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सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर शिक्षक भर्ती की तैयारी शुरू ***चुनावी गणित में भावी शिक्षकों पर भी डोरे *** :----

Thursday, 31 May 2012

तीन की लीड----- लाठी चार्ज से क्षुब्ध टीईटी अभ्यर्थियों ने दिया धरना



आजमगढ़: लखनऊ में गत दिनों प्रदर्शन के दौरान टीईटी अभ्यर्थियों पर किए गए लाठी चार्ज से क्षुब्ध साथियों ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट स्थित रिक्शा स्टैंड पर धरना दिया। इस दौरान वक्ताओं ने लाठी चार्ज के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि यदि सरकार चाहती तो उनके साथ इस तरह का बर्ताव नहीं किया गया होता।
वक्ताओं ने कहा कि अब लड़ाई आरपार की होगी। वर्तमान समय को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि बेहतर शिक्षा प्राप्त करना और सम्मानजनक जीवन यापन के लिए नौकरी प्राप्त करना आम आदमी के लिए टेढ़ी खीर है। क्या हक के लिए संघर्ष करना गुनाह है। वक्ताओं ने यह भी कहा कि हक व अधिकार के लिए यदि उन्हें गोली भी खानी पड़ी तो वह पीछे नहीं हटेंगे। लखनऊ में जिस तरह से निहत्थे अभ्यर्थियों पर लाठियां बरसाई गई वह ब्रिटिश काल की यादें दिलाती हैं।
सरकार यह जान ले कि वह लाठियों से नहीं डरने वाले हैं। धरने के दौरान कई संगठनों ने अभ्यर्थियों को हर संभव सहयोग देने का आश्वासन भी दिया। अंत में मांगों से संबंधित एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा गया। इस दौरान रामाश्रय यादव, जनार्दन, दिनेश सिंह, रविंद्र नाथ राय, दानबहादुर मौर्य, अनिल कुमार, विरेंद्र कुमार, विजेंद्र कुमार, हरिकेश, सुनील, राजेश यादव आदि उपस्थित थे।

Source- Jagran
31-5-2012

टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज की निंदा



महमूदाबाद (सीतापुर), 31 मई (जाका): राजधानी लखनऊ में शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगों को लेकर धरना प्रर्दशन करना चाहा तो पुलिस ने बेरोजगारों पर निर्दयता से लाठीचार्ज किया। विधानसभा के सामने तथा चारबाग विधानसभा मार्ग पर लाठीचार्ज करना और प्रर्दशनकारियों को गिरफ्तार करना सरकार की नीयत को स्पष्ट करता है। सरकार वार्ता के दौरान पहले एक सप्ताह का और फिर दस दिन का समय फैसले के लिए निर्धारित कर चुकी है। 23 मई को निर्धारित समय सीमा समाप्त होने के बाद टीईटी अभ्यार्थियों के सब्र का बांध टूट गया। नौकरी की योग्यता रखने के बावजूद सरकार का उपेक्षित रवैया कायम है। इसे अभ्यर्भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह बात बाबा परमहंस मंदिर में टीईटी अभ्यार्थियों की बैठक में उमेश वर्मा ने कही।
सुरेश सोनी ने कहा कि अपने अधिकारों को पाने के लिए घर से निकलकर सड़कों पर आते हुए सरकार से दो दो हाथ करने को तैयार हैं। बैठक में पवन, वीरेन्द्र, अनूप, सुधाकर रामप्रकाश, योगेन्द्र, शशांक, मुकुल, नरेन्द्र, अनिल, रोशन, सचिन कश्यप सहित अनेक टीईटी अभ्यर्थी मौजूद थे।

Source- Jagran
31-5-2012

UPTET- टीईटी पास अभ्यर्थियों पर फिर लाठीचार्ज


पुलिस ने 150 को किया गिरफ्तार, देर रात किए गए रिहा
लखनऊ। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास अभ्यर्थियों पर विधानभवन के सामने दूसरे दिन भी लाठीचार्ज किया गया। हंगामे पर उतारू 150 युवक और युवतियों को गिरफ्तार करके पुलिस लाइन पर ले जाया गया, जहां देर रात उन्हें छोड़ दिया गया। यूपी टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के प्रत्यूष का कहना है कि वे शांतिपूर्वक शिक्षक बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन करने आए थे, लेकिन पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया।
टीईटी पास अभ्यर्थियों ने राज्य सरकार को अल्टीमेटम दिया था कि उन्हें शिक्षक बनाने का निर्णय शीघ्र न किया गया, तो 29 मई से विधानभवन के सामने धरना देंगे। अल्टीमेटम के आधार पर टीईटी पास अभ्यर्थी मंगलवार को राजधानी पहुंचे और विधानभवन के सामने प्रदर्शन किया। पुलिस ने इस दौरान उन पर लाठीचार्ज करके खदेड़ दिया। शेष बचने वालों को चारबाग स्थित रेलवे स्टेडियम ले जाकर छोड़ दिया गया। लेकिन प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए ये अभ्यर्थी देर रात धरना स्थल पर पहुंच कर बैठ गए। टीईटी पास अभ्यर्थी बुधवार की सुबह 9 बजे विधानभवन के सामने धरना देने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें रोक दिया गया।
इसके बाद टीईटी पास अभ्यर्थी दो गुटों में बंट गए। एक गुट प्रतिभा सिनेमा चौराहे से और दूसरा गुट राष्ट्रीय लोकदल कार्यालय से विधानभवन की ओर बढ़ने लगा। दोनों गुटों को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया, इसके बाद भी कुछ अभ्यर्थी विधानभवन के सामने पहुंचने में सफल रहे और मुख्यमंत्री का पुतला फूंक दिया। इसके बाद पुलिस ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया। इसमें रमा त्रिपाठी और प्रतिभा को पुलिस घसीटते लगी। इस पर कुछ अभ्यर्थी नाराज हो गए और पुलिस से भिड़ गए। इसके चलते एक युवक की कमीज फट गई और पुलिस उसे घसीटते हुए गाड़ी में डाला। पुलिस लाठी चार्ज में रमा त्रिपाठी, प्रतिभा, प्रत्यूष मिश्र, पवन त्रिपाठी, सुधाकर, राजेश व अवनीश घायल हो गए।
 
राजधानी में बुधवार को अपनी मांगों को लेकर आए टीईटी पास अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठियां भांजी।
‘अनुमति लेकर ही करें धरना’
 
लखनऊ। आदर्श आचार संहिता के तहत राजधानी में धारा 144 लागू है। बिना अनुमति धरना प्रदर्शन करना दंडनीय अपराध है। इसलिए जिला प्रशासन से अनुमति लेकर ही धरना प्रदर्शन करें। अगर, इसका कोई उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ये बात बुधवार को एडीएम पूर्वी आरपी सिंह ने प्रेसवार्ता में कही। वह हजरतगंज कोतवाली में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के धरना प्रदर्शन के संबंध में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की नतीजे के आधार पर काउंसलिंग कराने के संबंध में मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव व सचिव बेसिक शिक्षा से बात हो चुकी है। 
 
Source- Amar Ujala
31-5-2012

टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज की निंदा



(देवरिया): उपनगर के दुर्गा मंदिर परिसर में बुधवार को उत्तर प्रदेश टी.ई.टी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैठक में टीईटी अभ्यर्थियों पर लखनऊ में हुए लाठी चार्ज की निंदा करते हुए इसके दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग किया गया है।
अपने संबोधन में मोर्चा के प्रदेश के मुख्य संरक्षक गोरखनाथ सिंह ने कहा कि हमारी लड़ाई जारी रहेगी। लाठी व गोली से हम डरने वाले नही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री युवाओं के बल पर ही सत्ता पे काबिज हुए है। युवा शक्ति से टकराने वाले स्वयं समाप्त हो जाते है। मिडिया प्रभारी अमित दूबे ने लाठी चार्ज के निंदा करते हुए कहा कि सरकार के दमन कारी रवैये के आगे हम झुकने वाले नही है। लखनऊ में लाठी चार्ज के दौरान महिलाओं व युवतियों को भी नही बक्सा गया है। हक मांगना जुर्म है तो हम जेल जाने से भी नही डरेगे। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव समाजवाद के उपज है। उन्हे टीईटी अभ्यर्थियों का दर्द अवश्य समझकर इसका निदान कराने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने लाठी चार्ज के घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग कर दोषी पुलिस जनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग किया है।
बैठक में मुख्य रूप से अखिलेश यादव, ईश्वर प्रसाद, उमेश कुमार, संजय सिंह, मुन्ना यादव, पियूष गुप्ता, त्रिलोकी श्रीवास्तव, राजू कुमार, उमाशंकर प्रजापति, अवनीश सिंह, राजेश सिंह, सुनील सिंह,रीतेश, धीरज, राजेश यादव, सरोज गुप्ता, संतोष गुप्ता, सुमित यादव, कृष्ण मोहन, उमेश यादव, आनंद प्रकाश पांडेय, दुर्गेश पटेल, विनोद प्रसाद, चन्द्रप्रकाश कुशवाहा, शैलेश तिवारी, आकाश सिंह, सूरज, योगेश प्रसाद, संजय सिंह, जितेन्द्र सिंह, सोना भूषण यादव, नंदकिशोर चौहान, अमितेश बरनवाल, दिलीप गुप्ता, उपेन्द्र मिश्रा, मनोज कुमार, विशाल शाही, प्रकाश, प्रदीप चौरसिया, माधव शुक्ला, विकास पांडेय, युगुल किशोर पांडेय, राजेश राय, भारत कुमार, चन्द्रशेखर कुमार, अजय गुप्ता, कृष्ण मोहन आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता संदीप कुशवाहा व संचालन अनुपम मद्घेशिया ने किया।

Source- Jagran
30-5-2012

टीईटी बेरोजगारों पर लाठीचार्ज सरकार का बहशीपन



कासगंज, निज प्रतिनिधि: लखनऊ विधानसभा पर धरना दे रहे टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज की टीईटी बेरोजगार संघ ने निंदा करते हुए सरकार की नीतियों को कोसा है। जिला उपाध्यक्ष चंदन भारद्वाज के आवास पर आयोजित हुई बैठक में अभ्यर्थियों ने आक्रोश व्यक्त किया है।
बैठक में टीईटी बेरोजगार संघ के जिलाध्यक्ष बृजेश कुमार सगर ने कहा, टीईटी बेरोजगार अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। बेरोजगारों पर लाठीचार्ज कर सरकार का बहशीपन उजागर हुआ है। उन्होंने मांग की है कि लाठीचार्ज करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए। जिला उपाध्यक्ष चंदन भारद्वाज ने कहा कि सरकार टीईटी अभ्यर्थियों की मांग पूरी रहे जिससे उन्हें उनका हक मिल सके।
आक्रोश व्यक्त करने वालों में मनोज कुमार, विजय कुमार, मनोज श्रीवास्तव, संजय यादव, मो. कमर, सुनील यादव, अनिल कुमार, तालेवर सिंह, योगेन्द्र सिंह, शिवकुमार पाठक, मो. सलीम, शिशिर माहेश्वरी, विवेक यादव, इरफान, शेर सिंह, शशि परिहार, लक्ष्मी वाष्र्णेय, कविता यादव आदि उपस्थित थे।

Source- Jagran
30-5-2012

Wednesday, 30 May 2012

नौकरी मांग रहे टीईटी युवाओं पर चली लाठियां

नौकरी मांग रहे टीईटी युवाओं पर चली लाठियां

बुधवार, मई 30, 2012

Uttar Pradesh Lathicharge On Youth Lucknow


लखनऊ। विधान भवन जाकर प्रदर्शन करने की योजना बना रहे टीईटी (अध्यापक पात्रता परीक्षा) पास कर चुके युवाओं को पुलिस की लाठियां खानी पड़ीं। युवक पर पुलिस ने उस वक्त लाठियां भांजी जब रोके जाने के बाद भी वह लोग विधान भवन जाने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें आगे बढऩे से रोका लेकिन वह जबरन आगे बढऩाचाहते थे परिणामस्वरूप पुलिस ने बल प्रयोग किया और युवाओं पर लाठियां चला दीं।

शाम होते-होते सरकार ने यह आदेश जारी कर दिया कि प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के रिक्त पदों पर टीईटी की बहाली की जाएगी। यह खबर आते ही युवाओं के चेहरे खिल उठे।

