सहारनपुर। सूबे में हुए सत्ता परिवर्तन के साथ ही सपा सरकार में एक हजार
रुपये बेरोजगारी भत्ते की उम्मीद में शुक्रवार से ही सेवायोजन कार्यालय पर
सैकड़ों बेरोजगारों की भीड़ अपना पंजीकरण कराने के लिए उमड़ पड़ी। सुबह
साढ़े आठ बजे के बाद से ही यहां युवक युवतियों की भारी भीड़ लगनी शुरू हो
गई। इससे पहले भी सपा सरकार के कार्यकाल में 500 रुपये के बेरोजगारी भत्ते
को लेकर इसी तरह मारामारी मची थी। मुलायम सरकार के फिर से सूबे में आने के
बाद रोजगार दफ्तर में दुबारा रौनक लौटी है।
दिल्ली रोड स्थित सेवायोजन दफ्तर पर सुबह जब दस बजे काउंटर शुरू हुए। उस समय तक बेरोजगार युवाओं की कतार इतनी लंबी हो चुकी थी कि वह कार्यालय परिसर के बाहर हाईवे के पास तक आ गई। पुरुष एवं महिला अभ्यर्थियों के लिए अलग अलग काउंटर लगाए गए। पंजीकरण कराने की मारामारी का आलम ये रहा कि पहले ही दिन शाम तक लगभग 600 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया। इनमें महिला अभ्यर्थियों की संख्या भी 200 से ऊपर रही। बता दें कि जनपद में पंजीकरण कराने वाले बेरोजगारों की फौज पहले ही काफी अधिक है। सेवायोजन कार्यालय में पंजीकरण से जुड़े कर्मचारियों ने बताया कि नए पंजीकरण से पहले भी लगभग 40 हजार बेरोजगार पंजीकृत हैं। इनमें 55 फीसदी से ज्यादा अभ्यर्थी ऐसे हैं जिनकी शैक्षिक योग्यता आठ से लेकर बारहवीं तक की है।
कार्यालय के बाहर ही दस दस रुपये में बिके फार्म
पंजीकरण कराने वालों की भारी भीड़ को देखते हुए कई दलाल भी सक्रिय हो गए। यहां पहुंचने वाले युवक युवतियों को बाहर ही रोका जाता रहा और दस दस रुपये में फार्म दिए जाते रहे। पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी कराने की जद्दोजहद से बचने के लिए कई अभ्यर्थियों ने यह भुगतान कर फार्म लिए भी।
अरे..कम से कम पेट्रोल का ही खर्च निकलेगा
पंजीकरण कराने को कतार में लगे कुछ युवाओं कपिल कुमार, राकेश कुमार, अजय सैनी और विजय कौशिक का कहना था कि नौकरी तो जब मिलेगी तब लेकिन भत्ते के रूप में एक हजार रुपये ही मिल गए तो कम से कम नौकरी की भाग दौड़ में पेट्रोल का खर्च तो निकल ही जाएगा।
Source- Amar Ujala
10-3-2012
दिल्ली रोड स्थित सेवायोजन दफ्तर पर सुबह जब दस बजे काउंटर शुरू हुए। उस समय तक बेरोजगार युवाओं की कतार इतनी लंबी हो चुकी थी कि वह कार्यालय परिसर के बाहर हाईवे के पास तक आ गई। पुरुष एवं महिला अभ्यर्थियों के लिए अलग अलग काउंटर लगाए गए। पंजीकरण कराने की मारामारी का आलम ये रहा कि पहले ही दिन शाम तक लगभग 600 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया। इनमें महिला अभ्यर्थियों की संख्या भी 200 से ऊपर रही। बता दें कि जनपद में पंजीकरण कराने वाले बेरोजगारों की फौज पहले ही काफी अधिक है। सेवायोजन कार्यालय में पंजीकरण से जुड़े कर्मचारियों ने बताया कि नए पंजीकरण से पहले भी लगभग 40 हजार बेरोजगार पंजीकृत हैं। इनमें 55 फीसदी से ज्यादा अभ्यर्थी ऐसे हैं जिनकी शैक्षिक योग्यता आठ से लेकर बारहवीं तक की है।
कार्यालय के बाहर ही दस दस रुपये में बिके फार्म
पंजीकरण कराने वालों की भारी भीड़ को देखते हुए कई दलाल भी सक्रिय हो गए। यहां पहुंचने वाले युवक युवतियों को बाहर ही रोका जाता रहा और दस दस रुपये में फार्म दिए जाते रहे। पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी कराने की जद्दोजहद से बचने के लिए कई अभ्यर्थियों ने यह भुगतान कर फार्म लिए भी।
अरे..कम से कम पेट्रोल का ही खर्च निकलेगा
पंजीकरण कराने को कतार में लगे कुछ युवाओं कपिल कुमार, राकेश कुमार, अजय सैनी और विजय कौशिक का कहना था कि नौकरी तो जब मिलेगी तब लेकिन भत्ते के रूप में एक हजार रुपये ही मिल गए तो कम से कम नौकरी की भाग दौड़ में पेट्रोल का खर्च तो निकल ही जाएगा।
Source- Amar Ujala
10-3-2012
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