महराजगंज। 1275 से अधिक टीचर ट्रांसफर कराकर अपने जिले में जाने के फिराक
में हैं। ऐसा हुआ तो जिले के कई विद्यालय एकल हो जाएंगे। और कई विद्यालयों
पर ताले लटक जाएंगे। एक बार पहले भी ऐसा हो चुका है। जिले के परिषदीय
प्राथमिक विद्यालयों में विशिष्ट बीटीसी 2007 से लेकर अब तक करीब 1600
शिक्षकों की तैनाती हुई है। इसमें से 1500 से अधिक शिक्षक दूसरे जिलों के
हैं। उनकी नियुक्ति के बाद किसी तरह सरकारी शिक्षा व्यवस्था पटरी पर आई।
इसके बाद भी कई विद्यालय एकल रह गए। सरकार की ओर से मौका मिलते ही 1275 से
अधिक शिक्षक अपने जिले में वापस जाने के प्रयास में हैं। जिसके लिए उनकी ओर
से आनलाइन फाइलिंग की जा चुकी है। इनका ट्रांसफर कर दिया जाएगा तो जिले के
परिषदीय विद्यालय बदहाली की स्थिति पर लौट आएंगे। वैसे बसपा सरकार की
प्राथमिकता में रहा शिक्षकों का अंतर जनपदीय ट्रांसफर फिलहाल खटाई में है।
इस बाबत बीएसए श्रीकांत सिंह का कहना है कि केवल आनलाइन फाइलिंग कर देने से
ट्रांसफर नहीं हो जाएगा। उसके लिए कुछ नियम है, जिसमें सबसे पहले उनके
आप्शन वाले जिले में जगह देखी जाएगी। अगर जगह नहीं है तो ट्रांसफर नहीं
होगा। ट्रांसफर में पहले शादीशुदा महिला को वरीयता दी जाएगी। उसके बाद बिना
शादीशुदा महिलाओं और फिर घर वापस जाने वाली महिलाओं को मौका मिलेगा। अंत
में जाकर शादीशुदा पुरुषों और बिना शादीशुदा पुरुषों का ट्रांसफर हो सकेगा।
शिक्षकों का सत्यापन कराने के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्रावली दे
दी गई है।
Source : Amar Ujala 21/3/12
Source : Amar Ujala 21/3/12
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