उत्तर प्रदेश में सहायक अध्यापकों के पदों पर बहाली की मांग कर रहे टीईटी परीक्षार्थियों को मंगलवार को खुशी व गम एक साथ मिले। मंगलवार की सुबह करीब ग्यारह बजे टीईटी उत्तीर्ण कर चुके युवा सामूहिक रूप से विधान भवन की ओर बढ़ चले। विधान भवन के सामने पहुंचने पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। पुलिस के रोके जाने के बाद भी युवा आगे जाने पर अड़े थे। उनकी मांग थी कि उन्हें आगे जाने दिया जाए वह विधान भवन जाकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपेंगे लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे जाने की इजाजत नहीं दी।

पुलिस के रोके जाने के बावजूद युवाओं ने आगे बढऩे का प्रयास किया जिस पर पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया। दोनों ओर से काफी देर तक संघर्ष किया लेकिन भारी पुलिस ने बल ने लाठियां चलाते हुए उन्हें वहां से खदेड़ दिया। इस बात को अभी कुछ ही देर हुई था कि राज्य के बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी ने कहा कि सहायक अध्यापकों के रिक्त पदों को टीईटी परीक्षा पास अभ्‍यर्थियों से भरे जाने की कार्यवाही की जा रही है।

प्राथमिक स्कूल के प्राचार्य और उच्च प्राथमिक स्कूल के सहायक अध्यापक के पद पदोन्नित के हैं। इन पदों पर पदोन्नित की कार्यवाही भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के सहायक अध्यापक के एक लाख 77 हजार 819 पद रिक्त हैं। इन रिक्त पदों को टीईटी परीक्षा पास अभ्‍यर्थियों से भरा जायेगा। नौकरी की मांग कर रहे टीईटी परीक्षा पास अभ्‍यर्थियों के प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज से कुछ को चोटें भी आयीं।

प्रदर्शनकारियों में लडकियां भी शामिल थीं। टीईटी पास संघर्ष मोर्चा के बैनरतले प्रदर्शन कर रहे युवाओं का कहना था कि उन्होंने टीईटी में सफलता पायी है इसलिए उन्हें तत्काल प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक की नौकरी दी जानी चाहिए। टीईटी परीक्षा पिछले वर्ष हुई थी। अनियमितताओं के कारण इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने परीक्षा परिणाम पर रोक लगा दी थी। इसी मामले में माध्यमिक शिक्षा के निदेशक संजय मोहन को गिरफ्तार भी किया गया था।
Source- Oneindia
30-5-2012
Time- 3:50 PM

लखनऊ में टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज, कई जख्मी


lathicharge on TET candidtaes in Lucknow on many injuredउत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को विधानसभा के सामने प्रदर्शन करने जा रहे शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के सैकड़ों उत्तीर्ण अभ्यर्थियों पर पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज में कई प्रदर्शनकारियों को चोटें आई हैं।

टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने नई मेरिट सूची जारी कर प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की मांग करते हुए पहले विधानसभा के सामने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया और बाद में बैरिकेटिंग तोड़कर विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस एवं प्रदर्शनकारियों के मध्य हिंसक झड़प हुई।

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। टीईटी अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि पुलिस के बर्बर लाठीचार्ज में 10 से ज्यादा लोग गम्भीर रूप से घायल हुए हैं, जबकि लखनऊ के पुलिस उपमहानिरीक्षक आशुतोष पांडेय ने किसी के गम्भीर रूप से घायल होने से साफ इंकार किया है।

पांडेय ने कहा कि फिलहाल स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। विधानसभा और इसके आस-पास के इलाकों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं। इस समय विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है।

उल्लेखनीय है कि 72,000 पदों के लिए बीते साल हुई टीईटी भर्ती परीक्षा में भारी गड़बड़ियां सामने आने और इससे जुड़े कुछ अधिकारियों के करोड़ों रुपये के साथ गिरफ्तार होने के बाद अखिलेश यादव सरकार ने भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी।

Source- Amar Ujala
30-5-2012
Time- 5:30 PM

UPTET- GOOD NEWS FOR UPTET HOLDERS

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Source- Hindustan
30-5-2012
 

फिर फूटा टीईटी अभ्यर्थियों का गुस्सा, सैकड़ों गिरफ्तार

फिर फूटा टीईटी अभ्यर्थियों का गुस्सा, सैकड़ों गिरफ्तार

लखनऊ : बार-बार बस कोरा आश्वासन..। आखिरकार फिर टीईटी अभ्यर्थियों का गुस्सा फूट पड़ा। नियुक्ति की मांग को लेकर राजधानी में मंगलवार को हजारों टीईटी अभ्यर्थी फिर सड़क पर उतर आए। विधानसभा भवन के सामने उन्होंने प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस बल प्रयोग से कई बार भगदड़ मची, जिसमें दर्जनों युवाओं को चोटें आईं। सायं सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया।
घोषित कार्यक्रम के अनुसार सुबह ही चारबाग पर टीईटी अभ्यर्थियों का जुटना शुरू हो गया था। आगे बढ़ने से रोककर उन्हें उत्तर रेलवे के स्टेडियम ले जाया गया। इस दौरान पुलिस से झड़प भी हुई। तब तक हजारों अभ्यर्थी विधानसभा के सामने धरना स्थल पर पहुंच गए और जाम लगाने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें सड़क से उठाना शुरू कर दिया। इससे मची भगदड़ में कई लोग चोट खा गए। सीतापुर से शिवपाल सिंह, हरदोई से ट्विंकल यादव, आजमगढ़ से आजाद यादव, मधुकर वर्मा, हरदोई से पंकज यादव, कानपुर से प्रवीन सचान, रमा त्रिपाठी और उन्नाव से आए अतुल तिवारी समेत कई लोग घायल हो गए। गरमी और भगदड़ से दो-तीन युवक अचेत हो गए।
भगदड़ मचने पर अभ्यर्थी दारुलशफा में घुस गए और धरने पर बैठ गए। पांच बजे पुलिस ने उन्हें वहां से जबरन उठाने की कोशिश की, लेकिन वे तैयार नहीं हुए। इस पर पांच सौ अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर लिया गया। इनकी अगुआई कर रहे राजेश प्रताप सिंह का कहना था कि सरकार उन्हें बार-बार आश्वासन दे रही है। टीईटी में धांधली की बात कही जाती है।

Source- Jagran
29-5-2012

UPTET (टीईटी)- Desh ke nirmata ke saath police ki manviyata ?

Source- Amar Ujala & Jagran
30-5-2012

Desh ke nirmata ke saath police ki manviyata ?
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhmyCElnmmdl1P_hmN0XDksyCThFM1eRnRHh1kE17MWwS9xua7d-4rnAfU8hZjvZYLrjPt8C0zGeVRkDLe0QO9RBy_jwRGvbYb_NYKBzMkmuipSgub8bIutQrmSzd-GFZ4E6mbAMGzoXMk/s1600/TET-Pradarshan-AmarUjala-5.jpg

लखनऊः टीईटी छात्रों का विधानसभा के बाहर प्रदर्शन

लखनऊः टीईटी छात्रों का विधानसभा के बाहर प्रदर्शन


लखनऊ। यूपी में आज टीईटी में पास हुए छात्रों ने विधानसभा के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। जबदस्त धक्कामुक्की के बाद दर्जनों प्रदर्शनकारी गिरफ्तार किए गए। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि परीक्षा की प्रक्रिया को निरस्त नहीं किया जाए। अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री बनने के बाद इस पर रोक लगाकर जांच के आदेश दिए थे।
गौरतलब है कि टीईटी के रिजल्ट में घोटाले के जबरदस्त आरोप लगे थे जिसके बाद पुलिस ने सूबे के शिक्षा निदेशक संयज मोहन को गिरफ्तार किया था और कई जगह छापेमारी कर लाखों रुपए बरामद किए थे।

Source- IBN7
29-5-2012

टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से भरे जाएंगे रिक्त पद

टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से भरे जाएंगे रिक्त पद


लखनऊ, जाब्यू : प्रदेश में प्राथमिक विद्यालयों के रिक्त पदों को टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से ही भरा जाएगा। इसके लिए कार्यवाही की जा रही है।
यह जानकारी बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी ने मंगलवार को कांग्रेस के अखिलेश प्रताप सिंह द्वारा किए गए प्रश्न के लिखित उत्तर में दी। उन्होंने बताया कि प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापक एवं प्रधानाध्यापक के पदों पर पदोन्नति की कार्यवाही की जा रही है। सहायक अध्यापक के एक लाख 77 हजार 819 पद रिक्त हैं जबकि प्रधानाध्यापकों के 25 हजार 58 पद रिक्त हैं।

Source- Jagran
29-5-2012

Tuesday, 29 May 2012

UPTET STAY CAUSE LIST ON 31-5-2012

HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD

CAUSE LIST ALLAHABAD

Cause List
31/05/2012


                                                       AT 10.00 A.M. AND AFTER COURT NO. 32
                    COURT NO. 7
                    HON'BLE MR. JUSTICE ARUN TANDON
 Fresh, order, admission, hearing Educational Matters including Society Matters w
 -ith regard to Educational Institutions andService Writs relating to Educational
- Institutions and Service Writs relating to Local Bodies including Corporations
  and Co-operative Society;AND Listed Educational Matters including Society Matte
 -rs with regard to Educational Institutions andService Writs relating to Educati
-onal Institutions and Service Writs relating to Local Bodies including Corporat
-ion & Cooperative Society from January 1st, 2009 onwards including Bunch Cases.
                                   For Further Hearing
 WRIT - A                                
   1. DF-PH 76039/2011 YADAV KAPILDEV LAL BAHADUR      ALOK KUMAR YADAV         
                                                       RAJESH YADAV
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       K.S. KUSHWAHA
 WITH WRIA- 76355/2011 SARASWATI SRIVASTAVA            SAROJ YADAV              
                       Vs. THE STATE OF U.P. AND OTHE  C.S.C.                   
                       -RS                             C.N.TRIPATHI
                                                       R.A.AKHTAR
 WITH WRIA- 76392/2011 SHIVANI                         ABHISHEK SRIVASTAVA      
                       Vs. THE STATE OF U.P. AND OTHE  C.S.C.                   
                       -RS                             RAJEEV JOSHI
                                                       C.N.TRIPATHI
 WITH WRIA- 76595/2011 SABA ANJUM & OTHERS             INDRASEN SINGH TOMAR     
                                                       AMIT KUMAR SRIVASTAVA
                       Vs. STATE OF U.P. & ANOTHER     C.S.C.                   
                                                       K.S. KUSHWAHA
 WITH WRIA- 1442/2012  VASUDEV CHAURASIA & OTHERS      RAVINDRA PRAKASH SRIV.   
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       AKHILESH KUMAR
                                                       R.A. AKHTAR
 WITH WRIA- 75392/2011 VIJAY KUMAR TRIPATHI & ANOTHER  AJOY KUMAR BANERJEE      
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       K.A. USMANI
 WITH WRIA- 2614/2012  MAHESH CHANDRA                  BHUPENDRA PAL SINGH      
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       S.S. BHADAURIYA
 WITH WRIA- 2608/2012  MOHD. SADAB                     SYED IRFAN ALI           
                                                       MOHD. NAUSHAD
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       ILLEGIBLE
 WITH WRIA- 6826/2012  VIMLESH KUMAR                   ALOK KUMAR YADAV         
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       R.S. PRASAD
                                                       R.A. AKTAR
 WITH WRIA- 17607/2012 PAWAN KUMAR                     BHAWESH PRATAP SINGH     
                       Vs. STATE OF U.P. & ANOTHER     C.S.C.                   
 WITH WRIA- 29/2012    SHIV PRAKASH KUSHWAHA           S.K. MISHRA              
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       RAJESHWAR SINGH
                                                       R.A. AKTAR
                                                       K.S.KUSHWAHA
 WITH WRIA- 24062/2012 KAUSHAL KUMAR SHUKLA AND OTHER  SUDEEP DWIVEDI           
                       -S
                       Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS    C.S.C. 
 
