-7-2012
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