पुलिस ने 150 को किया गिरफ्तार, देर रात किए गए रिहा
लखनऊ।
शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास अभ्यर्थियों पर विधानभवन के सामने
दूसरे दिन भी लाठीचार्ज किया गया। हंगामे पर उतारू 150 युवक और युवतियों को
गिरफ्तार करके पुलिस लाइन पर ले जाया गया, जहां देर रात उन्हें छोड़ दिया
गया। यूपी टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के प्रत्यूष का कहना है कि वे
शांतिपूर्वक शिक्षक बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन करने आए थे, लेकिन
पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया।
टीईटी
पास अभ्यर्थियों ने राज्य सरकार को अल्टीमेटम दिया था कि उन्हें शिक्षक
बनाने का निर्णय शीघ्र न किया गया, तो 29 मई से विधानभवन के सामने धरना
देंगे। अल्टीमेटम के आधार पर टीईटी पास अभ्यर्थी मंगलवार को राजधानी पहुंचे
और विधानभवन के सामने प्रदर्शन किया। पुलिस ने इस दौरान उन पर लाठीचार्ज
करके खदेड़ दिया। शेष बचने वालों को चारबाग स्थित रेलवे स्टेडियम ले जाकर
छोड़ दिया गया। लेकिन प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए ये अभ्यर्थी देर रात
धरना स्थल पर पहुंच कर बैठ गए। टीईटी पास अभ्यर्थी बुधवार की सुबह 9 बजे
विधानभवन के सामने धरना देने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें रोक दिया गया।
इसके
बाद टीईटी पास अभ्यर्थी दो गुटों में बंट गए। एक गुट प्रतिभा सिनेमा
चौराहे से और दूसरा गुट राष्ट्रीय लोकदल कार्यालय से विधानभवन की ओर बढ़ने
लगा। दोनों गुटों को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया, इसके बाद भी कुछ
अभ्यर्थी विधानभवन के सामने पहुंचने में सफल रहे और मुख्यमंत्री का पुतला
फूंक दिया। इसके बाद पुलिस ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया। इसमें रमा
त्रिपाठी और प्रतिभा को पुलिस घसीटते लगी। इस पर कुछ अभ्यर्थी नाराज हो गए
और पुलिस से भिड़ गए। इसके चलते एक युवक की कमीज फट गई और पुलिस उसे घसीटते
हुए गाड़ी में डाला। पुलिस लाठी चार्ज में रमा त्रिपाठी, प्रतिभा,
प्रत्यूष मिश्र, पवन त्रिपाठी, सुधाकर, राजेश व अवनीश घायल हो गए।
राजधानी में बुधवार को अपनी मांगों को लेकर आए टीईटी पास अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठियां भांजी।
‘अनुमति लेकर ही करें धरना’
लखनऊ।
आदर्श आचार संहिता के तहत राजधानी में धारा 144 लागू है। बिना अनुमति धरना
प्रदर्शन करना दंडनीय अपराध है। इसलिए जिला प्रशासन से अनुमति लेकर ही
धरना प्रदर्शन करें। अगर, इसका कोई उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कड़ी
कार्रवाई की जाएगी। ये बात बुधवार को एडीएम पूर्वी आरपी सिंह ने
प्रेसवार्ता में कही। वह हजरतगंज कोतवाली में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों
के धरना प्रदर्शन के संबंध में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि टीईटी उत्तीर्ण
अभ्यर्थियों की नतीजे के आधार पर काउंसलिंग कराने के संबंध में
मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव व सचिव बेसिक शिक्षा से बात हो चुकी है।
Source- Amar Ujala
31-5-2012
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