NOTE- SAYAD 31 MAY KO DECISION AA JAYE KYO KI JUDGE 
MAHODAY NE CASE 1ST (FIRST) NUMBER PAR LAGAYA HAI  

Monday, 28 May 2012

टीईटी बेरोजगारों ने दिया धरना

टीईटी बेरोजगारों ने दिया धरना

 
गोंडा, 28 मई : सोमवार को बीएड व टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने प्राथमिक शिक्षक पद पर अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट में धरना दिया।
धरने को संबोधित करते हुए बीएड-टीईटी बेरोजगार संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष अनिल पांडेय ने कहा कि यदि सपा सरकार दस जून तक प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया नहीं शुरू करती है तो 11 जून से संघर्ष की शुरूआत कर दी जाएगी। युवा बेरोजगारों की अनदेखी का परिणाम सरकार को भुगतना पड़ेगा। महासचिव सुरेश चौधरी ने कहा कि जिस सपा को को सत्ता में लाने के लिए युवा बेरोजगारों ने पूरी ताकत लगा दी आज वही सपा सरकार सत्ता में आने के बाद टीईटी बेरोजगारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। राजीवकुमार दूबे ने चेतावनी दी कि अभी कुछ नहीं बिगड़ा है। यदि तैनाती नहीं की गई तो क्रांतिकारी संघर्ष होगा। धरने में जिला मंत्री संजय कुमार बरवार, सचिव जगन्नाथ पासवान,दिलीप शर्मा, संतोष वर्मा, मुजफ्फर अली, राजेश भास्कर, अनुपम तिवारी, राहुल श्रीवास्तव, रतनवीर, बृजलाल तिवारी, अमित पांडेय समेत सैकड़ों बेरोजगार शामिल रहे।

टीईटी मेरिट के फार्मूले पर लगी मोहर?

टीईटी मेरिट के फार्मूले पर लगी मोहर?

सहारनपुर : कई विकल्पों पर मंथन और माथापच्ची के बाद आखिरकार टीईटी की मेरिट के फार्मूले पर मोहर लग गई है। मामले में सरकार द्वारा न्याय विभाग से मांगी गई 'राय' से यह संकेत मिले है। माना जा रहा है कि यदि सब कुछ अनुकूल रहा तो अगले सप्ताह प्रदेश सरकार फैसले का ऐलान कर सकती है।
प्रदेश सरकार के गले की फास बनी टीईटी प्रक्रिया के दिन फिरने के आसार नजर आने लगे है। मामले में शासन द्वारा गठित की गई दो समितियों में एक सचिव बेसिक शिक्षा व दूसरी मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित की गई थी। सूत्रों का कहना है कि इनमें पहले कमेटी की राय टीईटी की मेरिट के अनुकूल नही थी जबकि दूसरी कमेटी की राय मेरिट प्रक्रिया के हक में रही। इसके बाद प्रदेश सरकार की ओर से टीईटी प्रक्रिया को रद्द न करने की बात सामने आई थी। अंतत: सरकार ने कानूनी उलझनों से बचने व अंतिम निर्णय के लिए करीब 14 दिन पहले मामला न्याय विभाग को 'राय' के लिए भेजा था।
तीन फार्मूलों पर मंथन
टीईटी पर निर्णय संबंधी मामला तीन फार्मूलों से होकर गुजरा। दो कमेटियों ने इन्हीं फार्मूलों पर विचार किया था। बताते है कि फार्मूला नं-3 को ही प्रक्रिया का आधार बनाने की सहमति दी गई। न्याय विभाग के पास राय के लिए मामला रेफर करने के पीछे भी यही प्रमुख कारण था।
आधार ने दी मजबूती
जानकार सूत्रों का कहना है कि तत्कालीन प्रदेश सरकार ने मंत्रिमंडल के सामूहिक निर्णय के बाद ही टीईटी के पात्रता के आधार को बदलकर उसकी मेरिट में बदलने का निर्णय लिया था। और यह निर्णय अकाट्य है।
फार्मूला-1
इसमें विशिष्ट बीटीसी की तर्ज पर हाईस्कूल, इंटर, स्नातक व बीएड के प्राप्तांकों को जोड़कर मेरिट बनाई जानी थी।
फार्मूला-2
इसमें स्नातक व बीएड के प्राप्तांकों का 25-25 प्रतिशत तथा टीईटी के प्राप्तांकों का 50 प्रतिशत जोड़ा जाना था।
फार्मूला-3
इसमें टीईटी की मेरिट के आधार पर सीधे नियुक्ति दिए जाने का प्रावधान है। बता दें कि यह प्रक्रिया तत्कालीन सरकार द्वारा पहले ही घोषित की गई थी।
और फार्मूले पर लगी मोहर?
विभागीय सूत्रों के मुताबिक न्याय विभाग से मांगी गई राय की रिपोर्ट सरकार को मिल चुकी है। इसमे फार्मूला नं-3 पर मोहर लगने के संकेत है। यदि सब कुछ अनुकूल रहा तो सरकार मामले पर अगले सप्ताह अपने फैसले का ऐलान कर सकती है। बताते है कि निकाय निर्वाचन की अधिसूचना घोषणा में आड़े नही आएगी। प्रक्रियानुसार नियुक्ति में डेढ़ से दो माह का समय लग सकता है।
आवेदक के पास उपलब्ध प्रमाण
1-ओएमआर शीट की कार्बन प्रति
2-टीईटी का अंक प्रमाणपत्र
3-इंटरनेट की आंसरशीट
4-परीक्षा की प्रश्न पुस्तिका
मूल ओएमआर से मिलान
यदि प्रदेश सरकार टीईटी की मेरिट के आधार पर नियुक्ति प्रक्रिया करती है तो आवेदक के पास मौजूद ओएमआर शीट की कार्बन प्रति का एजेंसी के पास मौजूद मूल ओएमआर शीट से मिलान किया जायेगा। मिलान में इंटरनेट की आंसरशीट भी आधार बनेगी। यदि आवेदक की ओएमआर शीट के मिलान में गड़बड़ी मिलती है तो उसे प्रक्रिया से बाहर कर दिया जायेगा।

टीईटी अभ्यर्थियों ने तय की विधानसभा घेरने की रणनीति

टीईटी अभ्यर्थियों ने तय की विधानसभा घेरने की रणनीति


देवरिया:
टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक रविवार को टाउनहाल परिसर में आयोजित की गई। बैठक में अभ्यर्थियों ने जहां 29 को विधानसभा घेरने की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की वहीं मांगों को लेकर अंतिम दम तक लड़ाई लड़ने का संकल्प दोहराया।
बैठक को संबोधित करते हुए मोर्चा के मुख्य संरक्षक गोरखनाथ सिंह ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बार-बार आश्वासन देने के बावजूद अब तक नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं की गई। इसको लेकर जहां टीईटी अभ्यर्थियों में आक्रोश व्याप्त है वहीं अभ्यर्थी अपने भविष्य को लेकर भी चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि इसी के मद्देनजर टीईटी अभ्यर्थियों ने 29 मई को लखनऊ पहुंचकर विधानसभा घेरने का निर्णय लिया है।
मोर्चा सदस्य गौरीशंकर पाठक ने कहा कि सरकार के निर्णय न लेने से अभ्यर्थियों के समक्ष करो या मरो की स्थिति पैदा हो गई है। ऐसे में हमे अपने हक के लिए आगे आना ही होगा। अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष चंद्र प्रकाश कुशवाहा ने कि 29 मई को टीईटी अभ्यर्थी अपने हक व अधिकार के लिए लखनऊ में सरकार की ईट से ईट बजा देंगे।
बैठक का संचालन अनुराग मल्ल ने किया। इस अवसर पर दीपक सिंह, सच्चिदानंद मिश्रा, हरेंद्र पुरी, संदीप कुशवाहा, आत्म प्रकाश मिश्रा, रत्नेश त्रिपाठी, विनीता वर्मा, रामाश्रय यादव, अमरदेव सिंह, मनोज मिश्र, श्री प्रकाश तिवारी, यशवंत कुमार, राजीव गुप्ता, रामभगत गुप्ता, राजेश त्रिपाठी, प्रकाश नाथ त्रिपाठी, मानवेन्द्र मिश्रा, नित्यानंद सिंह, बृजेश दूबे, सचिंद्र कुमार दूबे, शालिनी चौधरी, रति शर्मा, रत्नेश कुमार आदि मौजूद थे।

Friday, 25 May 2012

UPTET STAY TILL 31-5-2012

आज सरकार द्वारा शपथपत्र दाखिल कर दिया गया अब निर्णय  31-5-2012 को ।

बनारस से दिल्ली तक पदयात्रा करेंगे टीईटी छात्र

बनारस से दिल्ली तक पदयात्रा करेंगे टीईटी छात्र


फोटो : 24 पीआरवाई 117
इलाहाबाद : मेरिट के आधार पर टीईटी में भर्ती और 72 हजार शिक्षकों की भर्ती जल्द करने की मांग को लेकर यूपीटीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के तहत छात्रों ने बनारस से दिल्ली तक की पैदल यात्रा शुरू की है।
गुरुवार को पदयात्रा कर रहे मनोज सिंह, मनोज अग्रहरि, लाल बिंद और रमेश कुशवाहा को इलाहाबाद पहुंचने पर स्वागत किया गया। मांगों के संबंध में गुरुवार को सुरेश मणि त्रिपाठी, अभिषेक सिंह, सुल्तान अहमद, संजय यादव, सुजीत सिंह, संजीव मिश्रा, प्रियंका साहू, रूबी पाल, रेखा, रामपूजन ने चंद्रशेखर आजाद पार्क में बैठक कर चर्चा की। इस दौरान कहा गया कि जब तक मांगें पूरी नहीं होती संघर्ष जारी रहेगा।

Source-  Jagran
25-5-2012

Thursday, 24 May 2012

माननीय जज महोदय द्वारा 25-5-2012 का भावी निर्णय (यह निर्णय आ सकता है ) -




टेट मेरिट होल्डर्स बिल्कुल न घवराये 99% कल का निर्णय नीचे दिए गए बिन्दुओ में से एक होगा
 
1& tt egksn; }kjk vkns”k fn;k tk ldrk gS fd LVs gVk dj HkrhZ izfØ;k dks “kq: fd;k tk;sA
या  
2& tt egksn; }kjk foKkiu dks fujLr djds csfld f”k{kk foHkkx dks ;g vkns”k fn;k tk ldrk gS fd नए foKkiu dks ch0,l0,0 }kjk fudkyk tk;s vkSj foKkiu esa dskbZ cnykc u djds HkrhZ izfØ;k dsk tYn ls iw.kZ fd;k tk;sA


NOTE- यदि विज्ञापन दूसरा निकाला जाता है तो भी
 विज्ञापन की तिथि 30-11-2011 ही मानी जाएगी  


अमर उजाला द्वारा विज्ञापन निरस्त करने की बात कही गयी है जब की सच्चाई यह है की 30-11-2011 को निकाले गए विज्ञापन में 2-12-2011 को बी0टी0सी0 तथा वि0 बी0टी0सी0 के लिए विज्ञापन में एक एक पेज जोड़ा गया था कोर्ट द्वारा केवल उस पेज को निरस्त करने की बात कही गयी है 

टीईटी डिग्रीधारकों ने बांधी काली पंट्टी

टीईटी डिग्रीधारकों ने बांधी काली पंट्टी


ज्ञानपुर (भदोही): बरेली में टीईटी डिग्रीधारकों पर किए गए लाठीचार्ज से नाराज जिले के टीईटी डिग्रीधारकों ने बुधवार को बाह पर काली पंट्टी बांधकर विरोध जताया। हरिहरनाथ मंदिर ज्ञानपुर में जुटे लोगों ने बैठक कर टीईटी की मेरिट के आधार पर ही शिक्षकों के चयन की मांग की।
वक्ताओं ने कहा कि टीईटी उत्तीर्ण कर शिक्षक बनने का सपना संजोए हम सभी के साथ शासन-प्रशासन द्वारा अन्याय किया जा रहा है। कहा कि सरकार की गलत नीतियों के चलते इनकी नियुक्ति अधर में लटकी हुई है। कहा कि इससे भी कष्टकर यह है कि अपनी आवाज उठाने पर मांगों पर ध्यान दिए जाने की बजाय लाठियां बरसाई जा रही हैं। कहा कि बरेली की घटना इसी का उदाहरण है। वक्ताओं ने अन्य राज्यों की तरह ही यहां भी मेरिट के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति किए जाने की मांग उठाई। काली पंट्टी बांधकर विरोध जताने वालों में अवधेश मालवीय,अरुण चतुर्वेदी, रमेश यादव, अनूप शुक्ला, शिवम श्रीवास्तव,राजन शुक्ला, प्रदीप तिवारी, मनीष त्रिपाठी सहित कई रहे।

Source- Jagran
23-5-2012

Sunday, 20 May 2012

UPTET- ALLAHBAD HIGH COURT DECISION DATED-15-5-2012

Court No. - 7
Case :- WRIT - A No. - 76039 of 2011
Petitioner :- Yadav Kapildev Lal Bahadur
Respondent :- State Of U.P. & Others
Petitioner Counsel :- Alok Kumar Yadav,Rajesh Yadav
Respondent Counsel :- C.S.C.,K.S. Kushwaha
Hon'ble Arun Tandon,J.
The affidavit filed by Shri Suneet Kumar, Secretary, Basic
Education, today only reflects half facts. It has been stated
that a decision has been taken that Advertisement published
on 02.12.2011, which is the Corrigendum inviting applications
from BTC trained candidates may be quashed, after obtaining
liberty from the High Court and that a fresh process may be
initiated for appointment of the candidates who have already
passed BTC, Special BTC Urdu etc. conducted by various
DIETs in accordance with the U.P. Basic Education
(Teachers Service) Rules, 1981. For the purpose
Advertisement may be directed to be published by the
competent authority in various districts from where the
candidates have passed their essential training.
The time during which such advertisement shall be published
has not been disclosed.
Let the Secretary disclose the date by which the
Advertisement shall be published and the process for
recruitment for qualified BTC candidates shall be completed.
Put up on 25.05.2012.
Interim order to continue till then.
Dated :15.05.2012
VR/76039/11

