बलिया। शिक्षा मंत्री बनने के बाद रामगोविंद चौधरी के जनपद में प्रथम आगमन
से जहां जिले के लोगों में कई उम्मीदें जगी हैं वहीं मंत्री जी ने ऊहापोह
से गुजर रहे टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को नौकरी मिलने की आस जगा दी है।
उन्होंने कहा कि यूपी टीईटी अभ्यर्थियों को नौकरी जरूर मिलेगी। इस बयान के
बाद अभ्यर्थियों में खुशी है।
प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा के स्तर पर कहा कि कान्वेंट स्कूलों की तरह प्राथमिक विद्यालयों में भी शिक्षा और सुविधा मुहैया कराने की योजना बनाई जा रही है। प्राथमिक विद्यालयों में शैक्षणिक वातावरण कायम रखा जाएगा। इन विद्यालयों ने देश को प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, कलक्टर व पुलिस कप्तान दिए हैं। इन विद्यालयों से शिक्षा प्राप्त कर लोग सामाजिक कार्यकर्ता एवं वैज्ञानिक बनते हैं। यह बाते कहते हुए कैबिनेट मंत्री रामगोविंद चौधरी पत्रकारों से मुखातिब थे। उन्होंने श्री श्रीरविशंकर के उस बयान को गलत ठहराया जिसमें श्री ने प्राथमिक विद्यालयों में नक्सली पैदा करने की बात कही थी।
बेसिक शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि मैं श्री श्रीरविशंकर जी का सम्मान करता हूं। लेकिन उन्होंने यह बातें क्यों कहीं इसके बारे में वहीं बता सकते हैं। प्राथमिक विद्यालयों की शिक्षा को और बेहतर करने के लिए शिक्षकों को चुनावी ड्यूटी छोड़कर किसी दूसरे कार्य में नहीं लगाए जाने की बात कही। उन्होंने टीईटी उत्तीर्ण छात्रों के प्रति सहानुभूति जताते हुए कहा कि जब मेरी सरकार बेरोजगारों को भत्ता दे रही तो शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों को नौकरी अवश्य मिलेगी। कहा कि इस मामले में विभागीय अधिकारियों से बात की गई है। अप्रैल माह तक हाईकोर्ट में इस पर स्टे है। पत्रकार वार्ता के दौरान श्री चौधरी ने सूबे के सभी गुरुजनों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यालयों में शैक्षणिक वातावरण बनाए तथा छात्रों को पढ़ाने की प्रक्रिया प्रारंभ करें। उन्होंने खासकर बलिया के शिक्षकों से निवेदन करते हुए अपनी प्रतिष्ठा को उनके हाथ में बताया। इसके साथ ही कहा कि शिक्षकों की सभी समस्याओं का समाधान तत्काल किया जाएगा। शिक्षा सबको मिले इसके लिए सूबे में जहां भी आवश्यकता होगी वहां विद्यालय का निर्माण होगा। प्रदेश में शिक्षा का विकास हो इसके लिए सपा सरकार कृत संकल्पित है।
Source- Amar Ujala
23-3-2012
प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा के स्तर पर कहा कि कान्वेंट स्कूलों की तरह प्राथमिक विद्यालयों में भी शिक्षा और सुविधा मुहैया कराने की योजना बनाई जा रही है। प्राथमिक विद्यालयों में शैक्षणिक वातावरण कायम रखा जाएगा। इन विद्यालयों ने देश को प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, कलक्टर व पुलिस कप्तान दिए हैं। इन विद्यालयों से शिक्षा प्राप्त कर लोग सामाजिक कार्यकर्ता एवं वैज्ञानिक बनते हैं। यह बाते कहते हुए कैबिनेट मंत्री रामगोविंद चौधरी पत्रकारों से मुखातिब थे। उन्होंने श्री श्रीरविशंकर के उस बयान को गलत ठहराया जिसमें श्री ने प्राथमिक विद्यालयों में नक्सली पैदा करने की बात कही थी।
बेसिक शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि मैं श्री श्रीरविशंकर जी का सम्मान करता हूं। लेकिन उन्होंने यह बातें क्यों कहीं इसके बारे में वहीं बता सकते हैं। प्राथमिक विद्यालयों की शिक्षा को और बेहतर करने के लिए शिक्षकों को चुनावी ड्यूटी छोड़कर किसी दूसरे कार्य में नहीं लगाए जाने की बात कही। उन्होंने टीईटी उत्तीर्ण छात्रों के प्रति सहानुभूति जताते हुए कहा कि जब मेरी सरकार बेरोजगारों को भत्ता दे रही तो शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों को नौकरी अवश्य मिलेगी। कहा कि इस मामले में विभागीय अधिकारियों से बात की गई है। अप्रैल माह तक हाईकोर्ट में इस पर स्टे है। पत्रकार वार्ता के दौरान श्री चौधरी ने सूबे के सभी गुरुजनों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यालयों में शैक्षणिक वातावरण बनाए तथा छात्रों को पढ़ाने की प्रक्रिया प्रारंभ करें। उन्होंने खासकर बलिया के शिक्षकों से निवेदन करते हुए अपनी प्रतिष्ठा को उनके हाथ में बताया। इसके साथ ही कहा कि शिक्षकों की सभी समस्याओं का समाधान तत्काल किया जाएगा। शिक्षा सबको मिले इसके लिए सूबे में जहां भी आवश्यकता होगी वहां विद्यालय का निर्माण होगा। प्रदेश में शिक्षा का विकास हो इसके लिए सपा सरकार कृत संकल्पित है।
Source- Amar Ujala
23-3-2012
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