मेरठ: उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा(टीईटी) में उत्तर प्रदेश
माध्यमिक शिक्षा परिषद की खूब किरकिरी हुई है। ऐसे में बोर्ड परीक्षा सही
से हो। परिषद के लिए चुनौती है। परिषद परीक्षा में कहीं से कोई उंगली न
उठे, इसे लेकर बोर्ड इस बार अतिरिक्त सावधानी बरतने लगा है।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक के टीईटी घोटाले में गिरफ्तार होने और बोर्ड सचिव प्रभा त्रिपाठी के हटने के बाद बोर्ड में अभी अफरातफरी का माहौल है। हालांकि इस समय बोर्ड परीक्षा करना परिषद के सामने बड़ी समस्या है। परीक्षा बिलकुल करीब है, लेकिन अभी तक कोई प्रक्रिया शुरू नहीं हो पायी है। बोर्ड परीक्षा को लेकर इस बार परिषद स्तर पर बहुत अधिक सतर्कता बरती जा रही है। वर्ष 2012 की परीक्षाओं में हर परीक्षा में दो कक्ष निरीक्षकों की व्यवस्था सख्ती लागू की जा रही है। बोर्ड परीक्षाओं में राजकीय स्कूलों या अशासकीय मान्यता प्राप्त स्कूलों के शिक्षक परीक्षा ड्यूटी से आनाकानी करेंगे, या सौंपे गए काम को नहीं करेंगे उनका वेतन काट लिया जाएगा। परीक्षा के समय परीक्षा व्यवस्था से जुड़े व्यक्तियों के अलावा किसी भी बाहरी व्यक्ति को केंद्र में प्रवेश और फोटोग्राफी नहीं करने दिया जाएगा। परीक्षा कक्ष में निरीक्षण दल, सचल दल के सदस्य और पर्यवेक्षक ही प्रवेश करेंगे। इसके अलावा संवेदनशील सेंटरों पर कड़ी निगरानी की जाएगी।
----------------------
दसवीं में ग्रेड के साथ अंक भी
मेरठ: यूपी बोर्ड दसवीं में भले ही ग्रेडिंग सिस्टम लागू कर दिया गया है, लेकिन इस साल भी दसवीं की मार्कशीट से नंबर नहीं हटाए जाएंगे, ग्रेड के साथ परीक्षार्थी का विषयवार नंबर भी चढ़ा रहेगा।
सीबीएसई की तर्ज पर यूपी बोर्ड ने भी दसवीं में सीसीई(सतत समग्र मूल्यांकन) शुरू किया है। इसमें दसवीं में कौन किस श्रेणी में पास हुआ है। इसे खत्म कर दिया गया है। इसके बावजूद पिछले साल(वर्ष 2011)में जब रिजल्ट निकला तो अधिकांश स्कूलों ने अपने स्तर पर नंबर जोड़कर टॉपर घोषित किया। स्कूल दसवीं में इसलिए टॉपर घोषित कर पाए क्योंकि मार्कशीट में ग्रेड के साथ विषयवार अंक भी दिए गए थे। ऐसे में इस साल भी स्कूल दसवीं में अपने अपने टॉपर घोषित करने में जुटे रहेंगे। क्योंकि बोर्ड की दसवीं की मार्कशीट में इस बार भी ग्रेड के साथ अंक दर्ज रहेगा। इसके पीछे बोर्ड अधिकारियों का तर्क है कि अधिकांश बच्चे और अभिभावक अभी ग्रेड को समझ नहंी पा रहे हैं, धीरे धीरे वे इसे समझ लेंगे तो अंक खत्म कर पूरी तरह से ग्रेड अंकित किया जाएगा।
Source- Jagran
माध्यमिक शिक्षा निदेशक के टीईटी घोटाले में गिरफ्तार होने और बोर्ड सचिव प्रभा त्रिपाठी के हटने के बाद बोर्ड में अभी अफरातफरी का माहौल है। हालांकि इस समय बोर्ड परीक्षा करना परिषद के सामने बड़ी समस्या है। परीक्षा बिलकुल करीब है, लेकिन अभी तक कोई प्रक्रिया शुरू नहीं हो पायी है। बोर्ड परीक्षा को लेकर इस बार परिषद स्तर पर बहुत अधिक सतर्कता बरती जा रही है। वर्ष 2012 की परीक्षाओं में हर परीक्षा में दो कक्ष निरीक्षकों की व्यवस्था सख्ती लागू की जा रही है। बोर्ड परीक्षाओं में राजकीय स्कूलों या अशासकीय मान्यता प्राप्त स्कूलों के शिक्षक परीक्षा ड्यूटी से आनाकानी करेंगे, या सौंपे गए काम को नहीं करेंगे उनका वेतन काट लिया जाएगा। परीक्षा के समय परीक्षा व्यवस्था से जुड़े व्यक्तियों के अलावा किसी भी बाहरी व्यक्ति को केंद्र में प्रवेश और फोटोग्राफी नहीं करने दिया जाएगा। परीक्षा कक्ष में निरीक्षण दल, सचल दल के सदस्य और पर्यवेक्षक ही प्रवेश करेंगे। इसके अलावा संवेदनशील सेंटरों पर कड़ी निगरानी की जाएगी।
----------------------
दसवीं में ग्रेड के साथ अंक भी
मेरठ: यूपी बोर्ड दसवीं में भले ही ग्रेडिंग सिस्टम लागू कर दिया गया है, लेकिन इस साल भी दसवीं की मार्कशीट से नंबर नहीं हटाए जाएंगे, ग्रेड के साथ परीक्षार्थी का विषयवार नंबर भी चढ़ा रहेगा।
सीबीएसई की तर्ज पर यूपी बोर्ड ने भी दसवीं में सीसीई(सतत समग्र मूल्यांकन) शुरू किया है। इसमें दसवीं में कौन किस श्रेणी में पास हुआ है। इसे खत्म कर दिया गया है। इसके बावजूद पिछले साल(वर्ष 2011)में जब रिजल्ट निकला तो अधिकांश स्कूलों ने अपने स्तर पर नंबर जोड़कर टॉपर घोषित किया। स्कूल दसवीं में इसलिए टॉपर घोषित कर पाए क्योंकि मार्कशीट में ग्रेड के साथ विषयवार अंक भी दिए गए थे। ऐसे में इस साल भी स्कूल दसवीं में अपने अपने टॉपर घोषित करने में जुटे रहेंगे। क्योंकि बोर्ड की दसवीं की मार्कशीट में इस बार भी ग्रेड के साथ अंक दर्ज रहेगा। इसके पीछे बोर्ड अधिकारियों का तर्क है कि अधिकांश बच्चे और अभिभावक अभी ग्रेड को समझ नहंी पा रहे हैं, धीरे धीरे वे इसे समझ लेंगे तो अंक खत्म कर पूरी तरह से ग्रेड अंकित किया जाएगा।
Source- Jagran
No comments:
Post a Comment