 

Saturday, 19 May 2012

टीईटी को लेकर न हो राजनीति


 
घोसी (मऊ) : प्रदेश सरकार टीईटी को लेकर राजनीति कर रही है। परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ प्रदेश सरकार का यह खिलवाड़ महंगा साबित होगा। मुरादाबाद में टीईटी उत्तीर्ण युवकों के शांति जुलूस पर लाठी चार्ज सरकार की दमन नीति का प्रमाण है। सरकार टीईटी परीक्षा के बाबत अपना वायदा निभाए। यह बातें नरोखर पोखरा पर गुरुवार को आयोजित बैठक में सुनील गावस्कर ने कही।
शिक्षा पात्रता परीक्षा एवं शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को लेकर उन्होंने राजनीति न किये जाने को कहा। अरुण कुमार गौतम ने जायज मांगों को दबाने की बजाय विचार करने को कहा।
टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने जनपद मुख्यालय पर 21 मई को धरना दिये जाने का निर्णय लिया। बैठक का संचालन राजीव यादव ने किया। बैठक में दीन दयाल, तबरेज, संतोष यादव, संजय भारती, राजकुमार राजभर, सुबाष मौर्य, मुनीर अहमद, बृजेश चौहान, अच्छेलाल चौहान उपस्थित रहे।

Source- Jagran
18-5-2012

टीईटी से मुक्त हों मृतक आश्रित



टीईटी से मुक्त हों मृतक आश्रित
बिसौली : उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले क्षेत्र से जुड़े तीन विधायकों को सम्मानित किया गया। संघ के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश चंद्र पाण्डेय ने मृतक आश्रितों को टीईटी परीक्षा से मुक्त करने की सरकार से मांग की।
जूनियर हाईस्कूल प्रांगण में आयोजित सम्मान समारोह में सहसवान विधायक ओमकार सिंह यादव ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा यदि सही मिल जाए तो छात्र किसी भी कंपटीशन की बाधा को पार कर सकते हैं। बिसौली के विधायक आशुतोष मौर्य ने कहा कि पूर्व सरकार ने पांच सालों में प्रदेश में शिक्षा की स्थिति बदतर कर दी है। चंदौसी की विधायक लक्ष्मी गौतम ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के दुख दर्द वही जान सकता है जो उस परिवेश में रहा हो। उन्होंने एक कम्प्यूटर देने की घोषणा की। प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश चंद्र पाण्डेय ने कहा कि प्रदेश के शिक्षकों का वेतन वित्त नियंत्रक कार्यालय से आन लाइन हो जाएगा।
बीएसए कृपाशंकर वर्मा ने कहा कि शिक्षक अपने दायित्व का भली भांति निर्वहन करें। संघ के जिलाध्यक्ष सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि सेवानिवृत्त शिक्षकों को जुलाई माह से ही पेंशन का भुगतान किया जाए। शिक्षकों का अप्रैल मई का वेतन 10 जून तक दिलाया जाए। समारोह में तीनों विधायकों व अतिथियों को प्रतीक चिह्न भेंट किए गए। इस अवसर पर दिनेश चंद्र शर्मा, नरेश चंद्र शर्मा, अनिल गुप्ता, महेंद्र प्रताप सिंह यादव, मधु सक्सेना, धनश्याम माहेश्वरी, सौरभ शर्मा, हरीश शर्मा, कुंवरसेन, हरपाल सिंह, सिरजुल हसन, कैलाश यादव, कौशल जौहरी, सुबोध मिश्रा, वीरेंद्र सिंह, प्रभाकर सक्सेना आदि मौजूद रहे। अनुज शर्मा ने आभार व्यक्त किया।
इंसेट-
विधायकों को दिया ज्ञापन
बिसौली : उत्तर प्रदेश विशेष शिक्षक एसोसिएशन ने नियमतीकरण की मांग लेकर तीनों विधायकों को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि प्रदेश में 2931 विशेष शिक्षक हैं। जिनको नियमित नहीं किया गया है। ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह, संतोष राम, रजनेश कुमार सिंह, राजवीर सिंह, असलम, सुनीता यादव, प्रतिभा अग्रवाल, तरुण आदि शामिल थे। विधायक ओमकार सिंह ने दो माह में समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया।

Source- Jagran
18-5-2012

टीईटी अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन


 
टीईटी अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन
महराजगंज:
पांच सूत्रीय मांगों के समर्थन में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने सड़क पर उतर कर शुक्रवार को प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों ने सरकार विरोधी नारे बुलंद किए। प्रदर्शन के उपरांत अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत अभ्यर्थी पीजी कालेज में एकत्र हुए। यहां संगठन के जिलाध्यक्ष महेंद्र वर्मा ने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों की चयन प्रक्रिया पर हमारी पांच मांगे हैं। टीईटी मेरिट के आधार पर ही हमारी नियुक्ति प्रक्रिया अतिशीघ्र शुरू की जाय, अध्यापक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षकों को अविलंब समायोजन करते हुए तब तक नई पात्रता परीक्षा आयोजित न की जाय जब तक समस्त टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की नियुक्ति नहीं की जाती, हम लोगों को सरकार मानसिक, आर्थिक व सामाजिक रूप से परेशान कर रही है। चयनित अभयर्थियों को नियुक्ति मानते हुए उन्हे प्रशिक्षण के समय से पूरा वेतन दिया जाय और अभ्यर्थियों द्वारा शिक्षक चयन के लिए किये गए अनावश्यक खर्च को व्याज सहित वापस लौटाया जाय। शासन के द्वारा नियुक्ति प्रक्रिया में जिन अभ्यर्थियों का देहांत हो गया है उनके आश्रितों को आर्थिक सहायता प्रदान किया जाय ताकि उनका जीवन निर्वाह हो सके।
इस मौके पर रामकुमार पटेल, राजेश कुमार, उमेश मिश्रा, मदन यादव, राजेश यादव, प्रवीण पाण्डेय, सुनील वर्मा, रामबेलास सिंह, सीता राम पटेल, निरंजन चौरसिया, अवधेश जायसवाल, अनिल कन्नौजिया, रामा प्रताप, जयंत्री प्रसाद, त्रिभुवन नाथ गुप्ता आदि लोग मौजूद रहे।

Source-Jagran
18-5-2012

Thursday, 17 May 2012

उर्दू डिग्रीधारकों के लिए टीईटी से छूट?



सहारनपुर : उर्दू डिग्रीधारकों को सीधे बेसिक स्कूलों में शिक्षक पद पर नियुक्ति के लिए एक बार फिर कसरत शुरू हो गई है। खास बात यह है कि एनसीटीई का पेच इन सब पर भारी नजर आ रहा है। बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत आने वाले प्राइमरी स्कूलों में बीटीसी प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को शिक्षक नियुक्त किया जाता रहा है, लेकिन टीईटी लागू होने से मामले में नया पेंच फंस गया है। नवंबर में माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा कराई गई टीईटी परीक्षा में उर्दू डिग्रीधारक(मोअल्लिम डिग्री जो कि बीएड के समकक्ष) शामिल हुए थे। नियमानुसार परीक्षा में केवल वर्ष 1997 से पूर्व के डिग्रीधारक ही शामिल हो सकते थे।
फिर शुरू हुई सुगबुगाहट
मुस्लिमों को सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ दिलाने के लिए प्रदेश सरकार ने इन दिनों कोई कोर कसर बाकी नही छोड़ रखी है। इसी जुगत में शासन के करीबी अधिकारियों ने उर्दू डिग्रीधारकों को शिक्षक नियुक्त करने का राग अलापना शुरू कर दिया है। कोशिश है कि बगैर टीईटी के इन्हें शिक्षक नियुक्त कराने की प्रक्रिया शुरु की जाए।
मामले में फंसेगा पेंच
उर्दू डिग्रीधारकों को सीधे शिक्षक बनाने के मामले में एनसीटीई(राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद)का पेच फंसेगा। टीईटी की गाइडलाइन एनसीटीई द्वारा ही तैयार की गई है जो देश भर में समान रूप से लागू है। सूत्रों का कहना है कि उर्दू डिग्रीधारकों की नियुक्ति के लिए उन्हें टीईटी से एनसीटीई से छूट की मांग जल्द ही की जा सकती है। यहां से छूट मिलेगी या नही यह भविष्य के गर्भ में है। छूट न मिलने की दशा में सरकार नया रास्ता तलाश सकती है।
उर्दू अनुवादक होगा नया रास्ता
उर्दू डिग्रीधारकों की नियुक्ति के मामले में प्रदेश सरकार का नया रास्ता उन्हें सरकारी नौकरी देने का विकल्प हो सकता है। पहले भी सपा शासन के दौरान उर्दू डिग्रीधारकों को सरकारी विभागों में उर्दू अनुवादक के पदों पर नियुक्तियां दी गई थी।

Source- Jagran
16-5-2012

Wednesday, 16 May 2012

उत्तराखंड- प्रशिक्षित बेरोजगारों की टीईटी बाध्यता हो समाप्त

प्रशिक्षित बेरोजगारों की टीईटी बाध्यता हो समाप्त


पौड़ी, जागरण कार्यालय: प्रशिक्षित बेरोजगारों ने प्रदेश सरकार से राज्य में टीईटी की बाध्यता समाप्त करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि टीईटी लागू करने से प्रदेश के तीस हजार से अधिक प्रशिक्षित बेरोजगारों का भविष्य अधर में लटक जायेगा।
मंगलवार को जेल पार्क में बीएड, बीपीएड व डीपीएड प्रशिक्षित बेरोजगारों की बैठक में वक्ताओं ने कहा कि टीईटी को 2015 तक छूट के बावजूद प्रदेश सरकार बेरोजगारों के साथ छलावा कर रही है। उन्होंने कहा कि टीईटी परीक्षा में 43 हजार परिक्षार्थियों में से मात्र 11 हजार परीक्षार्थी ही परीक्षा में उत्तीर्ण हुए। तीस हजार से अधिक प्रशिक्षित बेरोजगारों का भविष्य अधर में लटक गया है। ऐसे में प्रदेश सरकार को वर्ष 2006 में जारी विज्ञप्ति पर किए आवेदन पत्रों पर कार्य करना चाहिए। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि कांग्रेस सरकार के मंत्रियों ने चुनाव से पूर्व कहा था कि सत्ता में आने पर वे टीईटी व आयु सीमा की बाध्यता को समाप्त कर देंगे जिससे बेरोजगारों ने कांग्रेस का समर्थन किया, लेकिन प्रदेश सरकार ने अभी तक इस मुद्दे पर मौन रहने से प्रशिक्षित बेरोजगार अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। बैठक में जयप्रकाश डोभाल, विनोद डोभाल, दलवीर डंगवाल, प्रकाश नेगी, आलोक नैथानी, गणेश रावत, जसपाल रावत, कलावती डोभाल, कविता, कुसुमलता आदि ने विचार व्यक्त किए।

