लखनऊ, 30 मार्च (जागरण संवाददाता): अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी)
उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने परीक्षा निरस्त न किए जाने की मांग को लेकर
शुक्रवार से आमरण अनशन शुरू कर दिया। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी संघर्ष
मोर्चा के बैनर तले प्रदेश के कोने-कोने से जुटे अभ्यर्थी विधान भवन के
सामने अनशन पर बैठ गए हैं। अनशन से पहले अभ्यर्थियों का प्रतिनिधि मंडल
सचिव बेसिक शिक्षा से लिया लेकिन वार्ता सफल न हो सकी।
उल्लेखनीय है कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी परीक्षा निरस्त न किए जाने की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं। संघर्ष मोर्चा के एसके पाठक और नितिन मेहता ने बताया कि सचिव बेसिक शिक्षा ने वार्ता के लिए बुलाया लेकिन कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया। सचिव ने कहा कि परीक्षा के संबंध में निर्णय अप्रैल आखिर में लिया जाएगा, फिलहाल पत्रवलियां एकत्रित की जा रही हैं। अभ्यर्थियों से परीक्षा में हुए खर्च को लेकर भी जवाब-तलब किया गया। वार्ता सकारात्मक न रहने पर अभ्यर्थियों ने धरना स्थल पर आमरण अनशन शुरू कर दिया। अभ्यर्थी एसके पाठक ने बताया कि जब तक मुख्यमंत्री या शिक्षामंत्री की तरफ से टीईटी निरस्त न किए जाने के संबंध में घोषणा नहीं की जाती है, तब तक अनशन जारी रहेगा। हालांकि पुलिस-प्रशासन अनशन खत्म करने का दबाव बनाता रहा लेकिन अभ्यर्थी पीछे हटने को तैयार नहीं हुए हैं।
Source- Jagran
31-3-2012
उल्लेखनीय है कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी परीक्षा निरस्त न किए जाने की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं। संघर्ष मोर्चा के एसके पाठक और नितिन मेहता ने बताया कि सचिव बेसिक शिक्षा ने वार्ता के लिए बुलाया लेकिन कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया। सचिव ने कहा कि परीक्षा के संबंध में निर्णय अप्रैल आखिर में लिया जाएगा, फिलहाल पत्रवलियां एकत्रित की जा रही हैं। अभ्यर्थियों से परीक्षा में हुए खर्च को लेकर भी जवाब-तलब किया गया। वार्ता सकारात्मक न रहने पर अभ्यर्थियों ने धरना स्थल पर आमरण अनशन शुरू कर दिया। अभ्यर्थी एसके पाठक ने बताया कि जब तक मुख्यमंत्री या शिक्षामंत्री की तरफ से टीईटी निरस्त न किए जाने के संबंध में घोषणा नहीं की जाती है, तब तक अनशन जारी रहेगा। हालांकि पुलिस-प्रशासन अनशन खत्म करने का दबाव बनाता रहा लेकिन अभ्यर्थी पीछे हटने को तैयार नहीं हुए हैं।
Source- Jagran
31-3-2012
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