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Thursday, 3 May 2012

असली रोलनंबर पर फर्जी मार्कशीट!




पिछले दिनों धरी गई फर्जी मार्कशीट पर दर्ज थे असली रोलनंबर
असली रोलनंबर के लिए हर साल ढाई से तीन लाख फर्जी फॉर्म भर देते हैं नकलमाफिया
इलाहाबाद। यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में हर चरण पर फर्जीवाड़ा कर रहे नकलमाफिया का एक और बड़ा गड़बड़झाला पकड़ में आया है। नकलमाफिया ने लाखों युवकों के फर्जी फॉर्म भरकर उनके असली रोलनंबर हासिल कर लिए और उसी के आधार पर फर्जी मार्कशीट तैयार करा युवकों को थमा दी। एक बार के सत्यापन में मार्कशीट का यह फर्जीवाड़ा पकड़ में नहीं आ सकता। बदले में युवकों से पांच से दस हजार रुपये वसूल किए। गड़बड़झाले में क्षेत्रीय कार्यालयों के कुछ बाबुओं का भी हाथ हैं।
पिछले दिनों शहर में फर्जी मार्कशीट के साथ पकड़े गए गैंग से पूछताछ में कई नई और चौंकाने वाली जानकारियां मिली हैं। जांच अधिकारी अभी इसे प्राथमिक जानकारी ही कह रहे हैं लेकिन मामला गंभीर है। आरोप है कि बोर्ड और क्षेत्रीय कार्यालयों से जुड़े कुछ नकलमाफिया ही बाहर के युवाओं को फर्जी मार्कशीट उपलब्ध करा रहे हैं।

केवल रोलनंबर के लिए मोटी रकम
पिछले दो वर्षों में यूपी बोर्ड की हाईस्कूल, इंटर परीक्षा में शामिल उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, हरियाणा के चार लाख से अधिक युवा जो पहले पेपर में भी शामिल नहीं हुए, उन्होंने बाद में असली रोलनंबर के आधार पर फर्जी मार्कशीट तैयार करा ली। बिहार और हरियाणा से सत्यापन को पहुंची कुछ मार्कशीट की जांच में इस गड़बड़ी का खुलासा हुआ। जांच में पाया गया कि रोलनंबर, विषय, सत्र, नाम सब असली हैं लेकिन नंबर गलत। जांच में लगे अधिकारियों का कहना है कि कुछ युवा केवल असली रोलनंबर के लिए नकलमाफिया को मोटी रकम देते हैं।

सात बाबुओं पर नजर
फर्जी मार्कशीट के साथ धरे गए मिर्जापुर, जौनपुर, बलिया, गाजीपुर, देवरिया, आरा के युवाओं से पूछताछ में सामने आया कि क्षेत्रीय कार्यालयों के सात बाबू इस मामले में लिप्त हैं। उन्होंने ही असली रोलनंबर एलाट कर उस पर नकली सर्टिफिकेट बनवाए और बदले में दस हजार तक वसूले। माध्यमिक शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सचिव माध्यमिक शिक्षा के निर्देश पर बनी एक टीम इस मामले की जांच कर रही है। जल्द ही आरोपी बाबुओं से बात की जाएगी। 
Source- Amar Ujala
3-5-2012

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