Source- Jagran
16-5-2012

BIHAR-टीईटी रिजल्ट : अब होगी शिक्षक बनने की हसरत पूरी




मुजफ्फरपुर, काप्र : टीईटी परीक्षा का परिणाम वास्तव में चौंकानेवाला है। अपेक्षाकृत कम रिजल्ट ने ज्यादातर प्रतियोगियों को दुख पहुंचाया है। वहीं जो पास हुए हैं, वे खुश हैं। यहां प्रस्तुत है कुछ सफल प्रतियोगियों से बातचीत का अंश :-
सरैया के नलिनी रंजन अपनी सफलता पर कहते हैं कि उन्होंने टीईटी पास करने का लक्ष्य बनाकर तैयारी की थी। वे मानते हैं कि परिणाम बहुत कम आया है। लेकिन जिन्होंने ईमानदारी से मेहनत की थी, वे पास हुए। मेहनत कभी निष्फल नहीं जाता।
मोतीझील के सतीश कुमार का कहना है कि परीक्षा को उत्तीर्ण होने के श्रेय वैसे तो की गई मेहनत को जाता है। लेकिन इसमें बड़ों का आशीर्वाद भी कम नहीं है। टीईटी की तैयारी में उन्होंने स्वाध्याय को ज्यादा महत्व दिया था। उन्हें उम्मीद है कि अब वे कहीं शिक्षक बनकर समाज की सेवा करेंगे।
सुजावलपुर (सरैया) के भुवनेश्वर कुमार बताते हैं कि वे शोध के छात्र हैं। टीईटी की तैयारी सिलेबस के मुताबिक और पूरे आत्मविश्वास के साथ की थी। परिणाम सुखद आया। लक्ष्य तो प्राध्यापक बनने का है। मगर शिक्षक बनने का अवसर मिलेगा, तो पीछे मुड़कर नहीं देखूंगा।
ब्रह्मापुरा की शाइस्ता कलीम का कहना है कि उन्होंने एकाग्रचित होकर एवं लक्ष्य को सामने रखकर परीक्षा की तैयारी की थी। इसमें परिजनों का भी सहयोग मिला। बचपन की ख्वाहिश है कि शिक्षिका बनूं। लगता है अब वह ख्वाहिश शायद जल्द पूरी होगी।
आरएसएस कॉलेज चोचहां के बीएससी के छात्र राजेश शर्मा बताते हैं कि वे इंगलिश मीडियम के छात्र हैं। इंगलिश मीडियम से ही टीईटी की तैयारी की थी। मगर परीक्षा हिन्दी मीडियम से ली गई। कई प्रश्न समझ में नहीं आया। फिर भी परिणाम सुखद है। फ‌र्स्ट टाइम ही किसी कंप्टीशन में बैठे थे।
गोखुला के (पारू) की शुभ्रांशु शुभम का कहना है कि शुरू से ही उनकी अभरुचि शिक्षा के प्रति सकारात्मक थी। क्योंकि यही एक ऐसा धन है जो बांटने से कभी नहीं घटता। टीईटी का अवसर आया तो सीधे हाथ इसे स्वीकार कर लिया। पूरी तन्मयता के साथ तैयारी की।
भागवतपुर के विनय कुमार बताते हैं कि ईमानदारी से की गई मेहनत कभी बेकार नहीं जाती। टीईटी का नतीजा इसी का परिणाम है। उन्होंने इसके लिए जीतोड़ मेहनत की थी। सिलेबस के मुताबिक विषयों की तैयारी की। मुट्ठी भर परिणाम में भी सफलता मिली।
कच्ची पक्की के अमित कुमार गुप्ता बताते हैं कि उन्होंने कोचिंग करके टीईटी एक्जाम की तैयारी की थी। एक विज्ञापन कंपनी में काम करते हुए भी टीईटी के लिए समय निकाला। देर रात तक जगकर प्रश्नोत्तरों को याद किया। आखिरकार मेहनत सफल हुई।
टीईटी का हो पुनर्मूल्यांकन
मुजफ्फरपुर, काप्र : टीईटी के असफल अभ्यर्थियों ने मूल्यांकन में भेदभाव बरतने का आरोप लगाया है। ब्रह्मापुरा के प्रभात कुमार व अघोरिया बाजार के राजेश कुमार का कहना है कि परीक्षा परिणाम के देखने से यह पता चलता है कि इसमें भेदभाव बरता गया है। इतना कम रिजल्ट आना इसकी ओर संकेत करता है। वहीं सहबाजपुर की अंजलि कुमारी, अभिलाषा कुमारी व मौसम कुमारी का कहना है कि उन लोगों ने जमकर तैयारी की थी। परीक्षा देने के बाद भी संतोष था। मगर परिणाम देखकर निराशा हाथ लगी है। इसमें जरूर कोई बात है जो इस अनुपात में रिजल्ट आया है। इसका पुनर्मूल्यांकन होना चाहिए।

Source- Jagran
16-5-2012

UPTET STAY TILL- 25-5-2012


बीटीसी नियुक्ति पर रुख स्पष्ट करे सरकार

बीटीसी नियुक्ति पर रुख स्पष्ट करे सरकार


विधि संवाददाता, इलाहाबाद : इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) चयन के तहत नियुक्ति
पर रोक की मांग में दाखिल याचिका की सुनवाई की अगली तिथि 25 मई नियत की है। आज राज्य सरकार की
तरफ से न्यायालय में हलफनामा दाखिल कर बताया गया कि उर्दू बीटीसी, विशिष्ट बीटीसी व बीटीसी डिग्रीधारकों
को टीईटी मेरिट आधार पर चयन प्रक्रिया से अलग रखा गया है। इन डिग्रीधारकों को भी अन्य टीईटी उत्तीर्ण
अभ्यर्थियों के चयन में शामिल करने का फैसला लिया था जिसे सरकार ने वापस ले लिया है। अब इन
डिग्रीधारकों का अलग से चयन किया जाएगा। सरकार के इस हलफनामे के बाद न्यायालय ने पूछा कि
इनकी चयन प्रक्रिया कब शुरू होगी। इन डिग्रीधारकोंने याचिका दायर कर मांग की है कि उन्हें दुबारा
प्रशिक्षण लेने के लिए बाध्य न किया जाय और चयनित अभ्यर्थियों की सीधी नियुक्ति कर दी जाय।
इस पर न्यायालय ने सरकार का रुख जानना चाहा। कपिलदेव व अन्य की याचिका की सुनवाई न्यायमूर्ति
अरुण टण्डन कर रहे हैं। न्यायालय में मा.शि.चयन बोर्ड ने सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों की तरफ
से नियुक्ति का आदेश जारी किया था जिसकी वैधता को याचिका में चुनौती देते हुए कहा गया कि सक्षम
 प्राधिकारी बीएसए हैं। याची के अधिवक्ता आलोक यादव का कहना था कि बोर्ड द्वारा जारी आदेश विधि
विरुद्ध है। इस पर न्यायालय ने नियुक्ति पर रोक लगा दी है। सरकार ने अब उपरोक्त बीटीसी डिग्रीधारकों
 की भर्ती का अलग से विज्ञापन निकालने का फैसला लिया है। इस पर न्यायालय ने अगली सुनवाई की
 तिथि 25 मई नियत की है। 
Source- Jagran
16-5-2012

बीटीसी अभ्यर्थियों के चयन का रास्ता साफ


बीटीसी अभ्यर्थियों के चयन का रास्ता साफ


इलाहाबाद/अमर उजाला ब्यूरो




BTC way selecting candidates
उत्तर प्रदेश के 72825 टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के सहायक अध्यापक पद पर चयन और नियुक्ति के मामले में बीटीसी और विशिष्ट बीटीसी उर्दू अभ्यर्थियों के चयन का रास्ता साफ हो गया है। बेसिक शिक्षा सचिव द्वारा अदालत में दिए हलफनामे में कहा गया है कि 1 दिसंबर 2011 को जारी संशोधित विज्ञापन को रद करके बीटीसी अभ्यर्थियों के अलग चयन के लिए विज्ञापन जारी किया जाएगा। शपथपत्र में चयन प्रक्रिया का भी विस्तृत उल्लेख किया गया है।

मामले की सुनवाई कर रहे न्यायमूर्ति अरुण टंडन ने कहा कि सचिव के शपथपत्र में अधूरी सूचनाएं दी गई हैं। इसमें यह नहीं बताया गया है कि विज्ञापन किस तिथि को जारी होगा। कोर्ट ने 25 मई तक विज्ञापन जारी की तिथि बताने का निर्देश दिया है।

उल्लेखनीय है कि इस मामले की पिछली सुनवाई के दौरान न्यायालय ने सचिव बेसिक शिक्षा को यह स्पष्ट करने का निर्देश दिया था कि बीटीसी अभ्यर्थियों को छह माह के प्रशिक्षण हेतु बाध्य नहीं किया जाएगा। सचिव बेसिक शिक्षा की ओर से कहा गया है कि बीटीसी अभ्यर्थियों की नियुक्ति के नए सिरे से विज्ञापन जारी करने के लिए सभी जिलों के जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) को निर्देश जारी किए गए हैं। विज्ञापन जारी होने के बाद उनकी नियुक्ति का रास्ता साफ हो जाएगा।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश में वर्तमान में करीब 30 हजार बीटीसी अभ्यर्थी हैं। यदि इनकी नियुक्ति के लिए पहले विज्ञापन जारी कर दिया जाता है तो 72825 पदों के सापेक्ष सभी टीईटी चयनित बीटीसी अभ्यर्थियों की नियुक्ति होने की संभावना है क्योंकि इस श्रेणी की मेरिट बनाने की भी आवश्यकता नहीं होगी। 

Source- Amar Ujala
16-5-2012

Tuesday, 15 May 2012

टीईटी पर फैसला जल्द?

टीईटी पर फैसला जल्द?
सहारनपुर : अब टीइटी की बंद मुट्ठी खुलेगी और हो जाएगा बेड़ा पार। यह बात अटपटी जरूर लगेगी, लेकिन यह सच है कि प्रदेश सरकार मामले में जल्द ही निर्णायक फैसला करने की तैयारी में है। मामले में कई विकल्पों पर मंथन पूरा हो चुका है और इसमें पुराने फामरूले को ही अधिक समर्थन मिला। अब इसी के लागू की संभावना है। चार बिन्दु इस फामरूले का आधार बनेंगे।बेरोजगारी भत्ते को प्रदेश सरकार द्वारा अनुमोदन दिए जाने के बाद अब टीइटी के अनुमोदन की बारी है। टीइटी में अधिकारियों द्वारा किया गया 'होमवर्क' अब सिरे चढ़ने के आसार बन गए हैं। सूत्रों का कहना है कि प्रक्रिया को हरी झंडी देने के लिए कई विकल्पों पर कई दौर तक मंथन चला, जिसमें तीन फामरूले रखे गए। माना जा रहा है कि अगले तीन दिन के भीतर सरकार द्वारा मामले में निर्णायक फैसला लिया जा सकता है।
फामरूला-1 इसमें विशिष्ट बीटीसी की तर्ज पर हाईस्कूल, इंटर,स्नातक व बीएड के प्राप्तांकों को जोड़कर मेरिट बनाई जानी थी। 
फामरूला-2 इसमें 25-25 प्रतिशत स्नातक व बीएड के तथा 50 प्रतिशत में टीइटी के प्राप्तांकों का जोड़ा जाना था।
फामरूला-3 इसमें टीइटी की मेरिट के आधार पर सीधे नियुक्ति दिए जाने का प्रावधान है। 
बता दें कि यह प्रक्रिया तत्कालीन सरकार द्वारा पहले ही घोषित की गई थी।इसे मिला समर्थनविभागीय सूत्रों के मुताबिक, अधिकारियों द्वारा तीनों फामरूलों पर गहन मंथन किया गया। 
फार्मूला-1 व 2 को यह कहते हुए खारिज कर दिया गया कि ऐसा किए जाने की स्थिति में कानूनी पेचीदगियां आएंगी।
बताते हैं कि अंतिम रूप से तय हुआ कि सारी उलझनों का हल केवल फामरूला-3 को लागू करने में ही है। इसे अपनाने की स्थिति में चार बिंदुओं को आधार बनाने की बात कही गई है।क्या है चार प्राण बिन्दु
1- ओएमआर शीट की कार्बन प्रति
2- टीइटी का अंक प्रमाणपत्र 
3- इंटरनेट की आंसरशीट
4- परीक्षा की प्रश्न पुस्तिकामूल ओएमआर शीट से मिलान
यदि प्रदेश सरकार टीइटी की मेरिट के आधार पर नियुक्ति प्रक्रिया करती है तो आवेदक के पास ओएमआर शीट की कार्बन प्रति का एजेंसी के पास मौजूद मूल ओएमआर शीट से मिलान किया जाएगा। मिलान में इंटरनेट की आंसरशीट भी आधार बनेगी। बताते हैं जिस एजेंसी को ओएमआर की जांच का जिम्मा सौंपा गया था उसे केवल 25 फीसदी का भुगतान ही हो सका है। जांच की इस प्रक्रिया में कड़ी निगरानी रहेगी। यदि किसी आवेदक की ओएमआर शीट के मिलान में गड़बड़ी मिलती है तो उसे प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाएगा।
Source- Jagran
14-5-2012

