UPTET - टीईटी - TET
UPTET - एससीईआरटी से विशिष्ट बीटीसी की मेरिट पर मांगा गया प्रस्ताव
• अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। राज्य सरकार ने टीईटी पास बीएड डिग्रीधारकों को छह माह की विशिष्ट बीटीसी ट्रेनिंग देने सेपहले राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवंप्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) से पूछा है कि यूपी बोर्ड और केंद्रीय बोर्ड के अभ्यर्थियों के बीच मेरिट निर्धारण में कैसे समानता लाई जाएगी। मेरिट के निर्धारण का आधार क्या होगा और इसके लिए क्या व्यवस्था होगी, जिससे किसी भी अभ्यर्थी के साथ अन्याय न हो सके। विशेष सचिव बेसिक शिक्षा रामविशाल मिश्रा ने इस संबंध में एससीईआरटी के निदेशक महेंद्र सिंह को बुधवार को पत्र भेजकर शीघ्र प्रस्ताव देने को कहा है।
विशेष सचिव बेसिक शिक्षा ने एससीईआरटी निदेशक को भेजे पत्र में कहा है कि विशिष्ट बीटीसी के लिए अभ्यर्थियों का चयन मेरिट के आधार पर किया जाना है। यूपी बोर्डकी अपेक्षा केंद्रीय बोर्ड में छात्रों को अधिक अंक मिलते हैं। इसी तरह छात्र स्नातक और बीएड अलग-अलग विश्वविद्यालय से करते हैं। इनके नंबर में भी अंतर होता है। ऐसे में मेरिट निर्धारण में कैसे समानता लाई जाएगी, जिससे किसी छात्र के साथ अन्याय न हो। इसलिए निदेशालय शीघ्र ही इस संबंध में शासन को प्रस्ताव उपलब्ध कराए, ताकि आगे की कार्यवाही की जा सके।
गौरतलब है कि शिक्षकों की भर्ती के लिए संशोधित नियमावली में इस बार हाईस्कूल के कुल प्रतिशत का 10 अंक, इंटर के कुल प्रतिशत का 20 व स्नातक का 40 अंक और बीएड में प्रथम श्रेणी या उससे ऊपर पर थ्यौरी व प्रैक्टिकल का 12-12 अंक, द्वितीय श्रेणी या इससे ऊपर होने पर 6-6 और तृतीय श्रेणी या उससे ऊपर पर 3-3 अंक जोड़कर मेरिटनिर्धारित किए जाने की व्यवस्था दी गई है। राज्य सरकार ने हाईकोर्ट में भी इस आशय का शपथ पत्र दिया है।
Source - Amar Ujala
4-10-2012
UPTET - एससीईआरटी से विशिष्ट बीटीसी की मेरिट पर मांगा गया प्रस्ताव
• अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। राज्य सरकार ने टीईटी पास बीएड डिग्रीधारकों को छह माह की विशिष्ट बीटीसी ट्रेनिंग देने सेपहले राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवंप्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) से पूछा है कि यूपी बोर्ड और केंद्रीय बोर्ड के अभ्यर्थियों के बीच मेरिट निर्धारण में कैसे समानता लाई जाएगी। मेरिट के निर्धारण का आधार क्या होगा और इसके लिए क्या व्यवस्था होगी, जिससे किसी भी अभ्यर्थी के साथ अन्याय न हो सके। विशेष सचिव बेसिक शिक्षा रामविशाल मिश्रा ने इस संबंध में एससीईआरटी के निदेशक महेंद्र सिंह को बुधवार को पत्र भेजकर शीघ्र प्रस्ताव देने को कहा है।
विशेष सचिव बेसिक शिक्षा ने एससीईआरटी निदेशक को भेजे पत्र में कहा है कि विशिष्ट बीटीसी के लिए अभ्यर्थियों का चयन मेरिट के आधार पर किया जाना है। यूपी बोर्डकी अपेक्षा केंद्रीय बोर्ड में छात्रों को अधिक अंक मिलते हैं। इसी तरह छात्र स्नातक और बीएड अलग-अलग विश्वविद्यालय से करते हैं। इनके नंबर में भी अंतर होता है। ऐसे में मेरिट निर्धारण में कैसे समानता लाई जाएगी, जिससे किसी छात्र के साथ अन्याय न हो। इसलिए निदेशालय शीघ्र ही इस संबंध में शासन को प्रस्ताव उपलब्ध कराए, ताकि आगे की कार्यवाही की जा सके।
गौरतलब है कि शिक्षकों की भर्ती के लिए संशोधित नियमावली में इस बार हाईस्कूल के कुल प्रतिशत का 10 अंक, इंटर के कुल प्रतिशत का 20 व स्नातक का 40 अंक और बीएड में प्रथम श्रेणी या उससे ऊपर पर थ्यौरी व प्रैक्टिकल का 12-12 अंक, द्वितीय श्रेणी या इससे ऊपर होने पर 6-6 और तृतीय श्रेणी या उससे ऊपर पर 3-3 अंक जोड़कर मेरिटनिर्धारित किए जाने की व्यवस्था दी गई है। राज्य सरकार ने हाईकोर्ट में भी इस आशय का शपथ पत्र दिया है।
Source - Amar Ujala
4-10-2012
4 comments:
YE SARKAR BHARTI KI MARNE KI TAIYARI ME HAI. SCALING KE PRAKRIYA ME BAHUTO KO NUKSAN UTTAN PADEGA. JO KI NAZAYAJ HAI. YE MURKO KI SARKAR HAI KEWAL RAJNITI KARNA ISKA KAAM HAI. ....... LO YE RHI SCERT KI SCALING PADATI....
CBSE+ICSE=UPBOARD/100=%(10class)
CBSE-ICSE=UPBOARD+50/100(12class)
Alld UNIVERSITY+20%=Other university{gradu}
Jko/faiza/meerut/kanpur etc=jaunpur univ+10%(b.ed
YOUWAN SHAKTI BADAY . SEX ROGI MILE J.P NAGAR AMHOHA KEWAL SUKRAWAR
this is an educational blog.stop corruption yaar
kya gudank ki merit hogi science ki tell me anyone
Post a Comment