टीईटी अप-टू डेट: न्याय विभाग की राय पर होगा फै सला

टीईटी अप-टू डेट: न्याय विभाग की राय पर होगा फै सला


सहारनपुर। टीईटी पर अंतिम फैसला अब न्याय विभाग की राय पर लिया जायेगा। कानूनी पेचीदगियों से बचने के लिए सरकार द्वारा मामले को न्याय विभाग में भेजा गया है। माना जा रहा है कि अगले दस दिन में सरकार अपना निर्णय सुना देगी।
अध्यापक पात्रता परीक्षा को उठा तूफान अब थमने की ओर बढ़ रहा है। इसी के साथ परीक्षा में उत्तीर्ण रहे अभ्यर्थियों की बैचेनी बढ़ने लगी है। मामले में अभी तक जो किरण दिखाई दे रही है उसमें टीईटी की मेरिट के आधार पर नियुक्ति ही अन्य सभी विकल्पों पर भारी पड़ रही है। ऐसा किए जाने की स्थिति में कानूनी पेचीदगियों से निजात मिलने की संभावना है। उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि मामले में सरकार की ओर से निर्णय 15 मई को घोषित किए जाने के संकेत थे। लेकिन सलाहकार बोर्ड के सुझाव के बाद मामले को अंतिम रूप से न्याय विभाग के पास भेजने का निर्णय लिया गया। लखनऊ में एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि भी की है। कि अब न्याय विभाग की राय के बाद ही अगला निर्णय लिया जायेगा। माना जा रहा है कि इस प्रक्रिया में थोड़ी देरी जरूर होगी लेकिन सारी उलझनों का निपटारा पहले ही कर लिया जायेगा।
सूत्रों का कहना है कि सरकार मामले में राजनैतिक नफे नुकसान को भी ध्यान में रखकर चल रही है। वह ऐसा कोई निर्णय नही लेगी जिससे एक बड़े वर्ग की नाराजगी उसे झेलनी पड़े।

Source- Jagran
14-5-2012

Monday, 14 May 2012

टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने बनाई अगली रणनीति


 
टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने बनाई अगली रणनीति
बड़ौत (बागपत)। रविवार को टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक में शिक्षकों की लंबित पड़ी भर्ती पर विचार-विमर्श किया गया। साथ ही हाईकोर्ट में विचाराधीन याचिकाओं के संबंध में भी चर्चा की गई।
रविवार को रेलवे पार्क में हुई टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की बैठक में जिलाध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि गत 28 अप्रैल को लखनऊ में धरना-प्रदर्शन के बाद प्रदेश सरकार ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया। अब यह मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है, जिस पर 15 मई को सुनवाई होगी। सरकार की मंशा भी इस ओर सकारात्मक दिखाई पड़ रही है। बैठक में निर्णय लिया कि यदि हाईकोर्ट के आदेश के बाद सरकार इस भर्ती के प्रति उदासीनता बरतती है तो फिर से उग्र आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। 17 मई को लखनऊ में प्रस्तावित विशाल धरने की जानकारी दी गई। अनिल कुमार, कर्मवीर सिंह, अमित बसी, विकास, राममेहर मान, भूपेंद्र मान, संदीप, हरीश आदि मौजूद रहे।

Source- Jagran
13-5-2012

टीईटी: सड़क से सुप्रीम कोर्ट तक संघर्ष की रणनीति



टीईटी: सड़क से सुप्रीम कोर्ट तक संघर्ष की रणनीति
बलिया: टीईटी उत्तीर्ण सैकड़ों अभ्यर्थियों की जनपद स्तरीय बैठक में शिक्षकों के नियुक्ति के संदर्भ में सरकार के अस्पष्ट एवं कपटपूर्ण रूप पर व्यापक चर्चा की गई। साथ ही विज्ञापन में घोषित टीईटी मेरिट के माध्यम से शिक्षक चयन हेतु सड़क से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक हक व न्याय की लड़ाई लड़ने की कार्य योजना तैयार की गई। सरकार अपनी तुगलकी घोषणाओं, विरोधाभासी वादों तथा हाई पावर कमेटी की गुप्त योजना की सच्चाई को हमें स्पष्ट रूप से बताए जिससे कि शिक्षक नियुक्ति पर फैलाए जा रहे अनावश्यक भ्रम व अफवाहों पर विराम लग सके। सरकार का यह नैतिक कर्तव्य है कि वह टीईटी प्राप्तांकों की मेरिट पर प्रतिभा देखकर ही शिक्षक नियुक्ति करे न कि केवल घोषणा बाजी के आधार पर नौकरी को खैरात में रूप में बांटकर। मात्र टीईटी परीक्षा की हो रही संदेहास्पद जांच की बजाय समूचे शिक्षा तंत्र पर ही सबसे पहले स्पष्ट ठोस पारदर्शी नीति बनाने की प्राथमिकी को सरकार द्वारा तय किया जाना चाहिए। अध्यक्षता विद्यानंद चौहान व संचालन राम विचार यादव ने किया। सभा में सुरेन्द्र सिंह, नागेन्द्र यादव, सतीश सिंह, राजेश पाण्डेय, कमलेश यादव, मंजीत सिंह, मनोज कुमार, राजीव कुमार पाण्डेय आदि लोग उपस्थित रहे।

Source- Jagran
13-5-2012

टीईटी भर्ती शुरू कराने को धरना

टीईटी भर्ती शुरू कराने को धरना

 
टीईटी भर्ती शुरू कराने को धरना
अमरोहा (ज्योतिबाफुलेनगर)। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में टीईटी अभ्यर्थियों ने धरना देकर राज्यंत्री महबूब अली की मार्फत मुख्यमंत्री को मांग पत्र भेजा है। उन्होंने मैरिट के आधार पर चयन प्रक्रिया शुरू कराने की मांग की है। इससे पूर्व उन्होंने बैठक भी की।
रविवार को टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के तत्वावाधान में टीईटी अभ्यर्थी अंबेडकर पार्क में एकत्र हुए । यहां उन्होंने अपनी मांगों को लेकर धरना देकर नारेबाजी भी की। बाद में सभी अभ्यर्थी राज्यमंत्री महबूब अली के कार्यालय पहुंचे तथा मुख्यमंत्री को संबोधित मांग पत्र उन्हें सौंपा। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि भर्ती प्रक्रिया के संबंध में जो अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है उसे स्पष्ट किया जाए तथा मैरिट के आधार पर भर्ती शुरू की जाए। उन्होंने दस सूत्रीय मांग पत्र राज्यमंत्री के हवाले कर शीघ्र रुकी हुई भर्ती प्रक्रिया शुरू कराने की मांग की। मांगपत्र देने वालों में संजीव कुमार, सौरभ सक्सैना, मोहम्मद मारूफ, संजीव सैनी, संजय सैनी, मुनव्वर अली, नीरज सैनी, मनोज शर्मा व प्रवचन सिंह शामिल थे।

Source- Jagran
13-5-2012

रेलवे ट्रैक जाम कर टीईटी अभ्यर्थियों ने जताया विरोध



रेलवे ट्रैक जाम कर टीईटी अभ्यर्थियों ने जताया विरोध
देवरिया:
नियुक्ति की मांग को लेकर टीईटी अभ्यर्थियों ने रविवार को रेलवे ट्रैकजाम कर विरोध जताया। कसया ढाले पर आधा घंटे के इस जाम के चलते जहां उधर से आने-जाने वाले लोगों को परेशानियां उठानी पड़ी वहीं पुलिस के हस्तक्षेप के बाद अभ्यर्थियों ने जाम समाप्त किया।
टीईटी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले चक्का जाम कार्यक्रम के बाद आयोजित सभा को संबोधित करते हुए मोर्चा के प्रदेश मुख्य संरक्षक गोरखनाथ सिंह ने कहा कि टीईटी अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू न करना सरकार की संवेदनहीनता का द्योतक है। यही कारण है कि पूरे प्रदेश में टीईटी अभ्यर्थियों ने आंदोलन की राह पकड़ ली है।
श्री सिंह ने चेतावनी दी कि यदि फिर से पुराने विज्ञापन के अनुसार नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं होती तो अभ्यर्थी उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी।
मोर्चा नेता रघुवंश शुक्ला ने कहा कि सरकार तुष्टीकरण की व्यवस्था अपना रही है। टीईटी अभ्यर्थियों को शिक्षक बनने से रोक रही है। जबकि यह सर्वविदित है कि प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए टीईटी अनिवार्य है। यदि सरकार ने भेदभाव बंद नहीं किया तो मोर्चा इसका जबरदस्त विरोध करेगा।
सभा की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष चन्द्र प्रकाश कुशवाहा व संचालन संदीप कुशवाहा ने किया। इस अवसर पर दीपक सिंह, गौरीशंकर पाठक, अनुराग मल्ल, सच्चिदानंद मिश्र, राजीव दीक्षित, अजय पाण्डेय, राकेश कुमार, मनोज कुमार, आत्म प्रकाश मिश्र, रामभरोसे कन्नौजिया, चन्द्र प्रकाश कुशवाहा, विकास पाण्डेय, शैलेष मणि त्रिपाठी, अनिल कुमार सिंह, शाहिद अंसारी, अभिमन्यु, रामप्रीत सिंह, शमशेद अहमद, अशोक, त्रिलोकी, संजय हरिनारायण तथा सत्येन्द्र कुमार तिवारी आदि समेत अनेक टीईटी अभ्यर्थी मौजूद थे।

Source- Jagran
13-5-2012

Saturday, 12 May 2012

गाजीपुर- टीईटी छात्रों ने किया राष्ट्रीय राजमार्ग जाम

गाजीपुर। टीईटी मेरिट धारक उग्र होकर गुरूवार को राष्ट्रीय राजमार्ग 29 पर भारी संख्या में पहुंचे। जिससे यातायात बाधित हो गया। नियुक्ति में हो रही हीला-हवाली तथा टलती तिथियों से परेशान होकर टीईटी अभ्‍यर्थियों ने क्षोभ प्रगट किया।

आइसा (आल इण्डिया स्टूडेण्ट एसोसिएशन) के प्रदेश समन्वयक के समर्थन में टीईटी एकता मोर्चा की जनपद इकाई ने लंका मैदान से रोड मार्च करते हुए जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपा। टीईटी मेरिट के आधार पर अविलम्ब नियुक्ति की मांग की गई है।

नियुक्ति में देरी के कारण स्थिति धीरे-धीरे विकट परिस्थिति में परिवर्तित होती जा रही है। जिसकी जिम्मेंदारी प्रदेश सरकार की है। मोर्चे का नेतृत्व रोधेश्याम कुशवाहा तथा कुमारी रमा तिवारी ने किया।

साथ में सुनील, पंकज कुशवाहा, संजय कुमार, रमेश, अक्षय, सत्यपाल यादव, बालेश्वर यादव, राजबली, गौरव श्रीवास्तव आदि ने भी आक्रोश व्यक्त किया। इस मौके पर लालिमा सिंह, अजमेरी सिंह, ज्योति सिंह, संतोष मौर्य, आशु उपाध्याय आदि लोग मौजूद थे।

टीईटी अभ्यर्थियों ने दिया धरना

टीईटी अभ्यर्थियों ने दिया धरना

 
टीईटी अभ्यर्थियों ने दिया धरना
रामपुर। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने विभिन्न समस्याओं को लेकर धरना दिया। इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कुछ देर धरने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा।
टीईटी अभ्यर्थी गुरुवार दोपहर को एकत्र होकर अंबेडकर पार्क आ गए और जोरदार नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। इसके बाद कलेक्ट्रेट जाकर उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। उनका कहना था कि सरकार की ओर से पांच अप्रैल को टीईटी अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया गया था, लेकिन बावजूद इसके सरकार की ओर से कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाए गए। कहा कि मीडिया में आ रही खबरों से टीईटी अभ्यर्थी संशय में हैं। उनका मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने मांग करते हुए कहार कि प्रशिक्षित बेरोजगारों को अधिक समय तक बेरोजगार न रहने दिया जाए। शीघ्र टीईटी उत्तीर्ण की भर्ती कर उन्हें रोजगार दिया जाए। मांग पूरी न होने पर उन्होंने आंदोलन और आत्महत्या तक की चेतावनी दी है। धरने देने वालों में गुरपाल सिंह, सुनील सिंह, मोहम्मद सलीम, प्रशांत चौहान, जयसिंह राजपूत, बादाम सिंह, देवेन्द्र सिंह, ओमपाल सिंह, गुलरेज शम्सी, हरजीत सिंह आदि शामिल रहे।
Source- Jagran
10-5-2012

टीईटी अनु‌र्त्तीण अभ्यर्थियों ने खोला मोर्चा

मऊ : अभी तक टीईटी पास करने वाले ही नौकरी मांग रहे थे। लेकिन अब टीईटी परीक्षा में असफल छात्रों ने भी विशिष्ट बीटीसी भर्ती प्रक्रिया के तहत अध्यापक बनाने की मांग तेज कर दी है।
बीएड बेरोजगार मोर्चा के तत्वावधान में बेरोजगारों ने शुक्रवार को जीवन राम इंटर कालेज के प्रांगण में बैठक कर इस मुद्दे को लेकर सड़क से संसद तक आंदोलन करने का निर्णय लिया। इस दौरान यूपी टीईटी परीक्षा में बैठने हेतु बीएड डिग्री धारियों को मात्र एक बार बैठने देने का भी तीव्र विरोध किया गया। कहा गया कि टीईटी मात्र एक पात्रता परीक्षा है न कि एक अध्यापक का सम्पूर्ण मूल्यांकन। एक अध्यापक का सम्पूर्ण मूल्यांकन तो उसका प्रशिक्षण ही है। देश की सर्वोच्च प्रतिष्ठित परीक्षा आईएएस में भी सम्मिलित होने के लिये परीक्षार्थियों को तीन-चार बार अवसर दिया जाता है। कहा गया है कि लाखों खर्च करके विद्यार्थी बीएड प्रशिक्षण लिये हैं और इस प्रकार मात्र एक बार पात्रता परीक्षा में सम्मिलित कराकर एकाएक आगे के लिये प्रतिबंधित कर देना उनके साथ अन्याय है। इस अवसर पर अरविन्द यादव, राजेश यादव, गौतम कुमार यादव, ओमप्रकाश यादव, आशीष कुमार, संगीता रानी, प्रमोद कुमार यादव, गोविन्द यादव, पुष्पा देवी आदि मौजूद रहे।

Source- Jagran
11-5-2012

Friday, 11 May 2012

ये है एकेडेमिक से अध्यापक की नियुक्ति का नतीजा





Reality of Indian Primary Education

  ये है एकेडेमिक से अध्यापक की  नियुक्ति का नतीजा  

 

click below link--




http://www.youtube.com/watch?v=m8vTh_-dRFs







UPTET- 13-5-2012 को होगा रेल रोको आन्दोलन

टीईटी-  13-5-2012 को होगा रेल रोको आन्दोलन 

टीईटी अभ्यर्थियों ने अ‌र्द्ध नग्न होकर लगाया जाम

टीईटी अभ्यर्थियों ने अ‌र्द्ध नग्न होकर लगाया जाम

 
मैनपुरी, जागरण प्रतिनिधि: शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण छात्रों ने नियुक्ति की मांग को लेकर गुरुवार को अ‌र्द्धनग्न प्रदर्शन किया। उन्होंने जुलूस निकालकर भीख मांगी और फिर जाम लगाकर विरोध जताया।
बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के पदों पर टीईटी पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जानी थी। परंतु सत्ता पलट होते ही मैरिट के आधार पर शिक्षक भर्ती प्रक्रिया लागू करने के कयासों ने नियुक्ति पर तलवार लटका दी है। इसके लिए कई बार टीईटी अभ्यर्थी लखनऊ में धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन भी सौंप चुके है। इसके बाद भी अपने पक्ष में कोई परिणाम न आता देख टीईटी अभ्यर्थियों की मायूसी बढ़ती जा रही है। लिहाजा गुरुवार को टीईटी उत्तीर्ण छात्र संघर्ष मोर्चा के बैनर तले कलक्ट्रेट स्थित तिकोनिया पार्क से जुलूस निकाला गया। अ‌र्द्धनग्न होकर पूरे कलक्ट्रेट परिसर का चक्कर लगाते हुए अभ्यर्थी जेल चौराहे पहुंचे। फिर वहां से कुरावली तिराहा, ईशन नदी पुल, दीवानी तिराहा, राधा रमण रोड होते हुए सपा कार्यालय जा पहुंचा। जहां पर मुख्यमंत्री के नाम के नारे लगाकर टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने पूर्व विज्ञप्ति के अनुसार मेरिट के आधार पर नियुक्ति की मांग उठाई। इस दौरान बीच-बीच में सभी अभ्यर्थियों ने राहगीरों से भीख भी मांगकर अपने भविष्य की तस्वीर का खाका भी पेश किया। इसके बाद प्रतीकात्मक जाम लगाकर भी विरोध जताया। फिर जुलूस सपा कार्यालय से कचहरी रोड, कुरावली रोड होते हुए कलक्ट्रेट पहुंच कर सभा में तब्दील हो गया। जहां सभा के बाद मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रभारी डीएम सतीश कुमार, सदर विधायक राजू यादव, सपा जिलाध्यक्ष खुमान सिंह वर्मा को सौंपा। जुलूस में प्रदीप चौहान, कमलेश तिवारी, गोविंद, नीरज सिंह, प्रवेश यादव, गौरव यादव, राहुल, सतेन्द्र सिंह, भूपेन्द्र सिंह, रूस्तम सिंह, राघवेंद्र सिंह, नवीन कुमार सिंह, अभिषेक कुमार, दिनेश बाबू मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

Source- Jagran
10-5-2012

Thursday, 10 May 2012

टीईटी अभ्यर्थियों ने किया मार्ग जाम

टीईटी अभ्यर्थियों ने किया मार्ग जाम

टीईटी अभ्यर्थियों ने किया मार्ग जाम
बाराबंकी, 9 मई (जाका): टीचर इलजिबेल्टी टेस्ट (टीईटी) अभ्यर्थियों ने बुधवार को परीक्षा की वैधता पर निर्णय न किए जाने पर प्रदर्शन किया। लखनऊ मार्ग जाम कर नारेबाजी की।
आज नगर के संगठन कार्यालय से टीईटी अभ्यर्थियों ने जुलूस निकाला। जुलूस की संगठन में नारेबाजी करते भारतीय स्टेट बैंक के समीप पहुंचे। यहां लखनऊ मार्ग जाम कर सड़क पर लेट गए। मुख्यमंत्री के आगमन की तैयारियों में जुटे प्रशासन के सामने इस आंदोलन ने समस्या खड़ी कर दी। आनन-फानन सीओ सिटी दीपेंद्र चौधरी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान लखनऊ मार्ग पर करीब एक घंटे तक आवागमन बाधित रहा।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे मुकेश शर्मा ने कहा कि सरकार टीईटी परीक्षा पर निर्णय न करके 60 से 90 फीसदी तक अंक हासिल करने वाले असमंजस में हैं। सरकार इस मुद्दे पर तत्काल निर्णय नहीं करेगी तो मुख्यमंत्री का घेराव किया जाएगा।
युवा कार्यकर्ता नरेंद्र यादव ने कहा कि हमारा आंदोलन अंतिम चरण में चल रहा है। उमाशंकर यादव ने कहा कि संगठन सड़क पर आंदोलन के साथ न्यायालय की लड़ाई लड़ रहा है। इसका परिणाम 15 मई तक आ जाएगा। बातचीत के बाद मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार अरुण कुमार मिश्र को सौंपा गया। आंदोलन में टीईटी अभ्यर्थी भीम सिंह, मो. आलम, यज्ञेश नारायण बैसवार, विनोद वर्मा, जितेंद्र वर्मा, अशोक वर्मा, आलोक वर्मा, सवीश कुमार वर्मा, हरिहर बैसवार, वीरेश कुमार आदि उपस्थित रहे।

Source- Jagran
9-5-2012

टीईटी संघर्ष मोर्चा का कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन

टीईटी संघर्ष मोर्चा का कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन


टीईटी संघर्ष मोर्चा का कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन
-चयन प्रक्रिया की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन
फोटो-9एसएचएन12
शाहजहांपुर, जागरण कार्यालय : टीईटी संघर्ष मोर्चा ने विभिन्न मांगों को लेकर पीडब्लूडी तिराहा पर जाम लगाया और कचहरी में प्रदर्शन करके एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
मोर्चा के अध्यक्ष सतीश सिंह के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल एसडीएम जयनाथ यादव से मिला। उन्होंने बताया कि टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण कर सहायक अध्यापकों के पद पर नियुक्ति हेतु चार माह पूर्व प्रदेश के विभिन्न जनपदों में आवेदन किये थे। लेकिन अभी तक भर्ती प्रक्रिया में कोई भी प्रगति नहीं हुई है। श्री सिंह ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया 30 नवम्बर 11 को प्रकाशित विज्ञापन के आधार पर ही पूर्ण की जाए। चयन का आधार टीईटी मेरिट हो। एकेडमिक मेरिट को चयन का आधार किसी भी परिस्थिति में न बनाया जाए। भर्ती प्रक्रिया के सम्बन्ध में चयन प्रक्रिया पूर्ण की जाए। पूर्व में डाक बंगला परिसर में हुई बैठक में संघ के महामंत्री मनोज शर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा भर्ती प्रक्रिया के सम्बन्ध में अभी तक कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है। सरकार टीईटी अभ्यर्थियों के हितों को लेकर बिल्कुल भी गम्भीर नहीं है। सदस्य हरिकिशोर दीक्षित ने कहा कि टीईटी अभ्यर्थियों द्वारा शासन तक अपनी बात पहुंचाने के लिए लखनऊ में कई आंदोलन किये गये हैं। मोहम्मद फुरकान, मनोज शर्मा, अरुण कुमार, अनिल कुमार, वीरेन्द्र पाल सिंह, मोहम्मद अरशद, दीपक कुमार, अमित कुमार, गनेश कुमार, शरद कुमार, निगम कुमार, अमित चौहान, खालिद खान, सुरेश, राविन्दर पाल, विवेक कुमार, अशीष मिश्रा, विकास कुमार मौजूद रहे।
इंसेट :
पुलिस से हुई नोकझोंक
टीईटी संघर्ष मोर्चा ने कचहरी गेट पर प्रदर्शन के दौरान कलेक्ट्रेट में घुसने का प्रयास किया तो पुलिस ने कलेक्ट्रेट का मुख्य द्वार बंद कर दिया। इस दौरान मोर्चा के कार्यकर्ताओं की पुलिस से जमकर नोकझोंक हुई।

Source- Jagran
9-5-2012

टीईटी अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन

टीईटी अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन


टीईटी अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन
आजमगढ़: राज्य सरकार द्वारा मेरिट के आधार पर नियुक्ति के आश्वासन पर अब तक कोई कार्रवाई न किए जाने से क्षुब्ध टीईटी अभ्यर्थियों ने बुधवार को सड़क जाम कर प्रदर्शन किया।
गिरजाघर चौराहे पर लगाए गए जाम से यात्रियों को काफी परेशानियों को सामना भी करना पड़ा। इससे पूर्व कुंवर सिंह उद्यान में आयोजित बैठक के दौरान अभ्यर्थियों ने कहा कि राज्य सरकार के मुखिया ने यह आश्वासन दिया था कि उनकी नियुक्ति मेरिट के आधार पर कराई जाएगी। इसके बाद शिक्षा मंत्री ने भर्ती के लिए निकाले गए विज्ञापन को निरस्त कर मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए आश्वासन पर उनके सपने को चकनाचूर कर दिया। आखिर विज्ञापन को क्यों निरस्त किया गया इसके बारे में स्पष्ट करना चाहिए। यदि उनके साथ न्याय नहीं किया गया तो वे वृहद आंदोलन छेड़ने के लिए बाध्य होंगे। इस दौरान रविंद्र यादव, जयसिंह यादव, राजनेत, उमेश वर्मा, संजय भारती, महेश चंद, अनिल कुमार, रणवीर सिंह, कृष्णमुरारी राय, महेंद्र कुमार, दीनदयाल, सर्वदानदं, धनंजय कुमार, विंध्यवासिनी, सुशील कुमार, अरुण कुमार, प्रवेश कुमार, अभय प्रताप, धर्मेद्र कुमार, जयशंकर आदि उपस्थित थे।

Source- Jagran
9-5-2012

कपड़े उतारकर सड़क पर उतरे टीईटी अभ्यर्थी

कपड़े उतारकर सड़क पर उतरे टीईटी अभ्यर्थी




महोबा। टीईटी मामले में प्रदेश सरकार की चुप्पी से नाराज टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी सड़क पर उतर आए और कपड़े उतारकर अर्धनग्न अवस्था में प्रदर्शन करते हुए सड़क पर नारेबाजी की। इससे करीब आधा घंटे तक जाम लग गया। बाद में सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए तहसील परिसर पहुंचकर अभ्यर्थियाें ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा।
टीईटी शिक्षकाें की भर्ती में प्रदेश सरकार द्वारा कोई सकारात्मक कदम न उठाए जाने से टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियाें का गुस्सा सातवें आसमान पर है। सरकार के इस रवैये से नाराज टीईटी अभ्यर्थियाें ने बुधवार को आल्हा चौक पर कपड़े उतारकर अर्धनग्न अवस्था में प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। बाद में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी विंध्यवासिनी राय को सौंपा। ज्ञापन में टीईटी अभ्यर्थियाें ने बताया कि उनके द्वारा शिक्षक पद के लिए दिए गए आवेदन पत्र तमाम जिलाें में पड़े हुए हैं। टीईटी उत्तीर्ण बीएड बेरोजगाराें का कहना था कि अभ्यर्थियाें के एक डिमांड ड्राफ्ट के अलावा सभी ड्राफ्ट वापस किए जाने थे। इस बारे में भी सरकार का कोई फैसला नहीं आया। ज्ञापन में सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 12 मई तक प्रदेश सरकार ने मौन नहीं तोड़ा और टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियाें के पक्ष में कोई निर्णय न लिया तो प्रदेश स्तरीय अभियान चलाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। प्रदर्शन दौरान अखिलेश साहू, दीपक कौशल, रामकुमार प्रजापति, योगेंद्र कुमार, राजेश कुमार, दीपू गुप्ता, विनोद कुमार, पवन कुमार मौर्य, हरीराम, सुरेंद्र, नारायणदास, देवेंद्र सोनी, शंकरलाल, विनय कुमार, देवसिंह राजपूत, उमेश कुमार, चंद्रशेखर, अजीत, अरविंद सिंह सहित तमाम टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी मौजूद रहे। उधर टीईटी अभ्यर्थियाें के प्रदर्शन से आल्हा चौक में जाम लग गया जिससे तमाम स्कूली बसें, टेंपो, चार पहिया वाहन फंस गए लेकिन पुलिस की मौजूदगी के चलते आवागमन बहाल करा दिया गया।

Source- Amar Ujala
10-5-2012

टीईटी अभ्यर्थियों ने राष्ट्रीय राज मार्ग पर लगाया जाम

टीईटी अभ्यर्थियों ने राष्ट्रीय राज मार्ग पर लगाया जाम




सीतापुर। बुधवार को टीईटी की मेरिट के आधार पर प्राथमिक विद्यालयों में टीईटी पास अभ्यर्थियों की भर्ती को लेकर आवेदन कर्ताओं ने राष्ट्रीय राज मार्ग पर जाम लगा दिया। आधे घंटे तक पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को जाम खुलवाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन पर टीईटी अभ्यर्थियों ने जाम हटाया। तब जाकर मार्ग का यातायात बहाल हो सका।
आज टीईटी संघर्ष मोर्चा के तत्वाधान में लोहार बाग स्थित नेहरू पार्क में एक बैठक का आयोजन किया गया। इसके बाद रोडवेज होते हुए सैकड़ों टीईटी अभ्यर्थी वैदेही वाटिका के निकट राष्ट्रीय राज मार्ग पहुंचे। यहां पर अभ्यर्थियों ने मार्ग को जाम कर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। सभी अभ्यर्थी पुराने विज्ञापन के आधार पर टीईटी की मेरिट के आधार पर प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पद पर तैनाती की मांग करने लगे। कार्यक्रम की अगुवाई कर रहे बृज मोहन मिश्रा ने कहा कि सरकार को टीईटी पास अभ्यर्थियों का हित देखते हुए न्यायालय में सही ढंग से पैरवी करवानी चाहिए। उनका कहना है कि जब तक टीईटी के बेस पर चयन प्रक्रिया नहीं शुरू की गयी तब तक आंदोलन जारी रहेगा। आधे घंटे के इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय राज मार्ग पर वाहनों की कतारें लग गयी। जानकारी होने पर सीओ सदर व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर गये। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को देख टीईटी अभ्यर्थी भड़क उठे और शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। प्रशासनिक अधिकारियों ने किसी तरह आक्रोशित भीड़ को शांत कराया। मामला ठंडा होने पर जाम हटा। इसके बाद अभ्यर्थियों ने खून से लिखे एक पत्र को प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा। संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष सर्वेश जोशी ने कहा कि आगामी 13 मई को हम सभी लोग लखनऊ में आंदोलन करेंगे। यदि तब भी प्रदेश सरकार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शीघ्र पूरी न की गई तो 19 मई को व्यापक आंदोलन किया जायेगा। 
Source- Amar Ujala
10-5-2012

टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा का जोरदार प्रदर्शन

टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा का जोरदार प्रदर्शन



देवरिया। नियुक्ति की मांग को लेकर टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने जोरदार प्रदर्शन किया। खून से लिखा मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। मोर्चा के वक्ताओं ने कहा कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की नियुक्ति शीघ्र हो। वरना यह आंदोलन रौद्र रुप धारण कर लेगा। जिसकी सारी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी।
पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ता टाउनहाल में इकट्ठा हुए। वहा से जुलूस निकाल नारेबाजी करते हुए सुभाष चौक पहुंचे और बीच सड़क में ही बैठ गए। जिसके चलते सड़क के दोनो तरफ जाम लग गया। मौके पर मौजूद सदर एसडीएम को मोर्चा कार्यकर्ताओं ने खून से लिखा खत सौंपा। संरक्षक गोरखनाथ सिंह ने कहा कि टीईटी अभ्यर्थियों की नियुक्ति पूर्व में प्रकाशित विज्ञापन के आधार पर हो। चयन का आधार टीईटी अध्यापक पात्रता परीक्षा के प्राप्तांकों के आधार पर हो। इससे समाज में शिक्षा का स्तर बढ़ेगा और नकल पर रोक लगेगा। साथ ही फर्जी डिग्री वाले बाहर होंगे। इस मौके पर चंद्रप्रकाश कुशवाहा, अनुराग मल्ल, रघुवंश शुक्ला, गौरीशंकर पाठक, विकास पांडेय, शैलेंद्र तिवारी, अनिल, हरीश भारती, जितेंद्र सिंह, मनोज मिश्रा, अनुपम मद्वेशिया, रामाशीष वर्मा, आनंद गुप्ता, जयप्रकाश, अभिमन्यु, अमरजीत, रमेश गौड़, जयप्रकाश, रामजी, विजय तिवारी, धन्नजय, असगर अली, प्रकाश नाथ, भालेंदु तिवारी, हरेंद्र पुरी, विजय बहादुर, राजेश त्रिपाठी, सत्यप्रकाश, चंद्रभूषण और यशवंत आशा सिंह कुशवाहा, प्रीति सिंह, आकांक्षा मल्ल, देवी चक्रवर्ती, नूरजहां, सितारा खातून, सोनी गुप्ता, रामा इनायत आदि उपस्थित रहे। 

Source- Amar Ujala
10-5-2012

टीईटी पास शिक्षकों ने किया प्रदर्शन

टीईटी पास शिक्षकों ने किया प्रदर्शन

 
टीईटी पास शिक्षकों ने किया प्रदर्शन
लखीमपुर, टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक महासंघ ने बुधवार को जोरदार प्रदर्शन कर मेरिट के आधार पर चयन की मांग की है। इस दौरान उन्होंने रोड जामकर भी विरोध जताया। इसके बाद टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री को संबोधित नौ सूत्रीय ज्ञापन डीएम को सौंपा है।
बुधवार को टीईटी उत्तीण शिक्षक महासंघ के सदस्य नगर के सदर चौराहे पर एकत्र हुए और मेरिट के आधार पर नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने मानव खला बनाकर वहां जाम भी लगाया। इसके बाद कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि टीईटी मेरिट पर नियुक्ति की जाए। विशिष्ट बीटीसी चयन प्रक्रिया का आधार एकेडमिक मेरिट होने से अब तक तीन वर्ष पूरे हो चुके हैं, लेकिन प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। वर्ष 1990 से 2001 के अभ्यर्थियों की आयु सीमा लगभग पूर्ण हो चुकी है। उनके रोजगार का यह अंतिम अवसर है। उनका चयन सिर्फ टीईटी मेरिट पर ही संभव है। ज्ञापन पर अध्यक्ष देवेश चंद त्रिवेदी व उपाध्यक्ष दीपक गुप्ता के हस्ताक्षर हैं।

Source- Jagran
9-5-2012

Wednesday, 9 May 2012

टीईटी अभ्यर्थियों ने फूंका शिक्षा मंत्री का पुतला

टीईटी अभ्यर्थियों ने फूंका शिक्षा मंत्री का पुतला

टीईटी अभ्यर्थियों ने फूंका शिक्षा मंत्री का पुतला
जौनपुर: टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैठक मंगलवार को टीडी कालेज के सन्निकट मारुति मंदिर पर हुई। इस बैठक में शिक्षक भर्ती विज्ञापन निरस्त करने के बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविन्द चौधरी के बयान पर सभी आक्रोशित रहे। उन्होंने शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका।
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि शिक्षा मंत्री का बयान गैर जिम्मेदाराना है। इससे टीईटी अभ्यर्थियों को मानसिक पीड़ा पहुंची है। अभ्यर्थियों ने कहा कि मामला न्यायालय में लंबित होने के बाद भी उस पर बयान देना न्यायालय की अवमानना की श्रेणी में आता है। सरकार द्वारा भर्ती प्रक्रिया लटकाने तथा मंत्री के गैर जिम्मेदाराना बयान से अभ्यर्थी शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक पीड़ा झेल रहे हैं। ऐसे में यदि कोई आत्महत्या कर ले तो इसकी जिम्मेदारी भी सरकार की होगी।
इस बैठक की अध्यक्षता मोर्चा के जिलाध्यक्ष अजीत यादव, मृत्युंजय सिंह, अवनीश मौर्य, अरुण तिवारी, मनोज सेठ, संजय सिंह, मंगला यादव, शैलेष विश्वकर्मा आदि उपस्थित रहे।

Source- Jagran
8-5-2012

Thursday, 3 May 2012

UPTET STAY TILL 15-5-2012


असली रोलनंबर पर फर्जी मार्कशीट!




पिछले दिनों धरी गई फर्जी मार्कशीट पर दर्ज थे असली रोलनंबर
असली रोलनंबर के लिए हर साल ढाई से तीन लाख फर्जी फॉर्म भर देते हैं नकलमाफिया
इलाहाबाद। यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में हर चरण पर फर्जीवाड़ा कर रहे नकलमाफिया का एक और बड़ा गड़बड़झाला पकड़ में आया है। नकलमाफिया ने लाखों युवकों के फर्जी फॉर्म भरकर उनके असली रोलनंबर हासिल कर लिए और उसी के आधार पर फर्जी मार्कशीट तैयार करा युवकों को थमा दी। एक बार के सत्यापन में मार्कशीट का यह फर्जीवाड़ा पकड़ में नहीं आ सकता। बदले में युवकों से पांच से दस हजार रुपये वसूल किए। गड़बड़झाले में क्षेत्रीय कार्यालयों के कुछ बाबुओं का भी हाथ हैं।
पिछले दिनों शहर में फर्जी मार्कशीट के साथ पकड़े गए गैंग से पूछताछ में कई नई और चौंकाने वाली जानकारियां मिली हैं। जांच अधिकारी अभी इसे प्राथमिक जानकारी ही कह रहे हैं लेकिन मामला गंभीर है। आरोप है कि बोर्ड और क्षेत्रीय कार्यालयों से जुड़े कुछ नकलमाफिया ही बाहर के युवाओं को फर्जी मार्कशीट उपलब्ध करा रहे हैं।

केवल रोलनंबर के लिए मोटी रकम
पिछले दो वर्षों में यूपी बोर्ड की हाईस्कूल, इंटर परीक्षा में शामिल उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, हरियाणा के चार लाख से अधिक युवा जो पहले पेपर में भी शामिल नहीं हुए, उन्होंने बाद में असली रोलनंबर के आधार पर फर्जी मार्कशीट तैयार करा ली। बिहार और हरियाणा से सत्यापन को पहुंची कुछ मार्कशीट की जांच में इस गड़बड़ी का खुलासा हुआ। जांच में पाया गया कि रोलनंबर, विषय, सत्र, नाम सब असली हैं लेकिन नंबर गलत। जांच में लगे अधिकारियों का कहना है कि कुछ युवा केवल असली रोलनंबर के लिए नकलमाफिया को मोटी रकम देते हैं।

सात बाबुओं पर नजर
फर्जी मार्कशीट के साथ धरे गए मिर्जापुर, जौनपुर, बलिया, गाजीपुर, देवरिया, आरा के युवाओं से पूछताछ में सामने आया कि क्षेत्रीय कार्यालयों के सात बाबू इस मामले में लिप्त हैं। उन्होंने ही असली रोलनंबर एलाट कर उस पर नकली सर्टिफिकेट बनवाए और बदले में दस हजार तक वसूले। माध्यमिक शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सचिव माध्यमिक शिक्षा के निर्देश पर बनी एक टीम इस मामले की जांच कर रही है। जल्द ही आरोपी बाबुओं से बात की जाएगी। 
Source- Amar Ujala
3-5-2012